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Naseeruddin Shah Birthday: नसीरुद्दीन शाह उम्रभर पिता से रहे नाराज, इंतकाल के बाद कब्र पर जाकर कही थी ये बातें

एक्टर नसीरुद्दीन शाह का 20 जुलाई को 72वां बर्थडे है। उन्हें आज भी इस बात का दुख सालता है कि पिता के साथ उनका रिश्ता कभी नहीं सुधर पाया। नसीरुद्दीन शाह ने कुछ साल पहले लिखी गई बायोग्राफी में खुलासा किया था कि उन्होंने पहली बार अब्बा से दिल से बात उनकी कब्र पर की थी।

Edited byसंगीता तोमर | नवभारतटाइम्स.कॉम 20 Jul 2022, 1:07 pm
एक्टर नसीरुद्दीन शाह आज खुद 3 बच्चों के पिता बन चुके हैं और परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं। पर आज भी उन्हें पिता के साथ अनसुलझे रिश्ते परेशान करते हैं। नसीरुद्दीन शाह के पिता मोहम्मद शाह को ताउम्र उनसे काफी उम्मीदें रहीं, लेकिन उन्होंने कभी जाहिर नहीं किया। नसीरुद्दीन शाह भी कभी अपने पिता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। पिता और बेटे की कभी नहीं बनी। रिश्ते क्यों बिगड़े, क्या वजह थी, यह तो नसीरुद्दीन शाह ने कभी नहीं बताया, पर उनके मन में आज भी उन अनसुलझे रिश्तों की टीस है।
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नसीरुद्दीन शाह और उनके पिता, फोटो: Twitter


नसीरुद्दीन शाह का 20 जुलाई को 72वां बर्थडे है (Happy birthday Naseeruddin Shah) और कुछ साल पहले उन्होंने अपनी बायोग्राफी And Then One Day लिखी थी। इस किताब में नसीरुद्दीन शाह ने सिनेमा की दुनिया में अपने स्ट्रगल से लेकर पिता के साथ बनते-बिगड़ते रिश्तों की चौंकाने वाली बातें बताई थीं। इसी किताब में नसीरुद्दीन शाह ने बताया था कि किस तरह वो अपने पिता से आखिरी बार मिलने नहीं पहुंच सके थे। नसीरुद्दीन शाह ने बताया था कि जब पिता से दिल की बात करनी थी तो वो जिंदा नहीं थे। तब उन्होंने पिता की क्रब पर जाकर सच्ची और दिल की बात की थी।

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पिता के साथ नहीं सुधर पाए बिगड़े रिश्ते
इस बारे में नसीरुद्दीन शाह ने 2014 में 'इंडियन एक्स्प्रेस' को दिए इंटरव्यू में कहा था, 'अब्बा के साथ मेरा रिश्ता मुझे अब तक परेशान करता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जो मुद्दे थे वो सुलझे नहीं। रिश्ता अनसुलझा ही रह गया। उसे कभी क्लोजर नहीं मिला। बहुत कड़वाहट थी। लेकिन जब मैंने अब्बा के साथ की कड़वाहट के बारे में किताब में लिखा तो मैं उससे थोड़ा सा बाहर निकल पाया और फिर उस रिश्ते को नए नजरिए से देखा।'

नसीरुद्दीन शाह के बचपन की तस्वीर, फोटो: Twitter


'मैंने भी बच्चों के साथ वही गलतियां कीं, जो अब्बा ने मेरे साथ की थीं'
नसीरुद्दीन शाह ने बताया था कि पिता से उनकी पहली बार बातचीत तब हुई जब वह इस दुनिया से रुखसत हो गए। पिता के साथ रिश्ते में नसीरुद्दीन शाह ने क्या मिस किया, यह उन्हें तब पता चला जब वह खुद पिता बने। इस बारे में नसीरुद्दीन शाह ने बताया था, 'उस वक्त ऐसा नहीं था कि आप अपने पिता की कंधों पर हाथ रखकर या गले में बांहे डालकर रहें। मेरे पिता खुद अपने अब्बा को 'सरकार' कहकर बुलाते थे। उनसे मिलने के लिए भी उन्हें अपॉइंटमेंट लेना पड़ता था। तो मेरे ख्याल में, अपने नजरिए से वह खुद को काफी चिल इंसान मानते थे। ठीक वैसे ही जैसे मैं खुद को मानता हूं। लेकिन मैंने महसूस किया कि मैंने अपने बच्चों के साथ वही गलतियां की हैं, जो मेरे पिता ने मेरे साथ कीं। वो जिंदगी में क्या करेंगे या क्या नहीं, इसे लेकर नहीं बल्कि उन्हें अनुशासित करने में पीछे रहा। वो वाकई ब्लंडर रहा।'

नसीरुद्दीन शाह की फैमिली, फोटो: Twitter

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समय के साथ बढ़ती गई पिता-बेटे की दूरी
नसीरुद्दीन शाह के मुताबिक, वह पिता को कभी समझ ही नहीं पाए और फिर समय के साथ बाप-बेटे के बीच की दूरी बढ़ती ही गई। नसीरुद्दीन शाह को आज भी यह दुख सालता है कि पिता के अंतिम पलों में वह न तो उनके पास पहुंच पाए और न ही देख पाए। नसीरुद्दीन शाह ने बताया था कि वो एक एयरलाइन के स्टाफ को नहीं समझा पाए कि क्यों फ्लाइट में बोर्ड करना उनके लिए जरूरी है। बाद में जब वह सरधना पहुंचे तो अब्बा नहीं थे।

नसीरुद्दीन शाह, फोटो: Twitter


बेटे और वाइफ रत्ना के साथ नसीरुद्दीन शाह


अब्बा की क्रब पर हुई थी 'दिल' की बातचीत
नसीरुद्दीन शाह ने कहा था, 'मैं जिस दिन सरधना पहुंचा, उसी जिन जमीन के उस हिस्से के पास गया जहां अब बाबा थे। उस दिन मैंने उनके साथ दिल से बात की, जो मैंन आने वाले समय में उनके साथ करने वाला था। उस दिन मैंने अब्बा से उस फिल्म के बारे में बात की जो मैंने तुरंत ही खत्म की थी। उन्हें मैंने अपने सपने और संदेह के बारे में बताया। रत्ना के बारे में बताया, जिसके बारे में वह कुछ जानते भी नहीं थे। मैं जानता था कि वह मुझे सुन रहे हैं। अचानक ही मुझे दिल में बहुत बोझ महसूस होने लगा। अहसास होने लगा कि मैंने क्या कुछ खो दिया है। मुझे अचानक ही अब्बा की बहुत याद आने लगी थी।'
लेखक के बारे में
संगीता तोमर
नवभारतटाइम्स डॉट कॉम से पिछले 5 साल से जुड़ी हैं। वह अभी बतौर प्रिंसिपल डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर काम कर रही हैं। गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में ग्रेजुएशन और मास्टर्स करने के बाद संगीता तोमर ने फील्ड में एंट्री की। हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में 12 साल से हैं। इस दौरान उन्होंने कुछेक न्यूज चैनलों से लेकर आईएएनएस और अमर उजाला समेत दैनिक भास्कर में काम किया। संगीता की दिलचस्पी एंटरटेनमेंट और पेज 3 में है और मुख्य रूप से उसी क्षेत्र में काम कर रही हैं। घूमने-फिरने, किताबें पढ़ने और म्यूजिक का शौक है।... और पढ़ें

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