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Bihar Chunav: बीजेपी का फ्री कोरोना वैक्सीन का वादा क्या आचार संहिता का उल्लंघन, चुनाव आयोग ने दिया ये जवाब

Bihar Elections 2020: चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने बीजेपी के फ्री कोरोना वैक्सीन (BJP Free Covid-19 Vaccine) के वादे को आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना है। आयोग ने पिछले साल लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस की NYAY योजना के खिलाफ प्राप्त शिकायत पर भी यही रुख अपनाया था।

नवभारतटाइम्स.कॉम 31 Oct 2020, 8:52 am
नई दिल्ली
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बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020) को लेकर सभी प्रमुख सियासी दलों ने अपने-अपने घोषणापत्र में कई वादे किए हैं। सत्ताधारी बीजेपी ने बड़ा दांव चलते हुए बिहारवासियों को फ्री कोरोना वैक्सीन (BJP Manifesto) का वादा किया है। जिसको लेकर सियासी घमासान तेज हो गया। मामले ने तूल पकड़ा और इसकी शिकायत चुनाव आयोग (Election Commission) से भी की गई। हालांकि, अब चुनाव आयोग ने इस मामले में स्पष्ट कर दिया है कि बिहार के लोगों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन देने का बीजेपी का वादा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है।

आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले की शिकायत पर EC का जवाब
चुनाव आयोग ने इस बात की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले की ओर से दी शिकायत के जवाब में दिया है। गोखले ने आरोप लगाया था कि इस तरह की घोषणा केंद्र सरकार की शक्तियों का दुरुपयोग है और मतदाताओं को गुमराह करने का प्रयास किया गया है। ये वादा ऐसे समय में किया गया है जिस समय वैक्सीन नीति तक तय नहीं की गई है।

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फ्री कोरोना वैक्सीन का वादा आचार संहिता का उल्लंघन नहीं: EC
हालांकि, चुनाव आयोग ने बीजेपी के फ्री कोरोना वैक्सीन के वादे को आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना है। चुनाव आयोग ने पिछले साल लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस की NYAY योजना के खिलाफ प्राप्त शिकायत पर भी यही रुख अपनाया था। इस योजना में 25 करोड़ लोगों के लिए प्रति माह न्यूनतम आय 6,000 रुपये या प्रति वर्ष 72,000 रुपये का वादा किया गया था।


चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के 3 प्रावधानों का किया जिक्र
28 अक्टूबर को चुनाव आयोग की ओर साकेत गोखले को उनकी शिकायत पर जवाब दिया गया। इसमें EC ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के तीन प्रावधानों का उल्लेख किया। इसमें कहा गया कि राज्य के चुनाव घोषणापत्र में संविधान के खिलाफ कुछ भी शामिल नहीं होना चाहिए, ऐसे वादों से बचना चाहिए जो चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता को भंग करते हों या मतदाता पर अनुचित प्रभाव डालते हैं और वादों के पीछे तर्क को प्रतिबिंबित करना चाहिए। आयोग ने अपने जवाब में यह भी बताया है कि घोषणापत्र हमेशा एक विशिष्ट चुनाव के लिए जारी किए जाते हैं।


बीजेपी के फ्री कोरोना वैक्सीन के वादे पर विपक्षी दलों ने उठाए थे सवालचुनाव आयोग ने इन सभी बातों के आधार पर अपने जवाब में कहा कि बीजेपी के कोविड-19 टीके को लेकर किए गए चुनावी वादे से आदर्श आचार संहिता के किसी भी प्रावधान का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है। दरअसल, बीजेपी के कोरोना वैक्सीन को लेकर किए गए चुनावी वादे पर आरजेडी, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए थे।

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