ऐपशहर

'सांड की आंख' प्रड्यूसर ने 100 लीटर ब्रेस्ट मिल्क किया डोनेट, बताई अपनी पूरी कहानी

'सांड की आंख' प्रड्यूसर निधि परमार हीरानंदानी (Nidhi Parmar Hiranandani) इस वक्त किसी फिल्म को लेकर नहीं बल्कि अपने इंटरव्यू को लेकर चर्चा में हैं जिसमें उन्होंने अपने 100 लीटर ब्रेस्ट मिल्क (100 litres of breast milk) डोनेट करने की बात कही है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 17 Oct 2021, 11:52 am
फिल्म 'सांड की आंख' (Saand Ki Aankh) प्रड्यूसर निधि परमार हीरानंदानी (Nidhi Parmar Hiranandani) इस वक्त किसी फिल्म को लेकर नहीं बल्कि अपने इंटरव्यू को लेकर चर्चा में हैं जिसमें उन्होंने अपने 100 लीटर ब्रेस्ट मिल्क (100 litres of breast milk) डोनेट करने की बात कही है। उन्होंने 100 लीटर ब्रेस्ट मिल्क डोनेट करने के पीछे की वजह भी बताई है।
नवभारतटाइम्स.कॉम producer of Saand Ki Aankh reveals I donated over 100 litres breast milk
producer of Saand Ki Aankh reveals I donated over 100 litres breast milk


इस इंटरव्यू में निधि परमार ने अपने प्रफेशन और पर्सनल जर्नी को लेकर भी काफी कुछ कहा है। निधि तब 37 साल की थीं जब उन्होंने अपना eggs फ्रीज़ कराया था। अपने हालिया बातचीत में उन्होंने बताया कि जब वह मां बनना चाह रही थीं उसी वक्त करियर पर भी ध्यान देना बेहद जरूरी था। सालों पहले वह मुंबई आईं और उन्हें अपनी जगह बनाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

View this post on Instagram A post shared by Humans of Bombay (@officialhumansofbombay)

उन्होंने असिस्टेंट डायरेक्टर से लेकर टैलंट एजेंट तक का काम किया और इन सबके बीच उन्होंने अपने लिए लाइफ पार्टनर भी ढूंढा और शादी रचाई। निधि की इसी जर्नी की कहानी Humans Of Bombay के इंस्टाग्राम पर बताई है। इस पोस्ट में लिखा गया है, 'मैं 37 साल की थी जब मैंने अपने Eggs फ्रीज़ करवाए थे। मैं मां बनना चाहती थी लेकिन साथ मैं अपने करियर को भी प्राथमिकता देना चाहती थी। Eggs फ्रीज़ करवाने से काफी पहले मैं फिल्ममेकर बनने का सपना लेकर मुंबई आई थी। यहां आने के बाद मुझे भीड़ में अपना नाम बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। मैंने असिस्टेंट डारेक्टर और टैलंट एजेंट के तौर पर काम किया। इसी मौज-मस्ती के बीच मुझे मेरा प्यार मिला और मैंने शादी कर ली। तब में 30s के उम्र में थी और मेरा कोई बच्चा नहीं था। मेरे पैरंट्स और सोसायटी ने पूछना शुरू कर दिया कि- तुम कब प्लान कर रहे? लोगों की यह उम्मीद जैसे मेरे पीछे पड़ गईं, उधर मैं अपना खुद का प्रॉडक्शन कंपनी बनाना चाह रही थी। इसलिए मेरे हसबंड ने Eggs फ्रीज़ करवाने की सलाह दी ताकि मैं अपने लक्ष्य को पूरा कर पाऊं और कंसीव भी। मैंने उनकी सलाह पर काम किया।'

उन्होंने आगे कहा, 'हालांकि इसपर खुल कर बात करना काफ मुश्किल था। मैं औऱ मेरे हसबैंड ने यह भी फैसला लिया कि यदि Eggs फ्रीज़ कराने वाला तरीका काम न आया तो हम बच्चा अडॉप्ट कर लेंगे, लेकिन ये बातें हमारी फैमिली को मंजूर नहीं थीं। मुझे एक दोस्त की बात याद आई जिसने कहा था- तुम कंसीव करने के लिए दादी की उम्र तक क्यों जाना चाहती हो? यह कॉमेंट दिल को लग गया, लेकिन मुझे पता था कि मेरे फैसले की भरपाई करनी होगी। वक्त के साथ मेरी फैमिली मेरे करीब आई, जब मैंने अपनी खुद की कंपनी शुरू की और फिल्म सांड की आंख बनाई। और फिर मैंने अपने सपने को महसूस किया और मुझे लगा अब मैं मां बनने को भी तैयार हूं। और फिर उस दौरान मैं नेचरली प्रेग्नेंट हो गई।'

निधि ने आगे कहा, 'वो 9 महीने मैजिकल थे। अब मुझे अपने बच्चे पर ध्यान देना था। और जब मैंने अपने छोटो से बच्चे वीर को पहली बार छोड़ा तो उस समय की फीलिंग मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती। मैं 40 की थी जब मैं मां बनी। मुझे मेरे करियर और बच्चे दोनों पर बराबर ध्यान देना था। लेकिन मुझे खुशी है जिस तरीके से मैंने इसे किया। मैंने उसके साथ हर पल का मजा लिया। इसलिए मैं अपनी कहानी जितनी पॉसिबल है उतनी महिलाओं के साथ शेयर करती हूं ताकि वे भी मां बनने के लिए खुद को तैयार कर सकें।'

निधि ने आगे ब्रेस्ट मिल्क डोनेशन पर भी बात की। उन्होंने कहा, 'इस दौरान मैंने ब्रेस्टफीडिंग और डोनेशन को लेकर पुरानी धारणाओं को भी तोड़ने की कोशिश की। लॉकडाउन के दौरान मैंने अपना 100 लीटर ब्रेस्ट मिल्क प्रीमैच्यॉर बेबीज़ के लिए डोनेट किया। मुझसे अक्सर पूछा जाता था कि मैंने बच्चे के लिए अपना करियर तो नहीं चेंज कर लिया औऱ मैं जवाब देती- यह मैंने खुद चुना है और इसलिए मैं वीर की प्यारी मां के साथ-साथ एक प्रड्यूसर भी हूं।'

अगला लेख

Entertainmentकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग