जयपुर, सात मार्च भाषा राजस्थान विधानसभा में आज सिचाई मंत्री डा राम प्रताप ने स्वीकार किया कि सिचाइ्र विभाग में वर्ष 1988 से जूनियर अभियंताओं की नियुक्ति नहीं होने के कारण जोड तोड करके काम चलाया जा रहा है। डा. रामप्रताप ने प्रश्नकाल में भाजपा के संदीप शर्मा द्वारा पूे गये पूरक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि यह सही है कि विभाग में कर्मचारियों की कमी के कारण कई पद रिक्त चल रहे है। उन्हांेने कहा कि वर्ष 1988 से जूनियर अभियंताओं की नियुक्ति नहीं होने के कारण कई पद खाली चल रहे है जिससे काम प्रभावित हो रहा है। विभाग जोड तोड कर काम चला रहा है, जिस अभियंता को गडबडी के आरोप में हटाया गया है उसे किसी स्थान पर तो लगाना होगा। इससे पहलेेे डा. राम प्रताप ने भाजपा के प्रहलाद गुंजल के मूल प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि नहरों की मरम्मत नहीं होने के कारण करीब पैतीस प्रतिशत से अधिक पानी का रिसाव होने के कारण दुरूपयोग हो रहा है। इस पानी का उपयोग सिचाई में नहीं हो पा रहा है। सरकार व्यर्थ जा रहे पानी को लिफ्ट करके सिंचाई के लिए किसानों को उपलब्ध करवाने पर शीघ्र ही कार्यवाही करेगी।
अभियंताओं की कमी के कारण काम चलाया जा रहा है सिंचाई मंत्री
जयपुर, सात मार्च भाषा राजस्थान विधानसभा में आज सिचाई मंत्री डा राम प्रताप ने स्वीकार किया कि सिचाइ्र विभाग में वर्ष 1988 से जूनियर अभियंताओं की नियुक्ति नहीं होने के कारण जोड तोड करके काम चलाया जा रहा है।
नवभारतटाइम्स.कॉम 7 Mar 2017, 9:39 pm