नई दिल्ली
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने दुनियाभर के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। ओमीक्रोन से दहशत के बीच तमाम राज्य भी अलर्ट हो गए हैं। दूसरी लहर से मची तबाही वे देख चुके हैं। लिहाजा, अब राज्य किसी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं हैं। ओमीक्रोन को काफी ज्यादा इनफेक्शियस बताया जा रहा है। इसे काबू में करने के लिए दुनियाभर में यात्रा पाबंदियों को कड़ा किया जा रहा है। इस सप्ताह पहली बार इस वेरिएंट की पहचान दक्षिण अफ्रीका में हुई थी। यह स्ट्रेन बोत्सवाना सहित आसपास के देशों में तेजी से फैल गया है। इसने पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोगों को भी संक्रमित किया है। इस वेरिएंट को B.1.1.529 वैज्ञानिक नाम दिया गया है। कई महाद्वीपों में ओमीक्रोन वेरिएंट से संक्रमित होने के मामलों की पुष्टि हो चुकी है। जर्मनी, इटली, बेल्जियम, इजरायल और हांगकांग में भी इसके मामले सामने आए हैं।
यूरोप के सभी देशों, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जापान और हांगकांग ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना सहित कई अन्य अफ्रीकी देशों से उड़ानें रोक दी हैं। न्यूजीलैंड ने भी नौ दक्षिण अफ्रीकी देशों से यात्रियों के आने पर पाबंदी लगाने की घोषणा की है। वैसे भारत ने अभी इस तरह का कदम नहीं उठाया है, लेकिन सरकार हालात पर नजर रख रही है।
गृह सचिव ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई
ओमीक्रोन के खतरे के बीच रविवार को गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। इसमें वायरस से बचाव के अलग-अलग उपायों पर चर्चा हुई। इंटरनेशनल पैसेंजर सर्विस की बहाली की तारीख पर स्थितियों के अनुसार समीक्षा की जाएगी। देश के भीतर भी हालात पर कड़ी निगरानी रखने का फैसला किया गया है। एयरपोर्ट हेल्थ ऑफिशियल से चौंकन्ना रहने के लिए कहा गया है। उन्हें टेस्टिंग प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना है।
शनिवार को नए वेरिएंट से खतरे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की थी। प्रधानमंत्री ने कोरोना के नए वेरिएंट के खतरों के मद्देनजर अधिकारियों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध हटाने की योजना की समीक्षा करने को कहा है। नए वेरिएंट से खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने गुरुवार को ही दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग के यात्रियों की कड़ी स्क्रीनिंग करने को कहा था।
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के मद्देनजर केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्क किया है। उसने टेस्टिंग, सतर्कता, रोकथाम और वैक्सीन कवरेज को बढ़ाने के लिए कहा है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि राज्यों को कोविड हॉटस्पॉट की मॉनिटरिंग जारी रखने की जरूरत है।
ऐक्शन में आई राज्य सरकारें
राज्य सरकारें भी हरकत में आ गई हैं। कोरोना के इस खतरनाक वेरिएंट से निपटने के लिए वे अपने स्तर पर तैयारियां कर रही हैं। शनिवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मुख्य सचिव, सीपी और अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि सार्वजनिक स्थानों और समारोहों में कोविड उचित व्यवहार का सख्ती से पालन हो। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में पूरी तैयारी रहे। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से उतरने वाले यात्रियों का आरटी-पीसीआर परीक्षण और दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे और हांगकांग आदि से यात्रियों का क्वारंटीन सुनिश्चित किया जाए।
बैजल ने 29 नवंबर यानी सोमवार को हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। इस दौरान वह दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में कोरोना के नए वेरिएंट बी.1.1.529 के मद्देनजर स्थिति और तैयारी पर चर्चा होगी। इस बैठक में एक्सपर्ट्स और विमानन मंत्रालय के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे।
महाराष्ट्र में लगी पाबंदियां
वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को तमाम तरह की पाबंदियों और मंजूरियों को लेकर नियम जारी किए थे। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही गई कि राज्य में आने वाले सभी विदेशी यात्रियों पर केंद्र सरकार के निर्देश लागू होंगे। डोमेस्टिक ट्रैवलर्स को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज यानी पूरी तरह वैक्सीनेटेड होने पर एंट्री दी जाएगी या फिर उनके पास 72 घंटे का आरटी-पीसीआर टेस्ट हो।
