नई दिल्ली
पठानकोट पर आतंकी हमले की जांच करने आई पाकिस्तान की 5 सदस्यीय जांच टीम (JIT) से अजीत डोभाल संतुष्ट हैं। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को पाकिस्तान के 5 पूर्व उच्चायुक्तों के साथ एक अनौपचारिक बातचीत में डोभाल ने कहा कि वह इस मामले की जांच के दौरान भारत की तरफ से दिए गए सबूतों पर JIT द्वारा दिए गए आश्वासनों से संतुष्ट हैं। पाकिस्तान के छह पूर्व हाई कमिश्नर हुमायूं खान, रियाज एच खोखर, अशरफ जहांगीर काजी, अजीज अहमद खान, शाहिद मलिक और सलमान बशीर एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली आए हुए थे।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने PMO में पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्तों से बात की। डोभाल ने कहा कि JIT ने जिस तरह से मामले की जांच में रुचि दिखाई है वह संतोषजनक है। इससे पहले पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से JIT की जांच को लेकर जो रिपोर्ट आई थीं, उससे दोनों पक्षों में तनाव का वातावरण बना था। पाकिस्तानी मीडिया में JIT की जांच पर कहा गया था कि जांच में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले जो पाक की तरफ इशारा कर रहे हों। इसको लेकर काफी बवाल हुआ था। इसके अलावा पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित के एक बयान ने भी दोनों देशों के बीच तनाव कायम किया था।
अब्दुल बासित ने पठानकोट मामले की जांच के लिए एनआईए की टीम के पाक दौरे की संभावना पर बयान दिया था। उन्होंने मामले की जांच के लिए एनआईए के जाने की बात सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि द्विपक्षीय वार्ता लगभग बंद पड़ी है। बासित ने कहा था, 'इसे स्थगित कहा जाना ही बेहतर है।' इसपर भारतीय अधिकारियों ने कहा था कि पाकिस्तानी अधिकारियों का बयान उस बात से भिन्न है, जो उन्होंने उनसे भारत दौरे के दौरान कही थी।
JIT की जांच पूरी होने के बाद NIA के चीफ शरद कुमार ने कहा था कि भारत ने एक NIT टीम पाकिस्तान भेजने की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा था कि JIT ने इसका स्वागत किया था। 2 जनवरी को पंजाब के पठानकोट में एयरबेस पर हुए हमले में सुरक्षा बलों के सात जवान शहीद हुए थे। जवाबी कार्रवाई में चार आतंकी भी मारे गए थे। भारतीय एजेंसियों की जांच में हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के हाथ होने के सबूत मिले थे।
सूत्रों के मुताबिक पूर्व पाक हाई कमिश्नरों ने डोभाल के 2014 के एक यूट्यूब विडियो पर भी चिंता जताई, जिसमें वह पाकिस्तान के खिलाफ तल्ख तेवर अपनाए नजर आ रहे हैं। उन्होंने डोभाल से कहा कि पाकिस्तान में कुछ हलकों में डोभाल के इस रवैये को लेकर चिंता जताई जा रही है। इसपर डोभाल ने उन्हें निश्चिंत किया कि यह उनके NSA बनने से पहले की बात है और ऐसे मामले को उसके संदर्भ के साथ ही देखा जाना चाहिए, न कि संदर्भ से काटकर।
डोभाल के साथ मुलाकात में पाक के पूर्व हाई कमिश्नरों ने कथित भारतीय जासूस कुलभूषण यादव के मामले को भी उठाया। सूत्रों के मुताबिक डोभाल ने यादव के खिलाफ लगे आरोपों को गलत बताया। इसके अलावा डोभाल ने इन सभी पूर्व अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि पीएम मोदी पाकिस्तान के साथ असल में संबंध सुधारना चाहते हैं। हालांकि, इसके साथ ही डोभाल ने उन्हें यह भी संदेश दिया कि पाकिस्तान को भी आतंकवाद पर लगाम लगानी होगी। डोभाल ने संदेश दिया कि अगर कोई देश भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा तो भारत भी इसका करारा जवाब देगा।
