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बॉलिवुड के गायकों और संगीतकारों ने दी खय्याम को श्रद्धांजलि

बॉलिवुड के मशहूर संगीतकार मोहम्मद जहूर खय्याम का हाल में मुंबई में निधन हो गया। खय्याम को कभी कभी, उमराव जान, नूरी, रजिया सुल्तान औरर बाजार जैसी मशहूर फिल्मों में म्यूजिक दिया था। खय्याम के निधन पर बॉलिवुड ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

टाइम्स न्यूज नेटवर्क 20 Aug 2019, 9:12 am
बॉलिवुड के महान संगीतकारों में शुमार मोहम्मद जहूर खय्याम का बीती रात मुंबई में निधन हो गया। खय्याम ने बॉलिवुड की कुछ मशहूर फिल्मों जैसे 'कभी कभी', 'उमराव जान', 'नूरी', 'रजिया सुल्तान', 'बाजार' जैसी मशहूर और म्यूजिकल हिट फिल्मों में म्यूजिक दिया था। खय्याम के निधन से बॉलिवुड के संगीत जगत के लोग काफी दुखी हैं और उन्होंने अपनी श्रद्धांजलि दी है।
नवभारतटाइम्स.कॉम khayyam


मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, 'एक म्यूजिक लेजेंड, मृदुभाषी आत्मा जिन्होंने मेरी कई फिल्मों को और मेरे लिए कुछ खास फिल्मों में म्यूजिक दिया। खय्याम साहब ने हमारे लिए यादगार म्यूजिक तैयार किया....श्रद्धांजलि।'

सिंगर और कंपोजर शंकर महादेवन ने कहा, 'खय्याम साहब का भारतीय सिनेमा को दिया योगदान शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उनकी 'कभी कभी' और 'उमराव जान' जैसी फिल्मों के गाने तब तक धरती पर मौजूद रहेंगे जब तक इंसान हैं, यह अलग बात है कि खय्याम साहब खुद ही इस धरती पर अब मौजूद नहीं हैं। उनका संगीत हमेशा मौजूद रहेगा और हमें शांति, खुशी और जिंदगी के मायने सिखाता रहेगा। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।'

गायक हरिहरन ने कहा, 'खय्याम साहब अपने दौर के आखिरी संगीतकार थे। उन्होंने अद्भुत संगीत दिया था जो अमर रहेगा। वह जीनियस थे। हम उन्हें बहुत याद करेंगे खय्याम साहब।' गीतकार इरशाद कामिल ने कहा, 'कुछ लोगों के आगे मौत भी हार जाती है क्योंकि उन्होंने जीवन से बढ़कर काम किए होते हैं। खय्याम साहब कुछ ऐसे लोगों में शामिल हैं जिन्होंने अपने काम से एक स्तर बनाया है जिसे हम सभी को फॉलो करना है।'

देखें, इन गानों से हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे खय्याम

सिंगर सचेत टंडन ने कहा, 'दुनिया का एक दौर खत्म हो गया लेकिन उनका म्यूजिक हमेशा मौजूद रहेगा। देश के दिलों में और यादों में वह हमेशा मौजूद रहेंगे। हम सभी उनके गाने सुनकर बड़े हुए हैं और उनकी म्यूजिक से प्रेरित हुए हैं। उनका काम हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा।'

सिगंर सोना महापात्रा ने खय्याम को याद करते हुए कहा, 'मेरे पिता खय्याम साहब के बहुत बड़े फैन थे और मुझे याद है कि जब मैं छोटी थी तो हमारे घर में उनके गाने चलते रहते थे। मैंने नौ साल की उम्र में उनके म्यूजिक से सीखा और कॉम्पिटीशन जीता। मुझे रजिया सुल्तान के गाने बेहद पसंद थे और पिछले साल खजाना गजल फेस्टिवल में मैंने 'ऐ दिले नादान' गाकर उन्हें सम्मान दिया था। इसके अलावा मुझे 'कभी कभी' का गाना 'तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती' भी बहुत पसंद है। हमारे देश के ऐतिहासिक खजाने में खय्याम साहब का म्यूजिक हमेशा मौजूद रहेगा। मुझे उम्मीद है कि इस लेजेंड के काम को ठीक तरह से सहेजा जाएगा।'

सलीम मर्चेंट जो खय्याम की मौत से पहले भी हॉस्पिटल में मौजूद थे, ने कहा, 'मैं सुबह से तलत अजीज जी के साथ यहां हॉस्पिटल में था। मैं खुशनसीब हूं जो उनसे मिल सका। मैं उनके म्यूजिक को सुनते हुए बड़ा हुआ हूं। वह मेरे आदर्श थे।'

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