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Agnipath scheme: हेल्पलाइन पर फोन कर दुविधा दूर कर रहे हैं भावी अग्निवीर, 1.6 लाख से ज्यादा हुए रजिस्ट्रेशन

एयरफोर्स ने दो हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिनमें से एक नंबर पर कुछ दिक्कत आ रही है, जिसे एयरफोर्स ठीक कर रही है। दूसरे नंबर पर एनबीटी ने भी फोन कर जानने की कोशिश की कि हेल्पलाइन नंबर किस तरह युवाओं की मदद कर रही है।

Authored byपूनम पाण्डे | Curated byविवेक मिश्रा | नवभारतटाइम्स.कॉम 29 Jun 2022, 1:05 am
नई दिल्ली : अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर बनने के लिए एयरफोर्स का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जारी है। आर्मी और नेवी के लिए रजिस्ट्रेशन 1 जुलाई से शुरू होंगे। आर्मी, नेवी और एयरफोर्स ने युवाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिसमें फोन कर भावी अग्निवीर अपनी दुविधा दूर कर रहे हैं। साथ ही हेल्पलाइन नंबर पर अब भी उन युवाओं के कुछ फोन आ रहे हैं, जो पिछले दो साल में भर्ती प्रक्रिया की अलग-अलग स्टेज में थे।
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एयरफोर्स में अब तक 1.6 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो गए हैं
एयरफोर्स ने दो हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिनमें से एक नंबर पर कुछ दिक्कत आ रही है, जिसे एयरफोर्स ठीक कर रही है। दूसरे नंबर पर एनबीटी ने भी फोन कर जानने की कोशिश की कि हेल्पलाइन नंबर किस तरह युवाओं की मदद कर रही है। एयरफोर्स में अग्निवीर वायु बनने के लिए अब तक 1.6 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो गए हैं। बहुत से युवा इसे लेकर दुविधा में हैं कि एप्लिकेशन फॉर्म में ग्रुप एक्स और ग्रुप वाई किस तरह भरें। कई युवा सोशल मीडिया के जरिए भी यह सवाल पूछ रहे हैं। हमने जब हेल्पलाइन नंबर से इसका जवाब पूछा तो उन्होंने बताया कि पहले एप्लिकेशन फॉर्म में ग्रुप एक्स और ग्रुप वाई का विकल्प होता था, लेकिन इस बार यह विकल्प नहीं दिया गया है। उसमें तीन विकल्प हैं, साइंस, नॉन-साइंस और दोनों। युवाओं को इसी में से एक चुनना है। ग्रुप एक्स और ग्रुप वाई बाद में तय किया जाएगा।

ग्रुप एक्स का मतलब टेक्निकल ट्रेड और ग्रुप वाई का मतलब नॉन टेक्निकल ट्रेड से है
एयरफोर्स के एक अधिकारी ने बताया कि ग्रुप एक्स का मतलब टेक्निकल ट्रेड और ग्रुप वाई का मतलब नॉन टेक्निकल ट्रेड से है। सूत्रों के मुताबिक, अब भी कुछ युवा हेल्पलाइन पर फोन कर उस एनरोलमेंट लिस्ट के बारे में पूछ रहे हैं, जो कैंसल कर दी गई है। इसी तरह आर्मी हेल्पलाइन नंबर पर भी कुछ युवा यह पूछ रहे हैं कि फिजिकल और मेडिकल पास करने वालों का लिखित एग्जाम क्यों नहीं हुआ। हालांकि, आर्मी हेल्पलाइन नंबर पर ज्यादातर फोन यह पूछने के लिए आ रहे हैं कि भर्ती प्रक्रिया के लिए वेबसाइट कब खुलेगी और यह भी कि फिजिकल और मेडिकल क्राइटीरिया में तो कहीं कोई बदलाव नहीं हुआ है।
लेखक के बारे में
पूनम पाण्डे
पूनम पाण्डे नवभारत टाइम्स में असिस्टेंट एडिटर हैं। वह बीजेपी, आरएसएस और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले कवर करती हैं।... और पढ़ें

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