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काश! मैं भी गुरुदत्त के जमाने में पैदा होता: आमिर

दंगल फेम आमिर खान ने 1960 के दशक को भारतीय सिनेमा का स्वर्णिम दौर बताया है। उस वक्त को याद करते हुए आमिर ने कहा कि उन्हें हमेशा इस बात का मलाल रहेगा कि वह उस दौर में पैदा नहीं हुए। उन्होंने कहा, 'काश मैं भी के. आसिफ, गुरुदत्त जैसे दिग्गजों के जमाने में पैदा हुआ होता।'

भाषा 29 Oct 2016, 3:56 pm
दंगल फेम आमिर खान ने 1960 के दशक को भारतीय सिनेमा का स्वर्णिम दौर बताया है। उस वक्त को याद करते हुए आमिर ने कहा कि उन्हें हमेशा इस बात का मलाल रहेगा कि वह उस दौर में पैदा नहीं हुए। उन्होंने कहा, 'काश मैं भी के. आसिफ, गुरुदत्त जैसे दिग्गजों के जमाने में पैदा हुआ होता।'
नवभारतटाइम्स.कॉम aamir khan says guru dutt era was best in indian cinema
काश! मैं भी गुरुदत्त के जमाने में पैदा होता: आमिर


51 वर्षीय अभिनेता का कहना है कि उस दौर के फिल्मकारों ने देश में 'उथलपुथल' पैदा करने का काम किया था और इसलिए वह कला के इस क्षेत्र में एक अलग तरह की संवेदना जगा पाए। आमिर ने कहा, '1960 का दशक वास्तविक और बेहतरीन था। उस वक्त लोग सामाजिक उथल-पुथल के दौर से गुजर रहे थे। संघर्ष था, देश का बंटवारा हुआ था इसलिए उस समय की पूरी पीढ़ी बेहद रचनात्मक थी। साहिर लुधियानवी, मजरुह सुल्तानपुरी जैसी शख्सियतें उसी दौर में हुईं।'

अपने चाचा नासिर हुसैन की जीवनी 'म्यूजिक मस्ती मॉडर्निटी : द सिनेमा ऑफ नासिर हुसैन' के लॉन्च पर आयोजित एक पैनल चर्चा में आमिर ने उस दौर के सिनेमा पर अपने विचार साझा किए।

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