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...और पर्चा दाखिल नहीं कर पाए अशोक गहलोत, कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर गहराया सस्पेंस

कांग्रेस आलाकमान से मिलने के लिए अशोक गहलोत को अभी तक हरी झंडी नहीं मिल पाई है। पहले 12, 3, फिर 5, फिर 6 और अब रात 8 बजे मिलने का समय तय किया गया था। कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात का समय बढ़ने से अब गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरे जाने पर सस्पेंस गहरा गया है।

Curated byउत्कर्ष गहरवार | नवभारतटाइम्स.कॉम 28 Sep 2022, 9:51 pm

हाइलाइट्स

  • दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलने वाले थे अशोक गहलोत
  • दोनों की मुलाकात का समय कई बार बदला जा चुका है
  • राजस्थान में मचे सियासी संकट पर होनी थी चर्चा
  • गहलोत के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर भी संशय

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नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 30 सितंबर रखी गई है। इससे पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत आज दिल्ली आने वाले हैं। बताया जा रहा है कि राजस्थान के ताजा सियासी संकट पर 10 जनपथ में सोनिया गांधी से मुलाकात कर सबकुछ ठीक करने आ रहे हैं। हालांकि अभी तक उनकी मुलाकात नहीं हो पाई है। दोपहर से इंतजार हो रहा था। पहले 12 बजे, 6-7 बजे फिर 8 बजे का समय बताया गया लेकिन 8 बजे के बाद भी गहलोत की सोनिया से मुलाकात नहीं हो पाई है। अब खबर आ रही है कि अशोक गहलोत रात 9:30 बजे जयपुर एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि वह रात 11 बजे के आस-पास सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं।इससे एक चीज साफ है कि अशोक गहलोत आज नामांकन दाखिल नहीं कर पाएंगे। जी हां, पहले गहलोत खेमे की तरफ से ऐसा कहा जा रहा था कि सीएम 28 सितंबर यानी आज कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए पर्चा भर देंगे। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव और भी ज्यादा दिलचस्प होने वाला है।
सोनिया गांधी से रात 8 बजे मिलने वाले थे गहलोत
राजनीतिक हलके में सुबह से चर्चा थी कि राजस्थान में उठे सियासी तूफान को शांत करने अशोक गहलोत आज दिल्ली में होंगे। यहां कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर सबकुछ ठीक करने की कोशिश करेंगे। लेकिन ऐसा होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। सीएम गहलोत से सोनिया की मुलाकात का समय तीन दफे बदला जा चुका है। अगर दोनों की मुलाकात आज होती है तो भी अशोक गहलोत अध्यक्ष पद के लिए पर्चा नहीं भर पाएंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राजस्थान संकट के बाद कांग्रेस आलाकमान ही अशोक गहलोत के चुनाव लड़ने पर फैसला लेगा। उनकी मंजूरी के बिना गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर भी संशय है। कहा यह भी जा रहा है कि CWC के सदस्य राजस्थान में मचे सियासी उथल-पुथल को लेकर गहलोत से नाराज हैं।

गहलोत के 3 वफादारों पर एक्शन
गहलोत का दिल्ली दौरा कांग्रेस की ओर से उनके तीन वफादार नेताओं शांति धारीवाल और महेश जोशी, और धर्मेंद्र राठौड़ को उनके गंभीर अनुशासनहीनता के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने के एक दिन बाद हो रहा है। कांग्रेस की अनुशासनात्मक समिति ने मंगलवार रात को मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी और पार्टी के नेता धर्मेंद्र राठौड़ को उनकी घोर अनुशासनहीनता के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनसे 10 दिन के भीतर यह बताने के लिए कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। कांग्रेस विधायक दल की बैठक कराने गए पार्टी महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी माकन ने सोमवार को कहा था कि गहलोत के समर्थक विधायकों की ओर से विधायक दल की आधिकारिक बैठक में न आकर समानांतर बैठक करना अनुशासनहीनता है।

जानकार सूत्रों के अनुसार हालांकि, पार्टी के शीर्ष पद के लिए गहलोत का नाम अभी पूरी तरह से खारिज नहीं किया गया है। समझा जाता है कि गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ए के एंटनी और सुशील कुमार शिंदे को परामर्श के लिए दिल्ली बुलाया था। इस बात की भी संभावना है कि नए पर्यवेक्षक राजस्थान भेजे जा सकते हैं और शिंदे उनमें से एक हो सकते हैं। गांधी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद मामले को सुलझाने पर विचार कर रही है।

मंगलवार को गहलोत के घर मीटिंग, उधर आलाकमान को सौंपी रिपोर्ट
राजस्थान के पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी को सौंपी थी। वहीं सीएम अशोक गहलोत के घर 15 मंत्रियों ने बैठक की थी। समझा जाता है कि उन्होंने उन्हें ताजा घटनाक्रम से अवगत कराया है। आपको बता दें कि अजय माकन, केसी वेणुगोपाल, और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी के आवास पर सोमवार को मुलाकात की थी। लंबी चली इस बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी विधायकों से वन टू वन बात करने और इस पूरे सियासी घटनाक्रम पर रिपोर्ट सौंपने को कहा था।

अध्यक्ष पद के लिए सामने आए हैं ये नाम भी देख लीजिए
जहां पहले कहा जा रहा था कि गांधी परिवार के साफ इंकार करने के बाद मुकाबला गहलोत और थरूर के बीच होगा। वहीं राजस्थान में सीएम पद को लेकर आए राजनीतिक संकट के बाद गहलोत के चुनाव लड़ने पर संशय आ गया। दूसरी ओर इस पद के लिए और भी नाम चर्चा में आ रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भी इस पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए तैयार मालूम पड़ रहे हैं। खबर मिली है कि दिग्गी राजा भारत जोड़ो यात्रा से लौटकर आज रात दिल्ली आ रहे हैं। माना जा रहा है कि वह 30 सितंबर को पर्चा दाखिल कर देंगे। वहीं शशि थरूर ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह 30 को ही नॉमिनेशन फाइल करेंगे। दिग्विजय सिंह के अलावा मलिल्कार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, मनीष तिवारी, पवन बंसल, अंबिका सोनी, एके एंटनी के भी नाम सामने आ रहे हैं। हालांकि इसपर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
लेखक के बारे में
उत्कर्ष गहरवार
एमिटी और बेनेट विश्वविद्यालय से पत्रकारिता के गुर सीखने के बाद अमर उजाला से करियर की शुरुआत हुई। बतौर एंकर सेवाएं देने के बाद पिछले 2 सालों से नवभारत टाइम्स ऑनलाइन में डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर के पद पर कार्यरत हूं। एंकरिंग और लेखन के अलावा मिमिक्री और थोड़ा बहुत गायन भी कर लेता हूं।... और पढ़ें

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