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Career Tips: यहां जानें Political Science के बाद कौन-सा करियर ऑप्शन है बेस्ट

Career Path: अगर आपने बीए पॉलिटिकल साइंस की है या 12वीं के बाद करने के लिए सोच रहे हैं, तो यह बेहतर करियर ऑप्शन हो सकता है। चलिए बताते हैं आपको पॉलिटिकल साइंस के करियर ऑप्शन-

नवभारतटाइम्स.कॉम 2 Jul 2021, 6:33 pm

हाइलाइट्स

  • पॉलिटिकल साइंस में करियर ऑप्शन क्या हैं?
  • सिविल सर्विसेज की भी कर सकते हैं तैयारी
  • यहां जानें टॉप जॉब्स के बारे में
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Image Credit: freepik
Political Science Job Options: पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन को भले ही प्रोफेशनल कोर्स न माना जाता हो, लेकिन इसमें ग्रेजुएट होने वाले लोगों के पास काफी नॉलेज होती है। वह पॉलिटिकल मुद्दों पर अच्छी पकड़ बनाते हैं और किसी भी टॉपिक पर अपनी थिंकिंग स्किल्स इस्तेमाल कर सकते हैं। पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएट होने के बाद आपके पास कई सारे करियर ऑप्शन होते हैं और वह किसी भी सरकारी नौकरी के लिए आसानी से तैयारी कर पाते हैं। सिविल सर्विस के अलावा, पॉलिटिकल साइंट वाले स्टूडेंट्स सोशियल सार्विस में भी जा सकते हैं।
सिविल सर्विसेज (Civil Services)
आईएएस (Indian Administrative Service) और आईएफएस (Indian Foreign Services) एक बेस्ट करियर ऑप्शन है, उनके लिए जो पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन करते हैं। यह रोल देश को अच्छा काम करने और बड़े निर्णय लेने के लिए होता है। आईएएस ऑफिसर इंडिया को रिप्रेसेंट करते हैं और देश के वेलफेयर के लिए काम करते हैं। सिविल सर्विसेज के एग्जाम में पॉलिटिकल सवाल आते हैं, जो पॉलिटिकल साइंस वाले स्टूडेंट्स आसानी से कर पाते हैं।

एलएलबी (LLB)
हालांकि बीए. एलएलबी (BA LLB) ग्रेजुएशन के साथ 5 साल की होती है, लेकिन पॉलिटिकल साइंस के बाद भी आप एलएलबी कर सकते हैं। पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएट होने के बाद आपकी थिंकिंग स्किल्स बढ़ जाती है और आप हर मुद्दे पर गहन विचार कर सकते हैं। यह नॉलेज लॉ करने और एक अच्छा लॉयर बनने के लिए काफी काम आएगी। एलएलबी कोर्स 3 साल का होता है, जो फिर आपको एक एग्जाम करना पड़ता है जिसे ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन (All India Bar examination) कंडक्ट करता है।
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पॉलिटिकल साइंटिस्ट (Political Scientist)
राजनीति विज्ञान की फील्ड का एक अलग अनुप्रयोग है। एक राजनीतिक वैज्ञानिक की भूमिका में सरकारी सिस्टम के अलग-अलग पहलुओं का अध्ययन, शहर/देश कैसे संचालित होते हैं, कैसे बातचीत करते हैं और सरकारी नीतियों के प्रभाव का अध्ययन शामिल है। वर्तमान स्थितियों की जांच करने के अलावा, राजनीतिक वैज्ञानिक उन स्टेप के लिए सिफारिश भी करते हैं, जिन्हें लागू किया जा सकता है। एक राजनीतिक वैज्ञानिक बनने के लिए, आपको एमए राजनीति विज्ञान की डिग्री या पीएचडी की जरूरत होगी।

पत्रकारिता (Journalism)
मीडिया पॉलिटिक्स से जुड़े सभी मुद्दों को कवर करती है और इसमें करियर बनाने के लिए पॉलिटिकल साइंस की नॉलेज होना काफी जरूरी है। अगर आप पब्लिक अवेयरनेस के लिए काम करना चाहते हैं, तो पत्रकारिता चुन सकते हैं। जिन लोगों ने पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की होती है, वह पॉलिटिक्स पर अच्छी पकड़ बना पाते हैं और सभी तक जानकारी पहुंचाने का काम करते हैं। पत्रकारिता करने के बाद आप एडिटर, पॉलिटिकल एंकर और कॉरेस्पोंडेंट बन सकते हैं, इसके लिए आप मास कम्युनिकेशन का कोर्स कर सकते हैं।
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सोशल सर्विस (Social Service)अगर आप बीए पॉलिटिकल साइंस करने के बाद सोसाइटी के लिए काम करना चाहते हैं, तो सोशल सर्विस में करियर बना सकते हैं। इसके लिए आपको पॉलिटिक्स से जुड़ना पड़ता है और फिर NGOs के लिए काम करते हैं। आप सरकार के साथ जुड़कर लोगों के वेलफेयर के लिए काम करना चाहते हैं, तो सोशल सर्विस में करियर बनाना बेस्ट ऑप्शन है। इसके लिए आपको डिग्री लेने के बाद मास्टर्स इन सोशल वर्क करना होगा, या आप डिप्लोमा भी कर सकते हैं।

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