नई दिल्ली
पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले गैरमुस्लिम शरणार्थियों के लिए भारत में नागरिकता का रास्ता खोलने वाले नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा से मंजूरी मिलने के बाद अब केंद्र सरकार ने इसे राज्यसभा में भी पास कराने की तैयारी शुरू कर दी है। लोकसभा में गर्मागर्म बहस के बाद सोमवार आधी रात को यह बिल 80 के मुकाबले 311 वोटों से पास हुआ। अब बीजेपी ने आज और कल बुधवार को पार्टी के सभी राज्यसभा सांसदों के लिए विप जारी किया है। माना जा रहा है कि इस विधेयक पर आज ही राज्यसभा में चर्चा और वोटिंग हो सकती है। इससे पहले सोमवार को लोकसभा में इस बिल को पेश किया गया। बिल पर देर रात तक चली बहस के बाद रात करीब पौने 12 बजे वोटिंग की प्रक्रिया को पूरा कराया गया। बिल के पक्ष में कुल 311 वोट पड़े, वहीं विपक्ष में सिर्फ 80 वोट पड़े। खास बात यह कि नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड और रामविलास पासवान के दल ने बिल के पक्ष में वोट किया। इसके अलावा शिवसेना, बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस जैसी गैर बीजेपी पार्टियों ने भी बिल के पक्ष में ही वोट दिया।
नागरिकता संशोधन बिल को मिली लोकसभा की मंजूरी
120 सदस्यों के समर्थन की दरकार
लोकसभा में बिल को मंजूरी मिलने के बाद बीजेपी राज्यसभा में भी इसे पास कराने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिख रही है। पार्टी को बहुमत के लिए जितनी सीटों की दरकार है, वह एनडीए के दलों के अलावा शिवसेना, वाईएसआर कांग्रेस और बीजू जनता दल के समर्थन के साथ आसानी से पूरी हो सकती है। राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल को पास कराने के लिए बीजेपी को 239 सीटों के सापेक्ष 120 सीटों के आंकड़े को अपने पक्ष में करने की जरूरत है।
नागरिकता संशोधन बिल है क्या और क्यों है विवाद, जानें सबकुछ
जेडीयू और बीजेडी भी पक्ष में
बीजेपी के पास अभी राज्यसभा में 83 सांसद हैं। इसके अलावा जनता दल यूनाइटेड के 6, एआईएडीएमके के 11 और अकाली दल के 3 सांसद एवं 12 नामित सांसदों का समर्थन भी बीजेपी के पक्ष में है। इन सब के अलावा नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस भी इस बिल का राज्यसभा में समर्थन कर सकती है। इस तरह यह माना जा रहा है कि बीजेपी राज्यसभा में बिल को आसानी से पास कराने में कामयाब हो सकेगी।
पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले गैरमुस्लिम शरणार्थियों के लिए भारत में नागरिकता का रास्ता खोलने वाले नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा से मंजूरी मिलने के बाद अब केंद्र सरकार ने इसे राज्यसभा में भी पास कराने की तैयारी शुरू कर दी है। लोकसभा में गर्मागर्म बहस के बाद सोमवार आधी रात को यह बिल 80 के मुकाबले 311 वोटों से पास हुआ। अब बीजेपी ने आज और कल बुधवार को पार्टी के सभी राज्यसभा सांसदों के लिए विप जारी किया है। माना जा रहा है कि इस विधेयक पर आज ही राज्यसभा में चर्चा और वोटिंग हो सकती है।
नागरिकता संशोधन बिल को मिली लोकसभा की मंजूरी
120 सदस्यों के समर्थन की दरकार
लोकसभा में बिल को मंजूरी मिलने के बाद बीजेपी राज्यसभा में भी इसे पास कराने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिख रही है। पार्टी को बहुमत के लिए जितनी सीटों की दरकार है, वह एनडीए के दलों के अलावा शिवसेना, वाईएसआर कांग्रेस और बीजू जनता दल के समर्थन के साथ आसानी से पूरी हो सकती है। राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल को पास कराने के लिए बीजेपी को 239 सीटों के सापेक्ष 120 सीटों के आंकड़े को अपने पक्ष में करने की जरूरत है।
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जेडीयू और बीजेडी भी पक्ष में
बीजेपी के पास अभी राज्यसभा में 83 सांसद हैं। इसके अलावा जनता दल यूनाइटेड के 6, एआईएडीएमके के 11 और अकाली दल के 3 सांसद एवं 12 नामित सांसदों का समर्थन भी बीजेपी के पक्ष में है। इन सब के अलावा नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस भी इस बिल का राज्यसभा में समर्थन कर सकती है। इस तरह यह माना जा रहा है कि बीजेपी राज्यसभा में बिल को आसानी से पास कराने में कामयाब हो सकेगी।