नई दिल्ली
राज्यसभा में हेलिकॉप्टर डील पर बुधवार की बहस से पहले राजनीतिक खेमों में गहमागहमी का दौर जारी रहा। माना जा रहा है कि कांग्रेस बुधवार को राज्यसभा में अपने चिरप्रतिद्वंद्वी सुब्रमण्यन स्वामी को टारगेट कर सकती है और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर हाथों से पेपर छीने जाने की आशंका पर पानी फेरने के लिए राज्यसभा में पहले से लिखकर लाया जवाब नहीं देंगे।
राजनीतिक गलियारों में दखल रखने वाले जानकारों के मुताबिक मनोहर पर्रिकर के लिए यह मुफिद रहेगा कि सुब्रमण्यन स्वामी सत्र शुरू होते ही कांग्रेस सांसदों को थका दें। सुब्रमण्यन स्वामी इसी संसद सत्र के दौरान राज्यसभा के लिए नोमिनेटे हुए हैं। उनकी कामयाबी इसमें देखी जा रही है कि सुबह के सत्र में ही राज्यसभा स्थगित हो जाए। राजनीतिक हलकों में इन दिनों सुबह के प्रश्नकाल को 'स्वामी काल' का नाम दिया जा रहा है।
केरल के चुनाव प्रचार में व्यस्त एंटनी भी इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली पहुंचे। वह बहस में कांग्रेस की तरफ से बोलेंगे। कांग्रेस आजाद, राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा और यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी बहस के दौरान पार्टी का बचाव करने को कह सकती है। समय की इजाजत मिलने पर कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह भी बोल सकते हैं। कांग्रेस ने आने वाले सप्ताह में लोकसभा में भी ऐसी बहस की मांग की है। सत्ता पक्ष अब तक कांग्रेस पर इस बात को लेकर हमलावर रहा है कि UPA ने अगुस्टा वेस्टलैंड की खरीद के दौरान हुए कथित करप्शन पर नजर नहीं रख पाई। मनोहर पर्रिकर राज्यसभा में यह पॉइंट उठाने के लिए तैयार होंगे कि हेलिकॉप्टर खरीद के मापदंडों में फेरबदल करके UPA ने अगुस्टा वेस्टलैंड को 3,600 करोड़ रुपये का सौदा हासिल करने में मदद पहुंचाई।
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BJP नेताओं-भूपेंद्र यादव और सुब्रमण्यन स्वामी ने अगुस्टा वेस्टलैंड मसले पर संक्षिप्त चर्चा के लिए नोटिस दिया था। स्वामी पहले ही दो मौकों पर अपने हमलों के जरिये कांग्रेस खेमे के लिए पर्याप्त दिक्कत पैदा कर चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि बहस पर जवाब देने वाले डिफेंस मिनिस्टर मनोहर पर्रिकर भी सदन के सामने कुछ खुलासा करने जा रहे हैं।
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राज्यसभा में पिछले हफ्ते सुब्रमण्यन स्वामी ने जब इस मामले पर बोलते हुए सोनिया गांधी का नाम लिया था, तो कांग्रेस के सदस्य उत्तेजित हो गए थे। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि स्वामी गली की भाषा और संसद की भाषा के बीच अंतर नहीं जानते हैं। BJP कांग्रेस के उस दावे की भी कलई खोलना चाहती है कि पिछली UPA सरकार ने अगुस्टा वेस्टलैंड इंटरनैशनल लिमिटेड (एडब्ल्यूआईएल) को ब्लैकलिस्ट किया था।
हालांकि, बाद में यह दावा वापस ले लिया गया था। BJP सांसद किरीट सोमैया ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के करीबी कनिष्क सिंह को इस VVIP हेलिकॉप्टर डील में रिश्वत मिली। हालांकि, कांग्रेस ने इन आरोपों से इनकार किया है। इस डील में कांग्रेस की फर्स्ट फैमिली पर निशाना होने के मद्देनजर पार्टी ने संसद में अपनी रणनीति तैयार करने के लिए मंगलवार शाम को सोनिया गांधी के घर पर बैठक की।
तृणमूल कांग्रेस भी इस मसले पर कांग्रेस पर हमले कर रही है और बहस के दौरान फिर से पार्टी पर निशाना साधेगी। NDA के घटक दल भी इस मसले पर ढीले नहीं पड़ेंगे। हालांकि, इस मसले पर JDU का स्टैंड देखना दिलचस्प होगा, क्योंकि फिलहाल कांग्रेस का समर्थन कर रही पार्टी ने 2013 में इस मसले पर कांग्रेस पार्टी की आलोचना की थी। फरवरी 2013 में जब मामला पहली बार सामने आया था, तो तत्कालीन रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने संसद को बताया था कि CBI ने इस मामले में शुरुआती जांच का मामला दर्ज किया है।
