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Utkrisht Maurya: कौन हैं स्वामी प्रसाद के बेटे उत्कृष्ट मौर्य? जिन्हें अखिलेश यादव ने नहीं दिया ऊंचाहार सीट से टिकट

स्वामी प्रसाद ने बीजेपी छोड़ने के बाद योगी सरकार पर तमाम आरोप लगाए। यह माना जा रहा था खुद को और अपने बेटे को टिकट देने के प्रयास में वह अखिलेश यादव के साथ आए हैं। लेकिन अब उनका यह दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों की सूची में ऊंचाहार विधानसभा से उनके बेटे की जगह सीटिंग विधायक मनोज पांडेय पर भरोसा जताया है।

Written byऐश्वर्य कुमार राय | नवभारतटाइम्स.कॉम 25 Jan 2022, 11:46 am
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में कद्दावर नेताओं में शुमार स्वामी प्रसाद मौर्य कुछ दिनों पहले अचानक सुर्खियों में आ गए, जब उन्होंने भाजपा को छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। स्वामी प्रसाद ने बीजेपी छोड़ने के बाद योगी सरकार पर तमाम आरोप लगाए। यह माना जा रहा था खुद को और अपने बेटे को टिकट देने के प्रयास में वह अखिलेश यादव के साथ आए हैं। लेकिन अब उनका यह दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों की सूची में ऊंचाहार विधानसभा से उनके बेटे की जगह सीटिंग विधायक मनोज पांडेय पर भरोसा जताया है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने रायबरेली के ऊंचाहार से ही अपनी राजनीति शुरू की थी। बाद में वह कुशीनगर के पडरौना चले गए थे और बीएसपी के शासनकाल में मंत्री बने। बाद में वह भारतीय जनता पार्टी से जुड़ गए थे। लेकिन अब विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अखिलेश यादव का दामन थाम लिया। स्वामी प्रसाद मौर्य का परिवार भी राजनीति में सक्रिय है।

उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं सीट से लोकसभा सांसद हैं। स्वामी प्रसाद अपने बेटे उत्कृष्ट मौर्य को भी राजनीति में स्थापित करने की कोशिश में लगे हुए हैं। उत्कृष्ट दो बार ऊंचाहार सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन मामूली अंतर से चुनाव हार गए। इस बार भाजपा छोड़कर सपा में आए स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बेटे को ऊंचाहार से टिकट दिलवाने के प्रयास में लगे हुए थे लेकिन समाजवादी पार्टी की नई लिस्ट में ऊंचाहार से वर्तमान विधायक मनोज पांडेय पर ही भरोसा जताया गया है।

स्वामी प्रसाद ने योगी सरकार पर पिछड़े और दलित समाज की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बीजेपी को छोड़ा था। हालांकि बीजेपी की तरफ से कहा गया कि स्वामी प्रसाद की राजनीतिक महत्वाकांक्षा है और वह अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे। लेकिन अब बेटे उत्कृष्ट मौर्य को टिकट नहीं मिलने से स्वामी प्रसाद का यह दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है।

उत्कृष्ट मौर्य ने 2012 का विधानसभा चुनाव बीएसपी के टिकट पर लड़ा था। उन्हें 59348 वोट मिले थे। लेकिन समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मनोज कुमार पांडेय ने 61930 वोट पाकर उन्हें हरा दिया। इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में भी यही परिणाम देखने को मिला। मनोज पांडेय चुनाव जीत गए और उनकी जीत का अंतर भी लगभग 2000 वोट था। उत्कृष्ट मौर्य बीएसपी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मैदान में थे। अब इस बार उनके पिता स्वामी प्रसाद सपा में जा चुके हैं और बहन संघमित्रा बदायूं से सांसद हैं। ऊंचाहार से टिकट नहीं मिलने पर उत्कृष्ट मौर्य कौन सा राजनीतिक कदम उठाएंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।
लेखक के बारे में
ऐश्वर्य कुमार राय
ऐश्वर्य कुमार राय नवभारत टाइम्स ऑनलाइन में बतौर प्रिंसिपल डिजिटल कॉन्टेंट प्रड्यूसर कार्यरत। गृहनगर पूर्वी उत्तर प्रदेश का गोरखपुर, जहां जन्म से लेकर स्कूल तक शिक्षा-दीक्षा हुई। ग्रैजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी से करने के बाद भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) से पत्रकारिता में पीजी-डिप्लोमा की पढ़ाई। पेशेवर सफर देश की एकमात्र त्रिभाषीय एजेंसी UNI-वार्ता से शुरू हुआ। फिर NBT के साथ आगे की यात्रा। दिल्ली और लखनऊ कर्मभूमि। यात्रा, सिनेमा, दर्शन, इतिहास में दिलचस्पी।... और पढ़ें

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