साइबर फ्रॉड की घटनाएं पूरे देश में तेजी से बढ़ रही है। न जाने कितने ही तरीके इस अपराधों को अंजाम देने के लिए अपनाएं जा रहे हैं। लगातार ऐसे अपराधों के खिलाफ मुहिम चलाई जाती है, लोगों को जागरूक किया जाता है, लेकिन बावजूद इसके पढ़े लिखे लोग साइबर क्रिमिनल्स के निशाने पर आ रहे हैं। लोगों को लगता है कि शायद वो बच जाएंगे, लेकिन ये साइबर फ्रॉड पूरी साजिश के तहत लोगों को फंसाते हैं। पिछले कुछ सालों में जो मामले सामने आए थे उनमें इन क्रिमिनल्स के निशाने पर सबसे ज्यादा बुजुर्ग थे। इसकी वजह थी बुजुर्गों में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी को लेकर कम जानकारी, लेकिन अब ये डेटा बदल चुके हैं। एक डेटा के मुताबिक भारत में अगस्त 2019 से लेकर 12 दिसंबर 2022 तक 6 लाख से ज्यादा साइबर क्राइम की शिकायतें दर्ज हुई हैं।
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक अब सबसे ज्यादा युवा साइबर फ्रॉड के शिकार बन रहे हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्यों। युवाओं को टेक्नॉलॉजी की अच्छी समझ होती है। वो ऑनलाइन कामों में माहिर होते हैं फिर आखिर कैसे ये फ्रॉड उन्हें ही निशाना बना रहे हैं। दरअसल अब यही ऑनलाइन की ज्यादा जानकारी यंगस्टर्स के लिए मुसीबत बन रही है। सोशल साइट्स पर सबसे ज्यादा युवा एक्टिव रहते हैं। न सिर्फ मौज-मस्ती के लिए बल्कि युवाओं ने सोशल मीडिया को कमाई का जरिया भी बना लिया है। घर बैठे ऑनलाइन रहकर यंगस्टर्स लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं और यही कमाई जन्म दे रही है पीयर प्रेशर (Peer pressure) को और जिसका फायदा उठा रहे हैं साइबर क्रिमिनल्स।
सबसे पहले जान लीजिए पीयर प्रेशर होता क्या है। अपने दोस्तों और साथियों की ग्रोथ को देखकर अपने मन में हीन भावना लाना और फिर उसका शिकार होना पीयर प्रेशर कहलाता है। हेल्दी कॉम्पिटिशन अच्छा होता है, लेकिन जब ये हीन भावना पीयर प्रेशर युवाओं के दिमाग में असर डालता है तो कई बार वो गलत कदम उठा लेते हैं। साइबर एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोविड के बाद से युवाओं में ऑनलाइन का क्रेज कई गुना बढ़ गया है। खासकर 18-25 साल की उम्र के लोग ऑनलाइन के जरिए ज्यादा से ज्यादा कमाई करने की सोचते हैं।
अपने दोस्तों को ऑनलाइन कमाई करते देख पीयर प्रेशर उनके दिमाग में हावी हो जाता और फिर वैसे ही कमाई करने के लिए वो किसी भी रास्ते को चुन लेते हैं। साइबर फ्रॉड इसी मौके का फायदा उठा रहे हैं। आजकल तरह-तरह से युवाओं को ऑनलाइन कमाई के लिए ये साइबर फ्रॉड्स अट्रैक्ट करते हैं और फिर उन्हें अपने झांसे में लेते हैं। युवाओं को लगता है कि उनके दोस्त भी तो ऐसे ही कमाई कर रहे हैं, बस इसी चक्कर में वो इन साइबर क्रिमिनल्स के जाल में फंस जाते हैं।
कभी युवाओं को इन्वेस्टमेंट करके पैसे डबल करने का लालच दिया जाता है, कभी उन्हें फेसबुक और यूट्यूब पर अपलोड वीडियो को लाइक करने का ऑप्शन। कभी सस्ती ऑनलाइन शॉपिंग करके उन्हें प्वाइंट इकट्ठा करने के लिए उकसाया जाता है। ये क्रिमिनल्स इस तरह से जाल फैलाते हैं कि बच्चे समझ ही नहीं पाते कि वो कमाई की जगह अपना ही पैसा गंवा रहे हैं।