सिनेमा, हॉल, थियेटर, मैरिज हॉल, कंवेंशन हॉल इत्यादि में पूरी क्षमता से 50 फीसदी तक लोगों की अनुमति होगी। कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर (CAB) से जुड़े नियमों की अवहेलना करने वालों पर जुर्माना लगेगा। यह 500 रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक हो सकता है।
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने दुनियाभर के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। ओमीक्रोन से दहशत के बीच तमाम राज्य भी अलर्ट हो गए हैं। दूसरी लहर से मची तबाही वे देख चुके हैं। लिहाजा, अब राज्य किसी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं हैं।
यूरोप के सभी देशों, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जापान और हांगकांग ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना सहित कई अन्य अफ्रीकी देशों से उड़ानें रोक दी हैं। न्यूजीलैंड ने भी नौ दक्षिण अफ्रीकी देशों से यात्रियों के आने पर पाबंदी लगाने की घोषणा की है। वैसे भारत ने अभी इस तरह का कदम नहीं उठाया है, लेकिन सरकार हालात पर नजर रख रही है।
गृह सचिव ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई
ओमीक्रोन के खतरे के बीच रविवार को गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। इसमें वायरस से बचाव के अलग-अलग उपायों पर चर्चा हुई। इंटरनेशनल पैसेंजर सर्विस की बहाली की तारीख पर स्थितियों के अनुसार समीक्षा की जाएगी। देश के भीतर भी हालात पर कड़ी निगरानी रखने का फैसला किया गया है। एयरपोर्ट हेल्थ ऑफिशियल से चौंकन्ना रहने के लिए कहा गया है। उन्हें टेस्टिंग प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना है।
शनिवार को नए वेरिएंट से खतरे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की थी। प्रधानमंत्री ने कोरोना के नए वेरिएंट के खतरों के मद्देनजर अधिकारियों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध हटाने की योजना की समीक्षा करने को कहा है। नए वेरिएंट से खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने गुरुवार को ही दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग के यात्रियों की कड़ी स्क्रीनिंग करने को कहा था।
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के मद्देनजर केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्क किया है। उसने टेस्टिंग, सतर्कता, रोकथाम और वैक्सीन कवरेज को बढ़ाने के लिए कहा है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि राज्यों को कोविड हॉटस्पॉट की मॉनिटरिंग जारी रखने की जरूरत है।
ऐक्शन में आई राज्य सरकारें
राज्य सरकारें भी हरकत में आ गई हैं। कोरोना के इस खतरनाक वेरिएंट से निपटने के लिए वे अपने स्तर पर तैयारियां कर रही हैं। शनिवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मुख्य सचिव, सीपी और अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि सार्वजनिक स्थानों और समारोहों में कोविड उचित व्यवहार का सख्ती से पालन हो। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में पूरी तैयारी रहे। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से उतरने वाले यात्रियों का आरटी-पीसीआर परीक्षण और दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे और हांगकांग आदि से यात्रियों का क्वारंटीन सुनिश्चित किया जाए।
बैजल ने 29 नवंबर यानी सोमवार को हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। इस दौरान वह दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में कोरोना के नए वेरिएंट बी.1.1.529 के मद्देनजर स्थिति और तैयारी पर चर्चा होगी। इस बैठक में एक्सपर्ट्स और विमानन मंत्रालय के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे।
महाराष्ट्र में लगी पाबंदियां
वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को तमाम तरह की पाबंदियों और मंजूरियों को लेकर नियम जारी किए थे। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही गई कि राज्य में आने वाले सभी विदेशी यात्रियों पर केंद्र सरकार के निर्देश लागू होंगे। डोमेस्टिक ट्रैवलर्स को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज यानी पूरी तरह वैक्सीनेटेड होने पर एंट्री दी जाएगी या फिर उनके पास 72 घंटे का आरटी-पीसीआर टेस्ट हो।
सिनेमा, हॉल, थियेटर, मैरिज हॉल, कंवेंशन हॉल इत्यादि में पूरी क्षमता से 50 फीसदी तक लोगों की अनुमति होगी। कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर (CAB) से जुड़े नियमों की अवहेलना करने वालों पर जुर्माना लगेगा। यह 500 रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक हो सकता है।