राज्यसभा में हेलिकॉप्टर डील पर बुधवार की बहस से पहले राजनीतिक खेमों में गहमागहमी का दौर जारी रहा। माना जा रहा है कि कांग्रेस बुधवार को राज्यसभा में अपने चिरप्रतिद्वंद्वी सुब्रमण्यन स्वामी को टारगेट कर सकती है और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर हाथों से पेपर छीने जाने की आशंका पर पानी फेरने के लिए राज्यसभा में पहले से लिखकर लाया जवाब नहीं देंगे।
राजनीतिक गलियारों में दखल रखने वाले जानकारों के मुताबिक मनोहर पर्रिकर के लिए यह मुफिद रहेगा कि सुब्रमण्यन स्वामी सत्र शुरू होते ही कांग्रेस सांसदों को थका दें। सुब्रमण्यन स्वामी इसी संसद सत्र के दौरान राज्यसभा के लिए नोमिनेटे हुए हैं। उनकी कामयाबी इसमें देखी जा रही है कि सुबह के सत्र में ही राज्यसभा स्थगित हो जाए। राजनीतिक हलकों में इन दिनों सुबह के प्रश्नकाल को 'स्वामी काल' का नाम दिया जा रहा है।
केरल के चुनाव प्रचार में व्यस्त एंटनी भी इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली पहुंचे। वह बहस में कांग्रेस की तरफ से बोलेंगे। कांग्रेस आजाद, राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा और यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी बहस के दौरान पार्टी का बचाव करने को कह सकती है। समय की इजाजत मिलने पर कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह भी बोल सकते हैं। कांग्रेस ने आने वाले सप्ताह में लोकसभा में भी ऐसी बहस की मांग की है।
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BJP नेताओं-भूपेंद्र यादव और सुब्रमण्यन स्वामी ने अगुस्टा वेस्टलैंड मसले पर संक्षिप्त चर्चा के लिए नोटिस दिया था। स्वामी पहले ही दो मौकों पर अपने हमलों के जरिये कांग्रेस खेमे के लिए पर्याप्त दिक्कत पैदा कर चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि बहस पर जवाब देने वाले डिफेंस मिनिस्टर मनोहर पर्रिकर भी सदन के सामने कुछ खुलासा करने जा रहे हैं।
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राज्यसभा में पिछले हफ्ते सुब्रमण्यन स्वामी ने जब इस मामले पर बोलते हुए सोनिया गांधी का नाम लिया था, तो कांग्रेस के सदस्य उत्तेजित हो गए थे। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि स्वामी गली की भाषा और संसद की भाषा के बीच अंतर नहीं जानते हैं। BJP कांग्रेस के उस दावे की भी कलई खोलना चाहती है कि पिछली UPA सरकार ने अगुस्टा वेस्टलैंड इंटरनैशनल लिमिटेड (एडब्ल्यूआईएल) को ब्लैकलिस्ट किया था।
हालांकि, बाद में यह दावा वापस ले लिया गया था। BJP सांसद किरीट सोमैया ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के करीबी कनिष्क सिंह को इस VVIP हेलिकॉप्टर डील में रिश्वत मिली। हालांकि, कांग्रेस ने इन आरोपों से इनकार किया है। इस डील में कांग्रेस की फर्स्ट फैमिली पर निशाना होने के मद्देनजर पार्टी ने संसद में अपनी रणनीति तैयार करने के लिए मंगलवार शाम को सोनिया गांधी के घर पर बैठक की।
तृणमूल कांग्रेस भी इस मसले पर कांग्रेस पर हमले कर रही है और बहस के दौरान फिर से पार्टी पर निशाना साधेगी। NDA के घटक दल भी इस मसले पर ढीले नहीं पड़ेंगे। हालांकि, इस मसले पर JDU का स्टैंड देखना दिलचस्प होगा, क्योंकि फिलहाल कांग्रेस का समर्थन कर रही पार्टी ने 2013 में इस मसले पर कांग्रेस पार्टी की आलोचना की थी। फरवरी 2013 में जब मामला पहली बार सामने आया था, तो तत्कालीन रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने संसद को बताया था कि CBI ने इस मामले में शुरुआती जांच का मामला दर्ज किया है।