ऐपशहर

तैमूर को पता है कि बहुत लोग उनका फोटो लेना चाहते हैं: सैफ अली खान

ऐक्टर सैफ अली खान पिछले कुछ समय से अपने किरदारों को लेकर लगातार प्रयोग कर रहे हैं। नई फिल्म लाल कप्तान में वह नागा साधु की भूमिका में होंगे। पेश है उनसे इस बारे में हुई बातचीत...

उपमा सिंह | नवभारत टाइम्स 12 Oct 2019, 8:05 am
एक ऐक्टर के तौर पर सैफ अली खान रिस्क लेने से कभी नहीं हिचकते। फिर, वह 'एक हसीना थी' और 'ओंकारा' जैसी फिल्मों में नेगेटिव रोल निभाना हो या फिर सेक्रेड गेम्स के जरिए डिजिटल मीडियम में डेब्यू, सैफ ने हमेशा कुछ अलग करने की कोशिश की है। पिछले कुछ समय से तो वह 'शेफ', 'कालाकांडी', 'बाजार' जैसी लीक से हटकर फिल्में कर रहे हैं। अपनी अगली फिल्म 'लाल कप्तान' में भी वह नागा साधू का चौंकाने वाला किरदार निभा रहे हैं। 17वीं सदी में सेट इस रिवेंज ड्रामा फिल्म के बारे में सैफ कहते हैं, ‘यह बहुत ही ज्यादा चैलेंजिंग रोल था। इससे ज्यादा चैलेंजिंग मैंने कुछ किया ही नहीं। यह एक वॉरियर नागा साधु है, जिसे बदला लेना है। यह बहुत ही अग्रेसिव और मुश्किल किरदार है, तो उसके बारे में मेंटली काफी सोचना पड़ा, काफी तैयारी करनी पड़ी। लुक या मेकअप एक बात है, लेकिन अंदर से वह चीज लाने के लिए भी आपको कुछ और बनना पड़ता है। यह नॉर्मल नहीं है। इसलिए, थोड़ा वक्त लगा और मेहनत करनी पड़ी, लेकिन अब मैं बहुत एक्साइटेड हूं।’
नवभारतटाइम्स.कॉम सैफ अली खान
सैफ अली खान


असल रिस्क बोरिंग होना है
आमतौर पर जहां ऐक्टर्स अपने फैंस और इमेज के बारे में सोचते हैं, वहीं सैफ कुछ समय से लीक से हटकर फिल्में ही कर रहे हैं। इस बारे में सैफ का कहना है, ‘मैं भी फैंस के बारे में सोचता हूं और मुझे लगता है कि फैंस को अच्छी ऐक्टिंग इंजॉय करनी चाहिए। मैं भी कुछ अलग करके उनको एंटरटेन करने की ही कोशिश कर रहा हूं। मैं इसे रिस्क नहीं मानता। मुझे लगता है कि ये बोरिंग होने से बेहतर है। असल रिस्क बोरिंग होना है।’ हालांकि, सैफ की ये प्रयोगात्मक फिल्में बॉक्स ऑफिस पर नहीं चलीं। ऐसे में बॉक्स ऑफिस उनके लिए कितना अहम है, यह पूछने पर वह कहते हैं, ‘वह बिलकुल अहमियत रखता है, लेकिन कभी-कभी मैं इसके बारे में नहीं सोचता हूं। मुझे लगता है कि अच्छी फिल्में बननी चाहिए। मुझे नहीं पता कि लाल कप्तान बनती या नहीं, अगर मैं सिर्फ बॉक्स ऑफिस के बारे में सोचता। तब शायद मैं सिर्फ आंखें 2 या उस टाइप की फिल्में करता। अगर कोई बोले कि ये पिक्चर चलेगी, पर वह बोरिंग है, तो मैं नहीं करना चाहूंगा, लेकिन लाल कप्तान के लिए लोग भले बोले कि नहीं चलेगी, फिर भी मैं करना चाहूंगा, क्योंकि करते वक्त बहुत मजा आएगा। ये मेरी जिंदगी का सवाल है कि मैं अपने छह महीने कैसे बिताऊं? हालांकि, मुझे कमर्शल फिल्में भी पसंद हैं। मैंने थोड़ा सोच-समझकर यह फैसला लिया है कि मैं कमर्शल प्रॉजेक्ट्स करूं, जैसे जवानी जानेमन और भूत पुलिस काफी कमर्शल हैं।’

