पीटीआई, नई दिल्ली : मुस्लिम संगठन जमात-ए-इस्लामी हिंद (जेआईएच) ने बाबरी मस्जिद विवाद के कोर्ट से निपटारे की संभावनाओं को खारिज किया है। जेआईएच के अध्यक्ष मौलाना जलालुद्दीन उमरी ने 6 दिसंबर 1992 की घटना को भारत के इतिहास के सर्वाधिक काले दिनों में से एक करार दिया। उन्होंने कहा, 'हम बाबरी विध्वंस की 24वीं बरसी पर हम मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, मानवाधिकार संगठनों और सभी धर्मों के न्यायप्रिय लोगों के सहयोग से मस्जिद के पुननिर्माण के शांतिपूर्ण संघर्ष को जारी रखने की प्रतिबद्धता जताते हैं।'
बाबरी विवाद का कोर्ट के बाहर निपटारा नहीं : जमात
मुस्लिम संगठन जमात-ए-इस्लामी हिंद (जेआईएच) ने बाबरी मस्जिद विवाद के कोर्ट से निपटारे की संभावनाओं को खारिज किया है। जेआईएच के अध्यक्ष मौलाना ...
नवभारतटाइम्स.कॉम 4 Dec 2016, 9:00 am