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IAS और PCS में क्या है अंतर? जानें इनका काम और सैलरी

बहुत से लोग IAS और PCS को एक ही समझते हैं, हालांकि इन दोनों के कार्य और सैलरी में बहुत अंतर होता है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 20 Jan 2022, 11:54 am

हाइलाइट्स

  • आईएएस का चुनाव यूपीएससी करता है।
  • पीसीएस की भर्ती राज्य लोक सेवा आयोग करता है।
  • IAS के पास ज्यादा पावर होती है।
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IAS अधिकारी सर्जना यादव की तस्वीर (फोटो सोर्स - इंस्टाग्राम)
देश की आजादी से पहले से IAS और IPS जैसे अधिकारियों का सलेक्‍शन हो रहा है। अगर आसान भाषा में कहें तो अंग्रेजों के समय से इनका सलेक्‍शन हो रहा है, हालांकि तब इसका नाम अलग था। अंग्रेजों को जब भारत में सुचारू रूप से शासन चलाने और टैक्स कलेक्ट करने की जरूरत पड़ी तो उन्‍होंने उच्‍च कोट के अधिकारियों की भर्ती शुरू की। इसके लिए उन्होंने 1893 ICS यानि इम्पीरियल सिविल सर्विसेज के नाम प्रशासनिक सेवा आरम्भ की। इसमें चुने हुए अधिकारी उस समय ICS कहलाते थे। आजादी के बाद भी इस सर्विस को ज्यों के त्यों रखा गया, हालांकि इसका नाम ICS से बदल कर IAS कर दिया गया। वहीं, आजादी के बाद राज्य सरकार भी अपनी शासन व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए आईएएस की तरह ही अपने अधिकारियों की नियुक्ति शुरू कर दी। इन अधिकारियों को PCS कहा जाता है। यहां पर हम आपको आईएएस और पीसीएस के अधिकारों, कार्यों और सैलरी के बारे में पूरी जानकारी देगे।
IAS क्या है?

एक आईएएस भारत की अखिल भारतीय सेवा का प्रशासकीय भाग है। यह अधिकारी केंद्र सरकार, राज्य सरकार और सार्वजानिक क्षेत्रों के उपक्रमों में पदस्थापित होते हैं और सरकार के सुचारू रूप से परिचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आईएएस अधिकारियों की भर्ती संघ लोक सेवा UPSC आयोग द्वारा किया जाता है। इस परीक्षा में उत्तीर्ण प्रतिभागियों का आवंटन भारत सरकार द्वारा राज्यों को किया जाता है। इस परीक्षा में टॉप मेरिट वाले प्रतिभागियों का ही सिलेक्शन आईएएस के लिए होता है।

PCS क्या है?

यूपीएससी की तरह ही हर राज्‍य की अपनी पब्लिक सर्विस कमीशन होती है। इन पब्लिक सर्विस कमिशनों के द्वारा राज्‍य स्‍तर पर परीक्षा के द्वारा विभिन्न अधिकारियों की नियुक्ति होती है। इन अधिकारि‍यों को प्रोविंशियल सिविल सर्विसेज या पीसीएस कहा जाता है। इसमें सफल अभियर्थियों को SDM, ARTO, DSP, BDO आदि उच्च तथा महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति होती है। पीसीएस अधिकारि‍यों की नियुक्ति जिस राज्य में होती है, उसी राज्य में उनका तबादला होता है, किसी दूसरे राज्य में इनका तबादला नहीं हो सकता।

आईएएस और पीसीएस के बीच अंतर (Differences between IAS and PCS)

- एक आईएएस का चुनाव यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज की परीक्षा द्वारा होता है, वहीं पीसीएस की भर्ती परीक्षा सभी राज्‍य के स्‍तर पर राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सिविल सेवा परीक्षा द्वारा किया जाता है।

- आईएएस की भर्ती और सेवा सम्बन्धी मामलों का फैसला केंद्र द्वारा स्थापित केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण द्वारा किया जाता है, वहीं पीसीएस की भर्ती और सेवा सम्बन्धी मामलों का फैसला राज्य प्रशासनिक न्यायाधिकरण करता है।

- आईएएस बनने के लिए अनिवार्य परीक्षा सीसैट होती है, वहीं राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सीसैट का पेपर हो भी सकता है और नहीं भी।

- यूपीएससी परीक्षा में एक क्वालीफाइंग क्षेत्रीय भाषा का पेपर होता है, वहीं पीसीएस परीक्षा में अनिवार्य रूप से क्षेत्रीय भाषा या सांख्यिकी का एक पेपर होता है।

- केंद्र द्वारा आयोजित यूपीएससी की परीक्षा में प्रश्न तथ्यात्मक की तुलना में अवधारणात्मक ज्यादा होते हैं, वहीं पीसीएस में तथ्यात्मक प्रश्नों पर ज्यादा जोर दिया जाता है।

- यूपीएससी परीक्षा में चयनित अधिकारियों की नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा होती है, वहीं पीसीएस अधिकारियों की नियुक्ति उस राज्‍य के राजयपाल के द्वारा होती हैं।

- सेवा के दौरान आईएएस अधिकारी को बर्खास्त करने का अधिकार केवल केंद्र सरकार का होता है, वहीँ पीसीएस को राज्‍य सरकार निष्कासित कर सकती है।

- पूरे देश में एक आईएएस अधिकारी कहीं भी तैनात रहें, उनका वेतन एक सामान होता है और यह कैडर राज्य के द्वारा दिया जाता है। वहीं पीसीएस का वेतन संबंधित राज्‍य देता है।

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- वहीं पदोन्‍नत की बात करें तो एक आईएएस अधिकारी एसडीएम से अपना करियर शुरू कर राज्‍य व केंद्र के मुख्‍य सचिव के पद तक जा सकता है। वहीं पीसीएस अधिकारी पदोन्नति होकर आईएएस कैडर पा सकता है और राज्‍य में सचिव पद तक जा सकता है।

- आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर अपने स्‍टेट काडर से अलग पूरे देश में भी कहीं पर हो सकती है, लेकिन पीसीएस अधिकारियों का तबादला अपने राज्य से बाहर नहीं होता।

- एक आईएएस अधिकारी की सैलरी और पेंशन उसके संबंधित काडर द्वारा दिया जाता है, वहीं पीसीएस अधिकारियों की सैलरी और पेंशन की व्यवस्था उनकी राज्य की सरकार करती है।

आईएएस और पीसीएस की सैलरी (IAS & PCS Salary)

एक IAS अधिकारी की सैलरी बेहद शानदार होती है। सातवें पे कमीशन के बाद की बात करें तो एक IAS ऑफिसर की सैलरी 56,100 से 2.5 लाख रुपये प्रतिमाह के बीच होती है। वहीं पीसीएस अधिकारियों की सैलरी भी कम नहीं होती। हालांकि यह हर स्‍टेट के हिसाब से अलग होती है। अगर हम यूपी की बात करें तो यहां पर एक पीसीएस अधिकारी को एंट्री लेवल पर वेतनमान 56,000 से 1,32,000 रुपये सैलरी मिलती है। वहीं हाईएस्‍ट पे लेवल 15 पर पहुंचने के बाद वेतनमान 1,82,200 से 2,24,100 रुपये के बीच होती है। इसके साथ-साथ इन्‍हें कई तरह की सुविधाएं भी मिलती है।

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