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भारत की छवि खराब करने के लिए देश के अंदर और बाहर कुछ ताकतें काम कर रही हैं : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा कि भारत की संप्रभुता के खिलाफ आभासी युद्ध से सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश के अंदर और बाहर की कुछ ताकतें भारत की छवि खराब करने का काम कर रही हैं।

Edited byचन्द्र प्रकाश पाण्डेय | भाषा 31 Mar 2023, 1:43 am

हाइलाइट्स

  • उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने देश के खिलाफ 'आभासी युद्ध' को लेकर किया आगाह
  • उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ सुनियोजित तरीके से हो रहा 'आभासी युद्ध'
  • उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश के भीतर और बाहर कुछ ताकतें भारत की छवि खराब कर रही हैं
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नवभारतटाइम्स.कॉम Jagdeep Dhankhar (1)
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (फाइल फोटो)
नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को वैश्विक स्तर पर सुनियोजित तरीके से भारत की अखंडता के खिलाफ 'आभासी युद्ध' को लेकर आगाह किया। नेटवर्क 18 के 'राइजिंग इंडिया समिट' को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पक्षपातपूर्ण रुख और व्यक्तिगत चिंताओं के आधार पर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का मुकाबला किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे को राजनीतिक चश्मे से कैसे देखा जा सकता है। उन्होंने विपक्षी नेताओं के आरोपों की पृष्ठभूमि में यह टिप्पणी की है, जिन्होंने कहा है कि सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर उन्हें निशाना बना रही है। उपराष्ट्रपति ने आगाह किया कि लोगों को 'देश के भीतर और बाहर काम करने वाली वैश्विक मशीनरी' की तरफ से सुनियोजित तरीके से 'भारत की अखंडता के खिलाफ आभासी युद्ध' के बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है।

धनखड़ ने कहा कि भारत के विकास पथ में व्यवधान पैदा करने, लोकतांत्रिक व्यवस्था की छवि खराब करने और राष्ट्र की उपलब्धियों पर पानी फेरने के लिए देश के अंदर और बाहर कुछ ताकतें काम कर रही हैं। उन्होंने मौजूदा बजट सत्र के दौरान दोनों सदनों की कार्यवाही में लगातार व्यवधान के बीच कहा कि संसद में अव्यवस्था सामान्य बात हो गई है।

उन्होंने यह भी कहा कि गतिशील लोकतंत्र में ऐसा कभी नहीं होता कि कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के बीच कोई मुद्दा न हो। धनखड़ ने कहा, 'मुद्दे होना तय है। सहयोगी रुख अपनाकर इन्हें हल करने की जरूरत है।' उन्होंने कहा कि संसद में अव्यवस्था सामान्य बात हो गई है।
लेखक के बारे में
चन्द्र प्रकाश पाण्डेय
चन्द्र प्रकाश पाण्डेय अगस्त 2016 से नवभारतटाइम्स.कॉम में कार्यरत हैं। टीवी पत्रकारिता से शुरुआत कर डिजिटल जर्नलिज्म में कदम रखा। पूर्वी यूपी के एक गांव से ताल्लुक रखते हैं। सीखने-समझने का क्रम जारी है।... और पढ़ें

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