सारा के साथ चिंता बढ़ जाती
पिता-बेटी के रिश्ते पर आधारित फिल्म जवानी जानेमन में पहले सैफ के साथ उनकी बेटी सारा अली खान को लिए जाने की खबर थी, लेकिन अब वह रोल आलिया फर्निचरवाला कर रही हैं, जिससे सैफ काफी खुश हैं। बकौल सैफ, ‘मैं खुश हूं कि इस फिल्म में सारा नहीं हैं, क्योंकि उसका एक अलग दबाव होता है। अनजाने लोगों के साथ काम करना बेहतर होता है। तब आपको सिर्फ अपना काम करना होता है। अगर सारा होतीं, तो बहुत सी दूसरी चीजों की फिक्र होती कि ये ठीक है या नहीं है। अभी तो सिर्फ अपने काम पर ध्यान देना है।’ लेकिन क्या वह भविष्य में सारा के साथ कोई फिल्म करना चाहेंगे? इस सवाल पर सैफ कहते हैं, ‘कोई अच्छी स्क्रिप्ट होगी, तो क्यों नहीं।’ सैफ ने हाल ही में करीना के रेडियो शो वाट विमन वॉन्ट के लिए शूट किया, जिसे वह काफी मजेदार और अच्छा अनुभव मानते हैं। लेकिन करीना के साथ फिल्म करने के सवाल पर उनका कहना है, ‘ऐसा कोई प्लान तो नहीं है, लेकिन कोई अच्छी स्क्रिप्ट आएगी, तो निश्चित तौर पर हम साथ काम करेंगे।’

काम के साथ लाइफ भी जीनी है
सैफ टीवी इंडस्ट्री में घंटों काम कराए जाने के खिलाफ हैं, इसीलिए वह छोटे परदे से दूर हैं। लेकिन हाल ही में करीना कपूर एक डांस रिएलिटी शो में बतौर जज नजर आईं, तो क्या इससे टीवी को लेकर सैफ की सोच कुछ बदली? इस पर सैफ कहते हैं, ‘करीना ने टेलिविजन शो नहीं किया। रिएलिटी शो जज करना अलग होता है। मुझे टीवी इंडस्ट्री में 15-16 घंटे काम कराया जाना सही नहीं लगता। यह थोड़ा शोषण हो गया न।


इंस्टाग्राम जॉइन कर सकते हैं सैफ
फैंस से जुड़ने के लिए एक्टर्स सोशल मीडिया को बेस्ट माध्यम मानते हैं, लेकिन सैफ अब तक इससे दूर हैं। वह कहते हैं, ‘मुझे नहीं लगता कि मैं कुछ मिस कर रहा हूं। शायद मैं इंस्टाग्राम जॉइन कर लूं। मुझे पता नहीं है। वैसे, मैंने नोटिस किया है कि जो लोग ज्यादा फोटो लगाते हैं, वे एक-दूसरे से बात करना भूल गए हैं। वे चीजों को इंजॉय नहीं करते हैं। आप कहीं जाते हैं, तो जगह को देखो। दिमाग में भी कुछ रखो, किसी से बात करो, लेकिन चलो सब पिक्चर लो, उस पिक्चर का क्या होता है, पता नहीं। छोड़ो पिक्चर लेना, एक अच्छी शाम इंजॉय करो।’ सैफ का परिवार पैपराजी का भी फेवरिट है। क्या तैमूर अली खान ये समझते हैं कि मीडिया उनकी फोटोज क्यों लेना चाहती है? सैफ बताते हैं, ‘तैमूर को पता है कि बहुत लोग हैं, जो उनका फोटो लेना चाहते हैं।'
लेखक के बारे में
उपमा सिंह
पत्रकारिता में 17 साल का अनुभव। अमर उजाला लखनऊ और दैनिक भास्कर लुधियाना से अनुभव बटोरते-बांटते नवभारत टाइम्स पहुंचीं। फिलहाल एनबीटी मुंबई में असिस्टेंट एडिटर के पद पर कार्यरत हैं। सिनेमा प्यार, पैशन और प्रफेशन तीनों है, तो सिनेमा और सिनेमाई हस्तियों से जुड़े विषयों पर गहरी पकड़ रखती हैं। वहीं, जेंडर इक्वॉलिटी और महिला मुद्दों पर भी धारदार कलम चलाती हैं। इसके लिए उन्हें लाडली मीडिया अवॉर्ड फॉर जेंडर सेंसिबिलिटी से भी सम्मानित किया गया है।... और पढ़ें

अगला लेख

Entertainmentकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग