युवाओं के बीच तेजी से बढ़ता टेक्निकल करियर कंप्यूटर ऑपरेटर और डाटा एंट्री एक शानदार और बेहद लोकप्रिय जॉब है। सरकारी हो या प्राइवेट, स्कूल हो या कॉलेज हर संस्थान को एक डाटा एंट्री ऑपरेटर या कंप्यूटर ऑपरेटर का आवश्यकता होती है। इसी टेक्निकल जरूरत ने इस क्षेत्र में संभावनाओं के नए अवसर पैदा कर दिए हैं। आइए जानते हैं कि आप एक बेहतर कंप्यूटर नॉलेज और बेहतर टाइपिंग स्पीड के साथ इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। अगर आप कम उम्र के हैं और आपने हायर एजुकेशन नहीं प्राप्त की है तो आप इस क्षेत्र में निश्चित ही अपना करियर बना सकते हैं और इन नौकरियों को आप अपनी सहूलियत के हिसाब से फुल टाइम और पार्ट टाइम के रूप में चुन सकते हैं। कंप्यूटर की अच्छी जानकारी और एमएस ऑफिस पर अच्छी पकड़ आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। कंप्यूटर ऑपरेटर और डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए आप प्राइवेट फर्म में नौकरी की तलाश कर सकते हैं या सरकारी विज्ञापनों के आधार पर अप्लाई कर सकते हैं।
सिलेक्शन प्रोसेस और उम्र सीमा
यदि आप कम्प्यूटर ऑपरेटर बनना चाहते हैं तो आपको विभिन्न विभागों द्वारा ली जाने वाली लिखित परीक्षा को पास करना होगा। इस जॉब के लिए 18-30 वर्ष की आयु सीमा तय की गई है। इसके साथ ही उम्मीदवार से ये अपेक्षा की जाती है कि वह किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कम से कम 12 वीं पास हो और साथ ही छः महीने से एक साल का कंप्यूटर डिप्लोमा भी हासिल किया हो।
सैलरी
कंप्यूटर ऑपरेटर और डाटा एंट्री की सैलरी उनकी योग्यता और स्थान पर निर्भर कर सकता है। केवल प्राइवेट ही नहीं बल्कि सरकारी संस्थानों में भी इसके लिए अलग-लग सैलरी दी जाती है। जहां गवर्नमेंट सेक्टर में लगभग 10,000 से 20,000 रुपये सैलरी के रूप में दिए जाते हैं। वहीं प्राइवेट सेक्टर में लगभग हर महीने 14, 000 से 26,000 रुपये के करीब सैलरी दी जा सकती है।
कार्यक्षेत्र
नाम से ही जान पड़ता है कि कंप्यूटर ऑपरेटर का काम है सूचनाओं को ऑपरेट करना और डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम है डाटा को कंप्यूटर में फीड करना है। डाटा यानी कोई भी जानकारी जिसे इनपुट डिवाइस जैसे - कीबोर्ड , माउस ,स्कैनर आदि के माध्यम से कम्प्यूटर में सेव या फीड किया जाता है। कंप्यूटर में फीड कोई वर्ड हो, ईमेज हो, चाहे फिर कोई विडियों हीं क्यों न हो हर चीज डाटा है। किसी भी सरकारी या प्राइवेट संस्थान में बहुत से नाम, एड्रेस, आंकड़े या और भी कई सारे डिटेल्स सुरक्षित रखने की जरुरत होती है कम्प्यूटर में इन डिटेल्स को फीड करने की ड्यूटी उस ऑफिस में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर की होती है।
योग्यता
कंप्यूटर ऑपरेटर या डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए तीन योग्यताओं का होना सबसे जरूरी माना जाता है। वो योग्यताएं हैं कंप्यूटर का बेहतर ज्ञान, भाषा और ट्रांसलेशन का ज्ञान और टाइपिंग स्किल। जी हां इन तीन योग्यता अगर आपके पास हैं तो आप कंप्यूटर ऑपरेटर या डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इसके साथ ही इस बात का भी जरूर ध्यान रखें कि आपको एक साल या 6 महीनों का कोर्स करना भी उतना ही जरूरी है। डाटा एंट्री ऑपरेटर की जॉब की इच्छा रखने वाले कैंडिडेट चाहें तो आई टी आई, स्टेनोग्राफर या डाटा एंट्री ऑपरेटर का कोर्स भी कर सकते हैं।
सिलेक्शन प्रोसेस और उम्र सीमा
यदि आप कम्प्यूटर ऑपरेटर बनना चाहते हैं तो आपको विभिन्न विभागों द्वारा ली जाने वाली लिखित परीक्षा को पास करना होगा। इस जॉब के लिए 18-30 वर्ष की आयु सीमा तय की गई है। इसके साथ ही उम्मीदवार से ये अपेक्षा की जाती है कि वह किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कम से कम 12 वीं पास हो और साथ ही छः महीने से एक साल का कंप्यूटर डिप्लोमा भी हासिल किया हो।
सैलरी
कंप्यूटर ऑपरेटर और डाटा एंट्री की सैलरी उनकी योग्यता और स्थान पर निर्भर कर सकता है। केवल प्राइवेट ही नहीं बल्कि सरकारी संस्थानों में भी इसके लिए अलग-लग सैलरी दी जाती है। जहां गवर्नमेंट सेक्टर में लगभग 10,000 से 20,000 रुपये सैलरी के रूप में दिए जाते हैं। वहीं प्राइवेट सेक्टर में लगभग हर महीने 14, 000 से 26,000 रुपये के करीब सैलरी दी जा सकती है।
कार्यक्षेत्र
नाम से ही जान पड़ता है कि कंप्यूटर ऑपरेटर का काम है सूचनाओं को ऑपरेट करना और डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम है डाटा को कंप्यूटर में फीड करना है। डाटा यानी कोई भी जानकारी जिसे इनपुट डिवाइस जैसे - कीबोर्ड , माउस ,स्कैनर आदि के माध्यम से कम्प्यूटर में सेव या फीड किया जाता है। कंप्यूटर में फीड कोई वर्ड हो, ईमेज हो, चाहे फिर कोई विडियों हीं क्यों न हो हर चीज डाटा है। किसी भी सरकारी या प्राइवेट संस्थान में बहुत से नाम, एड्रेस, आंकड़े या और भी कई सारे डिटेल्स सुरक्षित रखने की जरुरत होती है कम्प्यूटर में इन डिटेल्स को फीड करने की ड्यूटी उस ऑफिस में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर की होती है।
योग्यता
कंप्यूटर ऑपरेटर या डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए तीन योग्यताओं का होना सबसे जरूरी माना जाता है। वो योग्यताएं हैं कंप्यूटर का बेहतर ज्ञान, भाषा और ट्रांसलेशन का ज्ञान और टाइपिंग स्किल। जी हां इन तीन योग्यता अगर आपके पास हैं तो आप कंप्यूटर ऑपरेटर या डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इसके साथ ही इस बात का भी जरूर ध्यान रखें कि आपको एक साल या 6 महीनों का कोर्स करना भी उतना ही जरूरी है। डाटा एंट्री ऑपरेटर की जॉब की इच्छा रखने वाले कैंडिडेट चाहें तो आई टी आई, स्टेनोग्राफर या डाटा एंट्री ऑपरेटर का कोर्स भी कर सकते हैं।