पठानकोट पर आतंकी हमले की जांच करने आई पाकिस्तान की 5 सदस्यीय जांच टीम (JIT) से अजीत डोभाल संतुष्ट हैं। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को पाकिस्तान के 5 पूर्व उच्चायुक्तों के साथ एक अनौपचारिक बातचीत में डोभाल ने कहा कि वह इस मामले की जांच के दौरान भारत की तरफ से दिए गए सबूतों पर JIT द्वारा दिए गए आश्वासनों से संतुष्ट हैं। पाकिस्तान के छह पूर्व हाई कमिश्नर हुमायूं खान, रियाज एच खोखर, अशरफ जहांगीर काजी, अजीज अहमद खान, शाहिद मलिक और सलमान बशीर एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली आए हुए थे।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने PMO में पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्तों से बात की। डोभाल ने कहा कि JIT ने जिस तरह से मामले की जांच में रुचि दिखाई है वह संतोषजनक है। इससे पहले पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से JIT की जांच को लेकर जो रिपोर्ट आई थीं, उससे दोनों पक्षों में तनाव का वातावरण बना था। पाकिस्तानी मीडिया में JIT की जांच पर कहा गया था कि जांच में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले जो पाक की तरफ इशारा कर रहे हों। इसको लेकर काफी बवाल हुआ था। इसके अलावा पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित के एक बयान ने भी दोनों देशों के बीच तनाव कायम किया था।
अब्दुल बासित ने पठानकोट मामले की जांच के लिए एनआईए की टीम के पाक दौरे की संभावना पर बयान दिया था। उन्होंने मामले की जांच के लिए एनआईए के जाने की बात सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि द्विपक्षीय वार्ता लगभग बंद पड़ी है। बासित ने कहा था, 'इसे स्थगित कहा जाना ही बेहतर है।' इसपर भारतीय अधिकारियों ने कहा था कि पाकिस्तानी अधिकारियों का बयान उस बात से भिन्न है, जो उन्होंने उनसे भारत दौरे के दौरान कही थी।
JIT की जांच पूरी होने के बाद NIA के चीफ शरद कुमार ने कहा था कि भारत ने एक NIT टीम पाकिस्तान भेजने की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा था कि JIT ने इसका स्वागत किया था। 2 जनवरी को पंजाब के पठानकोट में एयरबेस पर हुए हमले में सुरक्षा बलों के सात जवान शहीद हुए थे। जवाबी कार्रवाई में चार आतंकी भी मारे गए थे। भारतीय एजेंसियों की जांच में हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के हाथ होने के सबूत मिले थे।
सूत्रों के मुताबिक पूर्व पाक हाई कमिश्नरों ने डोभाल के 2014 के एक यूट्यूब विडियो पर भी चिंता जताई, जिसमें वह पाकिस्तान के खिलाफ तल्ख तेवर अपनाए नजर आ रहे हैं। उन्होंने डोभाल से कहा कि पाकिस्तान में कुछ हलकों में डोभाल के इस रवैये को लेकर चिंता जताई जा रही है। इसपर डोभाल ने उन्हें निश्चिंत किया कि यह उनके NSA बनने से पहले की बात है और ऐसे मामले को उसके संदर्भ के साथ ही देखा जाना चाहिए, न कि संदर्भ से काटकर।
डोभाल के साथ मुलाकात में पाक के पूर्व हाई कमिश्नरों ने कथित भारतीय जासूस कुलभूषण यादव के मामले को भी उठाया। सूत्रों के मुताबिक डोभाल ने यादव के खिलाफ लगे आरोपों को गलत बताया। इसके अलावा डोभाल ने इन सभी पूर्व अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि पीएम मोदी पाकिस्तान के साथ असल में संबंध सुधारना चाहते हैं। हालांकि, इसके साथ ही डोभाल ने उन्हें यह भी संदेश दिया कि पाकिस्तान को भी आतंकवाद पर लगाम लगानी होगी। डोभाल ने संदेश दिया कि अगर कोई देश भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा तो भारत भी इसका करारा जवाब देगा।