फिल्म डायरेक्टर, प्रड्यूसर और संगीतकार विशाल भारद्वाज ने सोमवार को कहा कि भारतीय फिल्मों द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला करने के लिए जरूरी है कि देश की जड़ों से जुड़ी कहानियों को प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने कहा कि भारतीय सिनेमा सही राह पर है और ‘न्यूटन’ और ‘कोर्ट’ जैसी फिल्मों ने अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में अपनी छाप छोड़ने में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने 21वें जियो मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल के प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही।
भारद्वाज ने कहा, ‘हमें पता है कि ‘दि लंचबॉक्स’ और ‘न्यूटन’, और यहां तक कि ‘कोर्ट’ की बाहर काफी तारीफ हुई। जब तक हम अपनी कहानी कहना नहीं शुरू करेंगे, हम अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने में कामयाब नहीं हो सकेंगे।’ उन्होंने ताना मारते हुए कहा, ‘अगर हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला करना चाहते हैं, तो हमें अपनी कहानी सुनानी होगी। ‘कोर्ट’ हमारी कहानी थी। हमें एक फिल्म बनानी चाहिए कि सेंसर बोर्ड कैसे काम करता है... ये एक पहचान बनाएगी।’ इस मौके पर उपस्थित डायरेक्टर जोया अख्तर ने कहा कि कोई भी ‘कुछ नया करने के इरादे के साथ’ फिल्म नहीं बना सकता है।
डायरेक्टर ने कहा, ‘आप इस दृष्टिकोण के साथ नहीं सोच सकते कि मैं कुछ अलग करने जा रहा हूं या मैं कुछ ऐसा करूंगा जो इससे पहले नहीं हुआ है। ये पक्का तबाही की राह पर ले जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘आपको ऐसी कहानी लेनी होगी, जिसने किसी रूप में आपको प्रभावित किया हो, उसे लीजिए और जितना अधिक संभव हो उतने ईमानदार तरीके से उसे कह दीजिए।’ जोया अख्तर की फिल्म ‘गली बॉय’ ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि है।
भारद्वाज ने कहा, ‘हमें पता है कि ‘दि लंचबॉक्स’ और ‘न्यूटन’, और यहां तक कि ‘कोर्ट’ की बाहर काफी तारीफ हुई। जब तक हम अपनी कहानी कहना नहीं शुरू करेंगे, हम अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने में कामयाब नहीं हो सकेंगे।’ उन्होंने ताना मारते हुए कहा, ‘अगर हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला करना चाहते हैं, तो हमें अपनी कहानी सुनानी होगी। ‘कोर्ट’ हमारी कहानी थी। हमें एक फिल्म बनानी चाहिए कि सेंसर बोर्ड कैसे काम करता है... ये एक पहचान बनाएगी।’ इस मौके पर उपस्थित डायरेक्टर जोया अख्तर ने कहा कि कोई भी ‘कुछ नया करने के इरादे के साथ’ फिल्म नहीं बना सकता है।
डायरेक्टर ने कहा, ‘आप इस दृष्टिकोण के साथ नहीं सोच सकते कि मैं कुछ अलग करने जा रहा हूं या मैं कुछ ऐसा करूंगा जो इससे पहले नहीं हुआ है। ये पक्का तबाही की राह पर ले जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘आपको ऐसी कहानी लेनी होगी, जिसने किसी रूप में आपको प्रभावित किया हो, उसे लीजिए और जितना अधिक संभव हो उतने ईमानदार तरीके से उसे कह दीजिए।’ जोया अख्तर की फिल्म ‘गली बॉय’ ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि है।