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कोरोना पर 9 अप्रैल को ग्लोबल ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस करेगी बेनेट यूनिवर्सिटी

कोरोना महासंकट से कैसे निपटा जाए, इसे लेकर सरकार से लेकर अलग-अलग संस्थान तक माथापच्ची में जुटे हैं। बेनेट यूनिवर्सिटी ने भी इस तरफ बड़ा कदम उठाया है। यूनिवर्सिटी 9 अप्रैल को वैश्विक ऑनलाइन सम्मेलन आयोजित करने जा रही है।

TIMESOFINDIA.COM 9 Apr 2020, 2:01 pm

हाइलाइट्स

  • कोविड-19 पर वैश्विक ऑनलाइन सम्मलेन: दुष्परिणाम और भविष्य विषय पर वैश्विक सम्मेलन
  • बेनेट यूनिवर्सिटी की यूनिट द टाइम्स स्कूल ऑफ मीडिया 9 अप्रैल को यह आयोजन करेगी
  • इस सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों के देसी-विदेशी विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे, उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन करेंगे
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कोरोना पर ग्लोबल कॉन्फ्रेंस।
नई दिल्ली
बेनेट यूनिवर्सिटी का एक अंग द टाइम्स स्कूल ऑफ मीडिया 9 अप्रैल को एकदिवसीय ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस का आयोजन करने जा रहा है। इस कॉन्फ्रेंस में मीडिया, मेडिसिन, पब्लिक पॉलिसी और टेक्नॉलजी सेक्टर के दिग्गज हिस्सा लेंगे। अपने-अपने क्षेत्र के महारथी कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई को लेकर अपने अनुभव साझा करेंगे। खास बात यह है कि किसी भारतीय यूनिवर्सिटी की तरफ से आयोजित होने वाली यह पहली ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस है।
कॉन्फ्रेंस की थीम है,'ग्लोबल ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस ऑन COVID-19: फॉलआउट ऐंड फ्यूचर। यानी, कोविड-19 पर वैश्विक ऑनलाइन सम्मलेन: दुष्परिणाम और भविष्य।' इस ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस का मकसद स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के भारतीय और विदेशी विशेषज्ञों को एक मंच पर लाना है ताकि वो कोविड-19 महामारी से निपटने को लेकर अपनी-अपनी समझ और दृष्टि साझा कर सकें।

इस सम्मेलन में आप भी भाग लेना चाहते हैं तो यहां क्लिकर कर खुद को रजिस्टर करें।

शाम 4 बजे से रात 9.30 बजे तक चलने वाले इस सम्मेलन को तीन थीम और छह सत्रों में बांटा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे और पहले सत्र का आधार व्याख्यान (कीनोट ऐड्रेस) भी देंगे।

इस सम्मेलन का पहला थीम है- 'आर्थिक दुष्परिणामों से बचते हुए भविष्य की तरफ कदम बढ़ाना।' शाम 4.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक एक घंटे की चर्चा में भारत सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार और IMF के पूर्व कार्यकारी निदेशक डॉ. अरविंद विरमानी, पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग, लेखकर और टिप्पणीकार गुरुचरण दास के अलावा प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद की पूर्व सदस्य प्रफेसर शमिका रवि हिस्सा लेंगी।

सम्मेलन का दूसरा थीम है- 'विभिन्न देशों से मिली सीख और कोरोना महामारी के लिए सुझाव।' 5.40 बजे से 6.40 बजे तक चलने वाले कार्यक्रम में ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर इंडिया-चाइना स्टडीज के डायरेक्टर और पूर्व पब्लिक इंट्रेस्ट लॉयर प्रफेसर वेनजुआन झांग, इटली की यूनिवर्सिटी ऑफ बोलोगोना की डॉ. बीट्रिस गलेली के बीच चर्चा होगी। दोनों कोरोना संकट पर अपने-अपने देश के अनुभवों पर चर्चा करेंगे।

दूसरा सत्र रात 8 बजे शुरू होगा जो 9 बजे तक चलेगा। इसमें हावर्ड ग्लोबल हेल्थ इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर और हावर्ड मेडिकल स्कूल में मेडिसीन के प्रफेसर आशीष कुमार झा कोरोना पर अमेरिका के अनुभव बताएंगे। वहीं, ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMD) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया, आयुष्मान भारत के पूर्व डेप्युटी सीईओ, केरल के पूर्व स्वास्थ्य सचिव एवं वर्तमान में जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी में कार्यरत डॉ. दिनेश अरोड़ा और नारायणा हॉस्पिटल्स के चेयरमैन डॉ. देवी शेट्टी अपना-अपना वक्तव्य देंगे।

सम्मेलन का तीसरा थीम 'अफवाहों और साजिशों के खिलाफ लड़ाई' है। इस विषय वस्तु पर 6.50 से 7.50 बजे तक होने वाली चर्चा में बर्लिन के ऑनलाइन वेरिफिकेशन/OSINT एक्सपर्ट मि. इयोगन स्वीनी, यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफर्ड में रॉयटर्स इंस्टिट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ जर्नलिज्म के डायरेक्टर प्रफेसर रासमुस क्लायस नीलसन, अल्ट न्यूज साइंस की एडिटर एवं स्वीडन की न्यूरोसाइंटिस्ट डॉ. सुमैया शेख और सिंगापुर स्थित गूगल न्यूज लैब लीड, APAC की इरीन जे लियू के बीच चर्चा होगी।

नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार समापन भाषण देंगे। इस ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस में अलग-अलग शहरों के पत्रकार, शिक्षाविद और मीडिया स्टूडेंट्स भी शिरकत करेंगे।

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