बेंगलुरु
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को आरोप लगाया है कि कुछ विरोधी लोग उनके बेटे निखिल कुमारस्वामी के खिलाफ सुनियोजित कैंपेन चलाकर राज्य की मांड्या सीट से उनकी उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं। बता दें कि कुमारस्वामी के बेटे निखिल के कर्नाटक की मांड्या सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है और इसे लेकर सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
मंगलवार को कर्नाटक में मीडिया से बात करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि जो लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं वे मतदाता नहीं हैं। असली मतदाता गांवों में है और वो ही फैसला करेंगे। उन्होंने दावा किया कि निखिल की उम्मीदवारी के खिलाफ एक सुनियोजित अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, हम लोगों के समक्ष जाकर उनसे समर्थन मांगेंगे और वही लोग सारे फैसले भी करेंगे।
बता दें कि कर्नाटक में जनता दल सेक्युलर के समर्थक होने का दावा करने वाले कई कार्यकर्ताओं ने कुमारस्वामी पर वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा देने और पार्टी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा था। सोशल मीडिया पर सक्रिय ऐसे कई कार्यकर्ताओं ने जिले में निखिल के सक्रिय ना होने के आरोप भी लगाए। वहीं कई अकाउंट्स से 'निखिल वापस जाओ' के नारे के साथ पोस्ट भी वायरल हुई।
(समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से मिले इनपुट के साथ)
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को आरोप लगाया है कि कुछ विरोधी लोग उनके बेटे निखिल कुमारस्वामी के खिलाफ सुनियोजित कैंपेन चलाकर राज्य की मांड्या सीट से उनकी उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं। बता दें कि कुमारस्वामी के बेटे निखिल के कर्नाटक की मांड्या सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है और इसे लेकर सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
मंगलवार को कर्नाटक में मीडिया से बात करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि जो लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं वे मतदाता नहीं हैं। असली मतदाता गांवों में है और वो ही फैसला करेंगे। उन्होंने दावा किया कि निखिल की उम्मीदवारी के खिलाफ एक सुनियोजित अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, हम लोगों के समक्ष जाकर उनसे समर्थन मांगेंगे और वही लोग सारे फैसले भी करेंगे।
बता दें कि कर्नाटक में जनता दल सेक्युलर के समर्थक होने का दावा करने वाले कई कार्यकर्ताओं ने कुमारस्वामी पर वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा देने और पार्टी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा था। सोशल मीडिया पर सक्रिय ऐसे कई कार्यकर्ताओं ने जिले में निखिल के सक्रिय ना होने के आरोप भी लगाए। वहीं कई अकाउंट्स से 'निखिल वापस जाओ' के नारे के साथ पोस्ट भी वायरल हुई।
(समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से मिले इनपुट के साथ)