नई दिल्ली
अमेरिका के प्रेजिडेंट डॉनल्ड ट्रंप के पाकिस्तान को लेकर दिए बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। बता दें कि अक्टूबर में ट्रंप के पाक के समर्थन में बयान देने के बाद राहुल गांधी ने इस पर मोदी सरकार पर तंज कसा था। बीजेपी के नैशनल मीडिया कॉर्डिनेटर अनिल बलूनी ने कहा, 'डॉनल्ड ट्रंप का पाक को लताड़ना भारत की डिप्लॉमेसी की बड़ी जीत है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने कई देशों को आतंक के खिलाफ खड़ा होने पर मजबूर किया है।'
बीजेपी नेता ने कहा कि ट्रंप के कड़े शब्दों में दिए बयान ने पाक के आतंक समर्थित चेहरे से पर्दा उठा दिया है। इसके साथ ही यह भी दिखाता है कि भारत की चिंता पर पूरी दुनिया एकजुट है। बलूनी ने कहा, 'पीएम मोदी द्वारा कई प्लैटफॉर्म से आतंक का मुद्दा उठाने के बाद ही पाकिस्तान दुनिया भर में अलग-थलग हो गया है।' ट्रंप ने ट्वीट किया था, 'अमेरिका ने मूर्खतापूर्ण ढंग से बीते 15 सालों में पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर की सहायता दी है। लेकिन बदले में हमें झूठ और छल के अलावा कुछ भी नहीं मिला। हमारे नेताओं को मूर्ख समझा गया। वे आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह देते रहे और हम अफगानिस्तान में खाक छानते रहे। अब और नहीं।'
अमेरिका के प्रेजिडेंट डॉनल्ड ट्रंप के पाकिस्तान को लेकर दिए बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। बता दें कि अक्टूबर में ट्रंप के पाक के समर्थन में बयान देने के बाद राहुल गांधी ने इस पर मोदी सरकार पर तंज कसा था। बीजेपी के नैशनल मीडिया कॉर्डिनेटर अनिल बलूनी ने कहा, 'डॉनल्ड ट्रंप का पाक को लताड़ना भारत की डिप्लॉमेसी की बड़ी जीत है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने कई देशों को आतंक के खिलाफ खड़ा होने पर मजबूर किया है।'
बीजेपी नेता ने कहा कि ट्रंप के कड़े शब्दों में दिए बयान ने पाक के आतंक समर्थित चेहरे से पर्दा उठा दिया है। इसके साथ ही यह भी दिखाता है कि भारत की चिंता पर पूरी दुनिया एकजुट है। बलूनी ने कहा, 'पीएम मोदी द्वारा कई प्लैटफॉर्म से आतंक का मुद्दा उठाने के बाद ही पाकिस्तान दुनिया भर में अलग-थलग हो गया है।' ट्रंप ने ट्वीट किया था, 'अमेरिका ने मूर्खतापूर्ण ढंग से बीते 15 सालों में पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर की सहायता दी है। लेकिन बदले में हमें झूठ और छल के अलावा कुछ भी नहीं मिला। हमारे नेताओं को मूर्ख समझा गया। वे आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह देते रहे और हम अफगानिस्तान में खाक छानते रहे। अब और नहीं।'