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हॉलिवुड की फिल्मों से भी बड़ी है फिल्म 2.0: अक्षय कुमार

अक्षय कहते हैं कि हमारी फिल्म '2.0' जिस तरह 510 करोड़ के बजट में बनाई गई है, वह हॉलिवुड से भी बड़ी है... क्योंकि इस बजट में हॉलिवुड वाले इतनी बढियां फिल्म नहीं बना पाएंगे। फिल्म के साउंड पर जो नया प्रयोग किया गया है, वह भी अनोखा और नया, यह प्रयोग है।

संजय मिश्रा | नवभारतटाइम्स.कॉम 28 Nov 2018, 2:34 pm
अभिनेता अक्षय कुमार ने अपनी रिलीज़ के लिए तैयार फिल्म की तुलना हॉलिवुड की साइंस फिक्शन फिल्मों से करते हुए कहा कि उनके हिसाब से फिल्म '2.0' हॉलिवुड की फिल्मों से भी बड़ी है, इसकी वजह यह है कि हॉलिवुड वाले इतने कम बजट में इतनी बेहतरीन फिल्म कभी नहीं बना पाएंगे। अक्षय इन दिनों अपनी फिल्म के प्रमोशन में बिजी हैं। वह बताते हैं कि फिल्म के साउंड पर कई ऐसे प्रयोग किए गए हैं, जो अब तक हॉलिवुड में भी देखने को नहीं मिले हैं। अक्षय ने इस बातचीत में कई और बातें भी बताईं।
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आपकी फिल्म में मोबाइल को सबसे बड़ा खतरा बताया गया है, आप खुद मोबाइल का इस्तेमाल करने से कितना बचते हैं?

मैं मोबाइल बहुत कम इस्तेमाल करता हूं, मेरा मोबाइल मेरे हाथ में रहता भी नहीं है। मैं अपना मोबाइल सिर्फ फोन करने के लिए इस्तेमाल करता हूं, किसी निर्माता या निर्देशक से बात करना हुआ तभी मैं खुद बात करता हूं, वरना आमतौर पर मेरा फोन मेरे असिस्टेंड उठाते हैं और जवाब भी वही देते हैं। मैं बहुत ज्यादा टेक्नॉलजी वाला व्यक्ति नहीं हूं।

क्या आप अपने बच्चों को मोबाइल से दूर रखते हैं?

बच्चों को भी दूर रखने का प्रयास रखता हूं, लेकिन यह जनरेशन ऐसी है कि यदि मोबाइल से बच्चों को जबरदस्ती दूर रखा जाएगा तो वह किसी न किसी बहाने से मोबाइल इस्तेमाल करेंगे। आप बच्चों को समझा सकते हैं, उसके नुकसान के बारे में बता सकते हैं। आज किसी बच्चे पर जोर-जबरदस्ती का जमाना नहीं है।


कई अभिनेता कहानी के मांग पर अपने शरीर और वजन के साथ बहुत ज्यादा प्रयोग करते हैं, इसे आप किस तरह देखते हैं?

मेरे लिए मेरे प्रफेशन से ज्यादा महत्वपूर्ण मेरा हेल्थ है, मैं कभी भी किसी फिल्म के लिए अपने शरीर या हेल्थ के साथ कोई प्रयोग नहीं करूंगा, हां एक-आधा किलो अगर वजन कम-ज्यादा करना है तो ठीक है। हेल्थ है तो प्रफेशन है, जब हेल्थ ही नहीं होगा तो प्रफेशन कहां से आएगा।

मैंने साउथ के बहुत सारे लोगों के साथ खूब काम किया है

2.0 मेरी पहली साउथ की फिल्म नहीं है, मैं पहले भी साउथ में काम कर चुका हूं। मैंने बहुत पहले एक कन्नड़ फिल्म में काम किया था, जिसका नाम था विष्णु विजया। मैंने साउथ के बहुत सारे लोगों के साथ खूब काम किया है। प्रियदर्शन, प्रभु देवा, सेट पर कई टेक्निशन और कैमरामैन तो हमेशा साउथ का होता था।

यह प्रयोग अब तक हॉलिवुड में भी नहीं हुआ है

साउथ के काम करने का तरीका बड़ा तेज है, टाइम बरबाद नहीं करते, टेक्नॉलजी पर वह बहुत बारीकी से काम करते हैं। फिल्म के एक सीन में आप देखेंगे जब मोबाइल चलने लगते हैं, तो उनके जमीन पर चलने का साउंड क्रिएट किया है, यह प्रयोग अब तक हॉलिवुड में भी नहीं हुआ है। कई थिअटर में आपके पैरों के पास स्पीकर लगा होता है। साउंड पर वह बहुत काम करते हैं, उनकी नजर हमेशा हॉलिवुड पर रहती है।इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य सोशल मेसेज के साथ-साथ डिजिटल की दुनिया से आपको अवगत कराना भी है। यह एक 3D फिल्म है, जो आपको एक अलग दुनिया में ले जाएगी और एक अनोखा अनुभव भी देगी।


आप किसी फिल्म को साइन करने से पहले सबसे ज्यादा क्या देखते हैं?

