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गोविंदा ने डेविड धवन पर लगाया कहानी चुराने का आरोप

गोविंदा बताते हैं, 'डेविड ने मेरी एक कहानी और कॉन्सेप्ट को ध्यान से सुना लेकिन बाद में मेरे आइडिया, कॉन्सेप्ट और उसी टाइटल पर ऋषि कपूर को लेकर फिल्म 'चश्मे बद्दूर' बना ली।'

संजय मिश्रा | नवभारतटाइम्स.कॉम 10 Feb 2017, 9:32 am
अभिनेता गोविंदा इन दिनों रिलीज के लिए तैयार अपनी होम प्रॉडक्शन की फिल्म 'आ गया हीरो' के प्रमोशन में जी जान से जुटे हैं। इसी सिलसिले में नवभारतटाइम्स डॉट कॉम से हुई बातचीत में गोविंदा ने कभी उनके खास दोस्त रहे डेविड धवन के बारे में एक बड़ा खुलासा किया है। गोविंदा ने बताया कि डेविड ने उनकी एक कहानी का आइडिया और कॉन्सेप्ट को सुना और फिल्म बनाने का आश्वासन भी दिया था लेकिन बाद में डेविड ने मुझे धोखा देकर मेरी कहानी पर फिल्म किसी और के साथ बना ली।
नवभारतटाइम्स.कॉम govinda said david took my subject and titled it chashme baddoor and cast rishi kapoor in it
गोविंदा ने डेविड धवन पर लगाया कहानी चुराने का आरोप


डेविड के नाम पर जमकर भड़के गोविंदा बताते हैं, 'जब मैंने डेविड को कहा मेरे साथ 18वीं फिल्म भी बना लो तब उन्होंने मेरे साथ फिल्म बनाने के लिए मेरी एक कहानी और कॉन्सेप्ट को ध्यान से सुना लेकिन बाद में डेविड ने मेरे आइडिया, कॉन्सेप्ट और उसी टाइटल पर ऋषि कपूर और कुछ नए लोगों को लेकर फिल्म 'चश्मे बद्दूर' बना ली। जब मैंने डेविड से पूछा अरे तुम मेरे कांसेप्ट के साथ यह क्या कर रहे हो तो डेविड बोला तू देख मैं क्या बढियां फिल्म बनाउंगा। मैंने कहा ये तो सरासर बदमाशी है, बाद में मैंने कहा कम से कम मेरा कोई भी छोटा सा रोल तो रख लो लेकिन उसने वह शॉट भी नहीं डाला, मैंने उससे कहा था की अगर मुझे अपनी फिल्म में नहीं लोगे तो मैं अगले सात साल के लिए नहीं मिलूंगा लेकिन उसको मेरी बात समझ में नहीं आई। आज सात साल हो गए मैं उससे मिला नहीं हूं। अब मैं डेविड से नौवें वर्ष में मिलूंगा देखते हैं उस समय क्या माहौल रहता है। कैसा समय रहता है।'

थोड़े भावुक और नाराज गोविंदा यहीं नहीं रुके उन्होंने बिना किसी का नाम लिए आगे कहा, 'जब मेरा समय खराब था तो ऐसे लोग मुझे सलाह देते थे जो खुद गलत थे जैसे जो आदमी दिन के हर घंटे अपनी गर्ल फ्रेंड चेंज करता है वह मुझे समझाता था कि चरित्र क्या चीज होती है। जो खुद सुबह से शराब पीना शुरू करता और शाम तक पीता रहता है, वह मुझे समझा रहा था कि गोविंदा तुम होश में रहा करो। मैंने कहा धन्यवाद भैय्या मैं आप ही से सीखने के लिए पैदा हुआ हूं।'
लेखक के बारे में
संजय मिश्रा
"संजय मिश्रा (Sanjay Mishra Katyani) पिछले 17 सालों से फिल्म जर्नलिस्ट हैं। साल 2006 में दूरदर्शन से एक रिपोर्टर के तौर पर अपनी शुरुआत करने के बाद, लाइव इंडिया, मी मराठी, नेटवर्क 18 हिंदी, इंडिया टीवी और न्यूज़ एक्सप्रेस जैसे न्यूज़ चैनल के साथ 10 साल सक्रिय फिल्म रिपोर्टिंग की। साल 2015 में बुक माय शो के साथ जुड़कर डिजिटल/ऑनलाइन न्यूज़ की दुनिया में कदम रखा और बीबीसी हिंदी और जागरण डॉट कॉम के साथ कार्य किया। साल 2016 से टाइम्स ऑफ इंडिया परिवार, नवभारत टाइम्स डॉट कॉम का हिस्सा बन गए। एनबीटी में 2016 से प्रिंसिपल डिजिटल कंटेंट प्रड्यूसर के रूप में कार्यरत। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले संजय मिश्रा का जन्म और पढ़ाई-लिखाई मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में हुई।... और पढ़ें

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