[ ईटी ब्यूरो | मुंबई ]
नोवार्टिस इंडिया के शेयर मंगलवार को 17 फीसदी से ज्यादा चढ़कर 833 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी के इक्विटी शेयरों के बायबैक के प्रपोजल, इसके लिए एक बायबैक कमेटी गठित करने और इंटरमीडियरीज के अप्वाइंटमेंट के ऐलान के बाद शेयरों में तेजी आई। इससे पहले 18 मई को नोवार्टिस ने कहा था कि कंपनी की बोर्ड मीटिंग 26 मई को होगी।
स्विट्जरलैंड की नोवार्टिस AG की इंडियन इकाई नोवार्टिस इंडिया में पैरेंट कंपनी की हिस्सेदारी 75 फीसदी है। 2013 में कंपनी ने इंडियन यूनिट का 1.42 फीसदी स्टेक 25 करोड़ रुपये से ज्यादा में बेच दिया था ताकि लिस्टेड कंपनियों में कम से कम 25 फीसदी पब्लिक शेयरहोल्डिंग की रेगुलेटरी शर्त को पूरा किया जा सके। 2012 में मार्केट रेगुलेटर सेबी ने कंपनियों को अपना स्टेक 75 फीसदी की अधिकतम सीमा से नीचे लाने के लिए दो ऑप्शंस दिए थे। पहला, ऑफर फॉर सेल और दूसरा, इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट प्रोग्राम। रेगुलेटर ने कंपनियों को इसकी भी इजाजत दी थी कि वे राइट्स और बोनस इश्यू रूट्स का इस्तेमाल पब्लिक होल्डिंग बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि नोवार्टिस का बायबैक का हालिया कदम उम्मीद के मुताबिक है। एक एक्सपर्ट ने कहा, 'कैश रिच कंपनियां बायबैक को पसंद कर रही हैं क्योंकि इस साल के बजट में 10 लाख रुपये से अधिक की डिविडेंड इनकम पर 10 फीसदी का टैक्स लगाया गया है।' एक सूत्र ने बताया कि यह फैसला कंपनी के इंडियन मार्केट पर पॉजिटिव रुख के बारे में बताता है।
इंडियन मार्केट में नोवार्टिस की रैंक 22वीं है। इसकी सेल्स 1,308 करोड़ रुपये रही है। कंपनी एंटी-डायबिटीज फ्रेंचाइजी को आक्रामक तरीके से बढ़ा रही है और इसके लिए उसने कई इंडियन पार्टनर्स के साथ गठजोड़ किया है।