पिछले 2-3 सालों से नए बरसाती नाले बनाएं गये थे, जो बिल्कुल घरों की बाऊनडरी दिवार से सटे हुए हैं, और सीमेंट ना के बराबर लगाया गया, सिर्फ रेत से ही काम चलाया गया (pvt contractor के दुआरा) । बिल पास करते हुए कोई छानबीन नही हुई, नतीजतन बरसातों में पानी घरों के अंदर आ जाता है । नालों मे अक्सर मलबा भरा रहता है, जिससे बरसात में पानी बाहर सडकों पर ही खड़ा रहता है । Regular साफ नहीं होता, शिकायत के बावजूद ।
Faulty है बरसाती नालों का trend
नवभारतटाइम्स.कॉम 3 Jun 2019, 11:40 am