कोलकाता, 15 नवम्बर भाषा असमिया फीचर फिल्म इशू को 23वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव में प्रदर्शित किया गया। यह फिल्म भारतीय भाषा फिल्मों के प्रतिस्पर्धा खंड के हिस्से के तौर पर दिखाई गई है। इसमें डायन होने का आरोप लगा कर जुल्म करने के मध्यकालीन चलन को पेश किया गया है। निर्देशक उत्पल बोरपुजारी ने कहा, इशू बाल फीचर फिल्म है जो पूरी तरह से एक बच्चे के नजरिए से विषय को पेश करती है। उन्होंने कहा कि असम में, ग्रामीण इलाकों में यह अक्सर होता है। या तो वे लोगों को पीटते हैं और उन्हें बाहर निकाल देते हैं या उनकी हत्या कर देते हैं। कई बार तो उनका सिर कलम कर देते हैं। इशू बोरपुजारी की पहली फीचर फिल्म है। उन्होंने कहा कि अधिकतर मामलों में भूमि हड़पने के लिए महिला को डायन कहा जाता है और अगर वह छोटी उम्र में विधवा है तो वह यौन प्रताड़ना की भी शिकार होती है। इशू का केआईएफएफ में रविवार को प्रीमियर किया गया। भाषा
असमिया फिल्म इशू का केआईएफएफ में प्रीमियर
कोलकाता, 15 नवम्बर भाषा असमिया फीचर फिल्म इशू को 23वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव में प्रदर्शित किया गया। यह फिल्म भारतीय भाषा फिल्मों के प्रतिस्पर्धा खंड के हिस्से के तौर पर दिखाई गई है।
भाषा 15 Nov 2017, 1:05 pm