ये जरूरी है कि घर में बच्चों को या अपने जानने वालों को इस तरह के पीयर प्रेशर से बचाएं क्योंकि ऑनलाइन के जरिए आप अच्छी कमाई कर सकते हैं, लेकिन वही अगर सोच-समझकर नहीं किया तो आप इस साइबर क्रिमिनल्स के जाल में भी फंस सकते हैं। दोस्तों की तरह ज्यादा पैसा कमाने के लालच में कहीं आप भी इस क्रिमिनल्स का निशाना न बन जाएं।
साइबर क्रिमिनल्स के निशाने पर अब सबसे ज्यादा युवा
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक अब सबसे ज्यादा युवा साइबर फ्रॉड के शिकार बन रहे हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्यों। युवाओं को टेक्नॉलॉजी की अच्छी समझ होती है। वो ऑनलाइन कामों में माहिर होते हैं फिर आखिर कैसे ये फ्रॉड उन्हें ही निशाना बना रहे हैं। दरअसल अब यही ऑनलाइन की ज्यादा जानकारी यंगस्टर्स के लिए मुसीबत बन रही है। सोशल साइट्स पर सबसे ज्यादा युवा एक्टिव रहते हैं। न सिर्फ मौज-मस्ती के लिए बल्कि युवाओं ने सोशल मीडिया को कमाई का जरिया भी बना लिया है। घर बैठे ऑनलाइन रहकर यंगस्टर्स लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं और यही कमाई जन्म दे रही है पीयर प्रेशर (Peer pressure) को और जिसका फायदा उठा रहे हैं साइबर क्रिमिनल्स।
पीयर प्रेशर है युवाओं के साइबर फ्रॉड में फंसने की वजह
सबसे पहले जान लीजिए पीयर प्रेशर होता क्या है। अपने दोस्तों और साथियों की ग्रोथ को देखकर अपने मन में हीन भावना लाना और फिर उसका शिकार होना पीयर प्रेशर कहलाता है। हेल्दी कॉम्पिटिशन अच्छा होता है, लेकिन जब ये हीन भावना पीयर प्रेशर युवाओं के दिमाग में असर डालता है तो कई बार वो गलत कदम उठा लेते हैं। साइबर एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोविड के बाद से युवाओं में ऑनलाइन का क्रेज कई गुना बढ़ गया है। खासकर 18-25 साल की उम्र के लोग ऑनलाइन के जरिए ज्यादा से ज्यादा कमाई करने की सोचते हैं।
ऑनलाइन कमाई की वजह से फंस रहे हैं साइबर क्रिमिनल्स के जाल में
अपने दोस्तों को ऑनलाइन कमाई करते देख पीयर प्रेशर उनके दिमाग में हावी हो जाता और फिर वैसे ही कमाई करने के लिए वो किसी भी रास्ते को चुन लेते हैं। साइबर फ्रॉड इसी मौके का फायदा उठा रहे हैं। आजकल तरह-तरह से युवाओं को ऑनलाइन कमाई के लिए ये साइबर फ्रॉड्स अट्रैक्ट करते हैं और फिर उन्हें अपने झांसे में लेते हैं। युवाओं को लगता है कि उनके दोस्त भी तो ऐसे ही कमाई कर रहे हैं, बस इसी चक्कर में वो इन साइबर क्रिमिनल्स के जाल में फंस जाते हैं।
युवाओं को दिया जाता है तरह-तरह का लालच
कभी युवाओं को इन्वेस्टमेंट करके पैसे डबल करने का लालच दिया जाता है, कभी उन्हें फेसबुक और यूट्यूब पर अपलोड वीडियो को लाइक करने का ऑप्शन। कभी सस्ती ऑनलाइन शॉपिंग करके उन्हें प्वाइंट इकट्ठा करने के लिए उकसाया जाता है। ये क्रिमिनल्स इस तरह से जाल फैलाते हैं कि बच्चे समझ ही नहीं पाते कि वो कमाई की जगह अपना ही पैसा गंवा रहे हैं।
ज्यादा कमाई के लालच में हो रहा है बड़ा नुकसान
ये जरूरी है कि घर में बच्चों को या अपने जानने वालों को इस तरह के पीयर प्रेशर से बचाएं क्योंकि ऑनलाइन के जरिए आप अच्छी कमाई कर सकते हैं, लेकिन वही अगर सोच-समझकर नहीं किया तो आप इस साइबर क्रिमिनल्स के जाल में भी फंस सकते हैं। दोस्तों की तरह ज्यादा पैसा कमाने के लालच में कहीं आप भी इस क्रिमिनल्स का निशाना न बन जाएं।