नवीन पांडेय, मुंबई
रविवार को आयोजित हुई जेईई-मेंस की ऑफलाइन परीक्षा में पेपर कठिन आए थे। उसमें भी केमेस्ट्री का पेपर कुछ ज्यादा कठिन था।इसके लिए देशभर से साढ़े 10 लाख परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया, जिसमें 3 ट्रांसजेंडर भी थे। मुंबई सहित 112 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। माटुंगा और कोलाबा के केंद्र से परीक्षा देकर बाहर निकले परीक्षार्थियों ने कहा कि इस बार का पेपर कठिन था। इसमें भी केमिस्ट्री के पेपर को लेकर सभी की एक ही राय थी कि यह ‘सबसे कठिन’ था। इस पेपर को लेकर विशेषज्ञों की राय भी विद्यार्थियों से मिलती जुलती है। केमिस्ट्री का पेपर सबसे कठिन
फिटजी मुंबई के निदेशक मोहित सरदाना ने बताया कि फिजिक्स और गणित की तुलना में केमिस्ट्री का पेपर कठिन था। सवाल बहुत उलझाकर पूछे गए थे, जिसकी वजह से परीक्षार्थियों को परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि जब विषय के जानकार ही कह रहे हैं कि यह पेपर कठिन था, तो सीधा मतलब है कि जेईई मेन के सवालों ने परीक्षार्थियों को खूब छकाया है।
राव आईआईटी अकैडमी के निदेशक शशि भूषण ने बताया कि पिछले तीन साल की तुलना में इस बार सबसे कठिन पेपर थे- केमिस्ट्री का पेपर सबसे कठिन था, तो फिजिक्स और मैथ्स के सवाल भी आसान नहीं थे। परीक्षार्थियों के लिए यह पेपर तीन घंटे में हल करना मुश्किल था। इसका सीधा असर जेईई मेन के कटऑफ पर पड़ेगा।
आईआईटी माइंड्स के निदेशक देवेंद्र शुक्ल ने कहा कि मुंबई के परीक्षार्थियों का यह पेपर कठिन गया है। इससे परीक्षार्थी परीक्षा के बाद भी उलझन में थे। उन्होंने फोन करके पेपर के बारे में बताया, तो शुक्ल ने सभी को एक ही आश्वासन दिया कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सबके लिए पेपर एक समान था।
अब ऑनलाइन परीक्षा की बारीजेईई मेन में ऑफलाइन और ऑनलाइन परीक्षाएं होती हैं। रविवार को ऑफलाइन परीक्षा थी, अब ऑनलाइन परीक्षा की बारी है। यह परीक्षा देशभर के 258 शहरों में आयोजित की जाएगी। जिन लोगों ने ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प का चुना है, ऑफलाइन परीक्षा ने उनका सिर दर्द बढ़ा दिया है। उन्हें अब अपने पेपर की चिंता होने लगी है।
रविवार को आयोजित हुई जेईई-मेंस की ऑफलाइन परीक्षा में पेपर कठिन आए थे। उसमें भी केमेस्ट्री का पेपर कुछ ज्यादा कठिन था।इसके लिए देशभर से साढ़े 10 लाख परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया, जिसमें 3 ट्रांसजेंडर भी थे। मुंबई सहित 112 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। माटुंगा और कोलाबा के केंद्र से परीक्षा देकर बाहर निकले परीक्षार्थियों ने कहा कि इस बार का पेपर कठिन था। इसमें भी केमिस्ट्री के पेपर को लेकर सभी की एक ही राय थी कि यह ‘सबसे कठिन’ था। इस पेपर को लेकर विशेषज्ञों की राय भी विद्यार्थियों से मिलती जुलती है।
फिटजी मुंबई के निदेशक मोहित सरदाना ने बताया कि फिजिक्स और गणित की तुलना में केमिस्ट्री का पेपर कठिन था। सवाल बहुत उलझाकर पूछे गए थे, जिसकी वजह से परीक्षार्थियों को परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि जब विषय के जानकार ही कह रहे हैं कि यह पेपर कठिन था, तो सीधा मतलब है कि जेईई मेन के सवालों ने परीक्षार्थियों को खूब छकाया है।
राव आईआईटी अकैडमी के निदेशक शशि भूषण ने बताया कि पिछले तीन साल की तुलना में इस बार सबसे कठिन पेपर थे- केमिस्ट्री का पेपर सबसे कठिन था, तो फिजिक्स और मैथ्स के सवाल भी आसान नहीं थे। परीक्षार्थियों के लिए यह पेपर तीन घंटे में हल करना मुश्किल था। इसका सीधा असर जेईई मेन के कटऑफ पर पड़ेगा।
आईआईटी माइंड्स के निदेशक देवेंद्र शुक्ल ने कहा कि मुंबई के परीक्षार्थियों का यह पेपर कठिन गया है। इससे परीक्षार्थी परीक्षा के बाद भी उलझन में थे। उन्होंने फोन करके पेपर के बारे में बताया, तो शुक्ल ने सभी को एक ही आश्वासन दिया कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सबके लिए पेपर एक समान था।
अब ऑनलाइन परीक्षा की बारीजेईई मेन में ऑफलाइन और ऑनलाइन परीक्षाएं होती हैं। रविवार को ऑफलाइन परीक्षा थी, अब ऑनलाइन परीक्षा की बारी है। यह परीक्षा देशभर के 258 शहरों में आयोजित की जाएगी। जिन लोगों ने ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प का चुना है, ऑफलाइन परीक्षा ने उनका सिर दर्द बढ़ा दिया है। उन्हें अब अपने पेपर की चिंता होने लगी है।