एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ: कन्नौज से प्रत्याशियों के अपहरण की कानूनी लड़ाई लड़ रहे भरत गांधी को सुरक्षा न दिए जाने पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नाराजगी जताई। साथ ही भरत का केस एकल पीठ से पूर्ण पीठ को सौंप दिया है। आयोग ने राज्य सरकार को प्रकरण की जांच सीबीसीआईडी से करवाकर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया। यह जानकारी भरत ने गुरुवार को गांधी भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
वोटर्स पार्टी इंटरनैशनल के प्रमुख भरत गांधी ने बताया कि 2012 से चल रही इस कानूनी लड़ाई में उन पर कई बार हमले हो चुके हैं। मानवाधिकर आयोग 2014 से अब तक कई बार उन्हें पुलिस सुरक्षा देने के आदेश दे चुका है, लेकिन अखिलेश सरकार ने कुछ नहीं किया। योगी सरकार आने पर आदेश का अनुपालन तो हुआ, लेकिन सुरक्षा अभी तक नहीं दी गई है। 2012 में कन्नौज लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उनकी पार्टी के प्रत्याशी प्रभात पांडे और पार्टी के नेता सादेश यादव और राम सिंह लोधी सहित अन्य प्रत्याशियों का अपहरण 6 जून 2012 को कन्नौज से कर लिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि अपहरण सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को निर्विरोध जितानें के लिए किया गया था।