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कोरोना वायरस के इलाज में इन दवाइयों के इस्‍तेमाल पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स

Covid-19 medicines usage in India: भारत में कोरोना वायरस के इलाज (Coronavirus treatment) की खातिर Favipiravir और Remdesivir को बनाने और बेचने की परमिशन दे दी गई है। इन्हें FabiFlu और COVIFOR नाम से बेचा जाएगा।

नवभारतटाइम्स.कॉम 22 Jun 2020, 10:11 am
कोरोना वायरस के इलाज (Coronavirus treatment) के लिए भारत में कई दवाएं यूज हो रही हैं। कुछ दवाएं ऐसी हैं जो पूरी दुनिया में कोविड-19 के मरीजों को दी जा रही हैं जैसे रेमडेसिवीर, फेविपिराविर और हाइड्रॉक्‍सीक्‍लोरोक्विन। भारत में इन दवाओं के जेनेरिक वर्जन को बनाने को और बेचने की मंजूरी मिल चुकी है। ट्रायल में तो इन दवाओं के नतीजे पॉजिटिव रहे मगर असल परिस्थितियों में क्‍या ये असरदार होंगी? कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्‍टर्स की मानें तो नतीजे शुरुआती हैं, ऐसे में थोड़े वक्‍त तक रुकना सही रहेगा।
नवभारतटाइम्स.कॉम doctors view on using medicines like fabliflu and covifor on coronavirus patients
कोरोना वायरस के इलाज में इन दवाइयों के इस्‍तेमाल पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स


भारत में कोरोना की एक और दवा को मिली मंजूरी

FabiFlu को बड़े ट्रायल की है जरूरत

कौन बना रहा : ग्‍लेनमार्क फार्मास्‍यूटिकल, मुंबई

किस चीज की दवा : इन्‍फ्लुएंजा

कोरोना के कैसे मरीजों पर यूज : माइल्ड और मॉडरेट मरीजों में शुरुआती स्‍टेज पर, रिस्ट्रिक्टेड यूज

क्‍या कहते हैं डॉक्टर्स: हर मरीज को यह दवा नहीं दी जाएगी। गंगाराम अस्पताल के लंग्स सर्जन डॉक्टर अरविंद कुमार के मुताबिक, अभी बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती है। अभी इस पर लिमिटेड ट्रायल हुए हैं। मैक्स के इंटरनल मेडिसिन के डॉक्टर टिक्कू ने बड़े ट्रायल की जरूरत बताई।

'गेंमचेंजर' बताई जा रही Covifor

कौन बना रहा : हेटेरो ग्रुप, हैदराबाद

किस चीज की दवा : इबोला, कंपनी का दावा है कि कोरोना के इलाज में यह इंजेक्‍शन'गेमचेजर' साबित होगा।

कोरोना के कैसे मरीजों पर यूज : संदिग्‍ध और कन्‍फर्म मरीजों में गंभीर स्‍टेज पर, रिस्ट्रिक्टेड यूज

क्‍या कहते हैं डॉक्टर्स: इंडियन मेडिकल काउंसिल के पूर्व अध्‍यक्ष केके अग्रवाल के मुताबिक, रेमडेसिवीर मॉडरेट से सीवियर केसेज के लिए है। अगर किसी में एकदम से ऑक्‍सीजन लेवल कम हो जाए तो रेमडेसिवीर के यूज से कॉम्प्लिकेशन होने की संभावना कम हो जाती है।

Tocilizumab से कम होती है जलन

कौन बना रहा : रॉशे फार्मा, मार्केटेड बाय सिप्‍ला

किस चीज की दवा : ऑर्थराइटिस

कोरोना के कैसे मरीजों पर यूज : सभी तरह के मरीजों पर, जलन रोकने के लिए लिए

क्‍या कहते हैं डॉक्टर्स: मुंबई के निजी अस्‍पतालों में इस ड्रग का इस्‍तेमाल ICU के मरीजों पर हुआ। चूंकि यह ड्रग पर्याप्‍त मात्रा में उपलब्‍ध नहीं है तो डॉक्‍टर्स बेहद सावधानी से इसका इस्‍तेमाल कर रहे हैं। BMC के मुताबिक, 40 मरीजों पर दवा के इस्‍तेमाल में 30 से ज्‍यादा मरीजों की हालत बेहतर हुई। अभी यह ड्रग कोविड-19 के इलाज के लिए अप्रूव्‍ड नहीं है।

HCQ रिकवरी में साबित हो रही मददगार

कौन बना रहा : जायडस कैडिला, इपका लैब्‍स, इंटास फार्मा, मैकलोड्स फार्मा, सिप्‍ला, ल्‍यूपिन

किस चीज की दवा : मलेरिया

कोरोना के कैसे मरीजों पर यूज : सभी तरह के मरीजों पर

क्‍या कहते हैं डॉक्टर्स: इसके प्रभाव को लेकर अलग-अलग राय है। WHO ने इसका ट्रायल रोक दिया था मगर भारत में दवा यूज हो रही है। यह दवा सिरदद जैसे मामूली लक्षण वाले मरीजों से लेकर गंभीर मरीजों तक के इलाज में यूज हो रही है। डॉक्‍टर्स के मुताबिक, दवा तेज रिकवरी में मदद कर रही है मगर ये नतीजे शुरुआती है। कुछ डॉक्‍टर्स ने मरीज के दिल की धड़कन तेज होने जैसी शिकायतें की हैं। कई जग‍ह HCQ का यूज बंद कर दिया गया है।

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