मैं फिल्मों में काम करने से पहले हमेशा कॉन्टेंट देखता हूं और आगे भी वही देखूंगा। मेरा खुद का प्रॉडक्शन है और हमने टॉइलट: एक प्रेम कथा, एयरलिफ्ट, पैडमैन जैसी फिल्में बनाईं हैं।

हिंदी इलाकों में यह फिल्म आपके कंधों पर है, क्या क्या कहेंगे?

यह फिल्म सबके कंधों पर है, सारे टेक्निशन सहित ए आर रहमान, शंकर और हम सबके कंधो पर है। अगर यह फिल्म चलेगी तो सबके कंधें ऊपर उठेंगे, नहीं चलेगी तो सबके कंधे झुकेंगे।


बॉलिवुड में भी बड़े बजट की बड़ी फिल्में बनाई जाएगीं।

हमारी फिल्म 2.0 का बजट 510 करोड़ का है, बॉलिवुड में हम अब तक 325 करोड़ के बजट की फिल्म बना पाएं हैं। अब लोगों ने बड़ी-बड़ी फिल्में बनाने शुरू की हैं। अब कई सारी कंपनिया छोटे-छोटे शहरों में तमाम थिअटर बनाए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में बॉलिवुड में भी बड़े बजट की और भी बड़ी-बड़ी फिल्में बनाई जाएगीं।

इतनी बड़ी फिल्म है आपकी, पायरेसी से बचने का कोई उपाय सोचा है फिल्म '2.0' की टीम ने

पायरेसी करने वालों को निवेदन करता हूं की पायरेसी न करें, बाकी तो सरकार का काम है, पुलिस और सरकार भी पायरेसी को लेकर अपना काम कर रही है।


हॉलिवुड इस बजट में ऐसी फिल्म नहीं बना पाएंगे

आप जब 2.0 देखने जाएं तो इस दिमाग के साथ जाएं कि यह एक साइंस फिक्शन वाली फिल्म है। असल जिंदगी में ऐसा कुछ होता नहीं है। मतलब जैसे आप हॉलिवुड की फिल्म ट्रांसफार्मर देखते हैं, बिलकुल इसी तरह इसे भी देखें। मैं यह कह सकता हूं कि यह हॉलिवुड की फिल्मों से भी बड़ी फिल्म है। इसके कई कारण हैं, हमने यह फिल्म मात्र 510 करोड़ रुपए के बजट में बना ली है, लेकिन हॉलिवुड में अवतार और ट्रांसफार्मर जैसी फिल्में इस फिल्म के बजट से कई गुना ज्यादा बजट में बनाई जाती है। हॉलिवुड को यह बजट देकर अगर कहो कि ऐसी फिल्म बना दें तो शायद वह नहीं बना पाएंगे।

फिल्म में अक्षय कुमार के अलावा सुपरस्टार रजनीकांत की अहम भूमिका है। यह फिल्म 29 नवंबर को देशभर के सिनेमाहाल में रिलीज होने जा रही है। फिल्म का निर्देशन शंकर ने किया है। यह फिल्म 'रोबोट' का अगला भाग है।
लेखक के बारे में
संजय मिश्रा
"संजय मिश्रा (Sanjay Mishra Katyani) पिछले 17 सालों से फिल्म जर्नलिस्ट हैं। साल 2006 में दूरदर्शन से एक रिपोर्टर के तौर पर अपनी शुरुआत करने के बाद, लाइव इंडिया, मी मराठी, नेटवर्क 18 हिंदी, इंडिया टीवी और न्यूज़ एक्सप्रेस जैसे न्यूज़ चैनल के साथ 10 साल सक्रिय फिल्म रिपोर्टिंग की। साल 2015 में बुक माय शो के साथ जुड़कर डिजिटल/ऑनलाइन न्यूज़ की दुनिया में कदम रखा और बीबीसी हिंदी और जागरण डॉट कॉम के साथ कार्य किया। साल 2016 से टाइम्स ऑफ इंडिया परिवार, नवभारत टाइम्स डॉट कॉम का हिस्सा बन गए। एनबीटी में 2016 से प्रिंसिपल डिजिटल कंटेंट प्रड्यूसर के रूप में कार्यरत। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले संजय मिश्रा का जन्म और पढ़ाई-लिखाई मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में हुई।... और पढ़ें

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