लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्होंने आंबेडकर और कांशीराम का अपमान किया है। सीएम योगी ने मायावती के उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने सीधे मुसलमानों को संबोधित करते हुए वोट की अपील की है। सीएम योगी ने मायावती के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मायावती जी के द्वारा इस प्रकार का संबोधन... कांशीराम जी और आंबेडकर जी का इससे बड़ा दूसरा अपमान नहीं हो सकता है। अगर उन्हें केवल मुस्लिम वोट ही चाहिए तो स्वाभाविक रूप से दूसरा वोट भी तय कर लेगा कि कहां जाना है।'
गौरतलब है कि सहारनपुर के देवबंद में एसपी-बीएसपी और आरएलडी की पहली संयुक्त रैली विवादों में घिर गई। रैली में बीएसपी प्रमुख मायावती बीजेपी और पीएम मोदी पर आक्रामक रहीं, लेकिन उनका भाषण विवाद का विषय बन गया है। दरअसल, रैली में उन्होंने सीधे मुसलमानों को संबोधित करते हुए वोट की अपील की। चुनाव आयोग ने भी मामले में संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट मांगी है। उत्तर प्रदेश के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने इसका संज्ञान लेते हुए स्थानीय प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है।
पढ़ें: SP के कोर वोट पर BSP की 'सेंधमारी', BJP बोली- माया को दलितों पर भरोसा नहीं
मायावती ने अपने भाषण में कहा, 'मैं खासतौर पर मुस्लिम समाज के लोगों से यह कहना चाहती हूं कि आपको भावनाओं में बहकर, रिश्ते-नातेदारों की बातों में आकर वोट बांटना नहीं है, बल्कि एकतरफा वोट गठबंधन को ही देना है।' आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों और नेताओं से प्रचार अभियान के दौरान जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र आदि के नाम पर ऐसी भावनात्मक अपील करने से बचने को कहा है, जिससे समाज में भेदभाव और तनाव फैलता हो।
आयोग ने चुनाव प्रचार अभियान के जोर पकड़ने के मद्देनजर शुक्रवार को सभी दलों को जारी अडवाइजरी में भी कहा था कि नेता प्रचार में विरोधियों के निजी जीवन और सार्वजनिक कार्यकलापों से इतर कामों पर भी टिप्पणी करने से बचें। मायावती ने रैली में मुस्लिमों से खास अपील करते हुए कह दिया कि कांग्रेस को वोट न देकर सिर्फ गठबंधन को वोट दें तभी बीजेपी को सत्ता से बाहर किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्होंने आंबेडकर और कांशीराम का अपमान किया है। सीएम योगी ने मायावती के उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने सीधे मुसलमानों को संबोधित करते हुए वोट की अपील की है।
गौरतलब है कि सहारनपुर के देवबंद में एसपी-बीएसपी और आरएलडी की पहली संयुक्त रैली विवादों में घिर गई। रैली में बीएसपी प्रमुख मायावती बीजेपी और पीएम मोदी पर आक्रामक रहीं, लेकिन उनका भाषण विवाद का विषय बन गया है। दरअसल, रैली में उन्होंने सीधे मुसलमानों को संबोधित करते हुए वोट की अपील की। चुनाव आयोग ने भी मामले में संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट मांगी है। उत्तर प्रदेश के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने इसका संज्ञान लेते हुए स्थानीय प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है।
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मायावती ने अपने भाषण में कहा, 'मैं खासतौर पर मुस्लिम समाज के लोगों से यह कहना चाहती हूं कि आपको भावनाओं में बहकर, रिश्ते-नातेदारों की बातों में आकर वोट बांटना नहीं है, बल्कि एकतरफा वोट गठबंधन को ही देना है।' आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों और नेताओं से प्रचार अभियान के दौरान जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र आदि के नाम पर ऐसी भावनात्मक अपील करने से बचने को कहा है, जिससे समाज में भेदभाव और तनाव फैलता हो।
आयोग ने चुनाव प्रचार अभियान के जोर पकड़ने के मद्देनजर शुक्रवार को सभी दलों को जारी अडवाइजरी में भी कहा था कि नेता प्रचार में विरोधियों के निजी जीवन और सार्वजनिक कार्यकलापों से इतर कामों पर भी टिप्पणी करने से बचें। मायावती ने रैली में मुस्लिमों से खास अपील करते हुए कह दिया कि कांग्रेस को वोट न देकर सिर्फ गठबंधन को वोट दें तभी बीजेपी को सत्ता से बाहर किया जा सकता है।