नई दिल्ली
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से विकसित की गई दवा 2-डीजी के बारे में सरकार का कहना है कि यह कोविड-19 के इलाज में बेहद उपयोगी होगी। साथ ही इस महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में निर्णायक साबित हो सकती है। इस बीच, इस दवा के क्लीनिकल परीक्षण के आंकड़ों से यह पता चला है कि देश के दो दर्जन से भी अधिक सरकारी और निजी अस्पतालों में अगस्त माह तक इसके तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण जारी रहेंगे। इस परीक्षण में 220 मरीजों को शामिल किया जाएगा।
दरअसल, 2-डीजी दवा का तीसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण जनवरी माह में शुरू हुआ था जबकि दूसरे चरण का परीक्षण पिछले वर्ष जून से सितंबर के बीच हुआ था जिसमें 110 मरीजों को शामिल किया गया था। कई विशेषज्ञों का कहना है कि इस दवा का इस्तेमाल कैंसर के रोगियों के इलाज के लिए भी किया जाता है।
गौरतलब है कि भारत के औषधि महानियंत्रक ने पिछले वर्ष मई में ही डॉ रेड्डी लैब को 2-डीजी दवा के कोविड-19 के मरीजों पर क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी प्रदान की थी।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से विकसित की गई दवा 2-डीजी के बारे में सरकार का कहना है कि यह कोविड-19 के इलाज में बेहद उपयोगी होगी। साथ ही इस महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में निर्णायक साबित हो सकती है। इस बीच, इस दवा के क्लीनिकल परीक्षण के आंकड़ों से यह पता चला है कि देश के दो दर्जन से भी अधिक सरकारी और निजी अस्पतालों में अगस्त माह तक इसके तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण जारी रहेंगे। इस परीक्षण में 220 मरीजों को शामिल किया जाएगा।
दरअसल, 2-डीजी दवा का तीसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण जनवरी माह में शुरू हुआ था जबकि दूसरे चरण का परीक्षण पिछले वर्ष जून से सितंबर के बीच हुआ था जिसमें 110 मरीजों को शामिल किया गया था। कई विशेषज्ञों का कहना है कि इस दवा का इस्तेमाल कैंसर के रोगियों के इलाज के लिए भी किया जाता है।
गौरतलब है कि भारत के औषधि महानियंत्रक ने पिछले वर्ष मई में ही डॉ रेड्डी लैब को 2-डीजी दवा के कोविड-19 के मरीजों पर क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी प्रदान की थी।