शुक्रवार को महाराष्ट्र के कई सिनेमाघरों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मधुर भंडारकर की फिल्म 'इंदु सरकार' के शो में उत्पात मचाया। मधुर भंडारकर की यह फिल्म साल 1975 में इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाई गई इमर्जेंसी पर आधारित है। इस फिल्म के रिलीज़ होने के बाद कांग्रेस पार्टी के लोगों ने ठाणे, नांदेड़, नासिक, जलगांव जिले के कई थिअटर और मल्टीप्लेक्स में फिल्म के शो रुकवा दिए। हालांकि बाद में पुलिस सुरक्षा के बीच फिल्म के शो शुरू करवा दिए गए।
पुलिस अधिकारियों ने बताया, 'पुलिस थिअटर्स के आसपास नजर बनाए हुए है और इसके बाद से किसी भी घटना की सूचना नहीं मिली है।' ठाणे में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह 9 बजे ही शो से पहले एक एक शॉपिंग मॉल के बाहर इकट्ठे हो गए। पुलिस ने बताया, 'कांग्रेस कार्यकर्ता अपने साथ बैनर और तख्तियां लेकर नारेबाजी करने लगे जिसके बाद शो रोकना पड़ा। इस घटना के बाद पुलिस ने लगभग 10 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।' इसी तरह ठाणे में एक मल्टीप्लेक्स के बाहर प्रदर्शन कर रहे 15 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया।
वहीं, नांदेड़ में भी 'इंदु सरकार' का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। हालांकि कांग्रेस पार्टी के लोगों के विरोध को देखते हुए थिअटर गुरुवार रात से ही बंद कर दिया गया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि फिल्म में इमर्जेंसी के दौरान इंदिरा गांधी और संजय गांधी की गलत छवि दिखाई गई है। कांग्रेस का आरोप है कि यह फिल्म पूरी तरह 'स्पॉन्सर्ड' है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया, 'पुलिस थिअटर्स के आसपास नजर बनाए हुए है और इसके बाद से किसी भी घटना की सूचना नहीं मिली है।' ठाणे में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह 9 बजे ही शो से पहले एक एक शॉपिंग मॉल के बाहर इकट्ठे हो गए। पुलिस ने बताया, 'कांग्रेस कार्यकर्ता अपने साथ बैनर और तख्तियां लेकर नारेबाजी करने लगे जिसके बाद शो रोकना पड़ा। इस घटना के बाद पुलिस ने लगभग 10 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।' इसी तरह ठाणे में एक मल्टीप्लेक्स के बाहर प्रदर्शन कर रहे 15 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया।
वहीं, नांदेड़ में भी 'इंदु सरकार' का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। हालांकि कांग्रेस पार्टी के लोगों के विरोध को देखते हुए थिअटर गुरुवार रात से ही बंद कर दिया गया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि फिल्म में इमर्जेंसी के दौरान इंदिरा गांधी और संजय गांधी की गलत छवि दिखाई गई है। कांग्रेस का आरोप है कि यह फिल्म पूरी तरह 'स्पॉन्सर्ड' है।