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Farmers Protest: ...तो क्या नहीं मानेंगे दिल्ली में डटे किसान, शाह की अपील पर बोले- सशर्त न्योता ठीक नहीं

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सीमा से लेकर दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर रोड पर अलग-अलग किसान यूनियन की अपील पर आज जो किसान भाई अपना आंदोलन कर रहे हैं, उन सभी से मैं अपील करना चाहता हूं कि भारत सरकार आपसे चर्चा के लिए तैयार है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 28 Nov 2020, 11:18 pm
नई दिल्ली
नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच पर आमादा किसान गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद भी शनिवार को नाराज नजर आए। भारतीय किसान यूनियन- पंजाब के अध्यक्ष जगजीत सिंह ने कहा कि अमित शाह जी ने सशर्त जल्दी मिलने की बात कही है जो कि ठीक नहीं है। उन्हें बिना शर्त खुले दिल से बातचीत की पेशकश करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हम रविवार को बैठक करेंगे और उसके बाद अपनी आगे की योजना बनाएंगे। इससे पहले गृह मंत्री शाह ने प्रदर्शनकारी किसानों से कहा कि वे अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के बुराड़ी मैदान में चले जाएं।

पढ़िए, अमित शाह ने क्या-क्या कहा
गृह मंत्री ने कहा कि किसानों के निर्धारित स्थल पर जाते ही केंद्र सरकार उनके साथ वार्ता करने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने उत्तरी दिल्ली के निरंकारी मैदान में पानी, शौचालय और चिकित्सा देखभाल की व्यवस्था की है ताकि किसानों को कोई असुविधा न हो और वे वहां लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से अपना प्रदर्शन कर सकें।

पिछले कुछ दिनों से, पंजाब और हरियाणा तथा देश के कुछ अन्य हिस्सों के किसान दिल्ली की सीमा पर आए हुए हैं। हमारे किसान भाइयों से मेरी विनम्र अपील है कि सरकार ने दिल्ली के बुराड़ी में आपके लिए उचित व्यवस्था की है, जहां आप अपना प्रदर्शन कर सकते हैं। कुछ किसान यूनियनों और किसानों ने मांग की है कि वार्ता तीन दिसंबर के बजाय तुरंत आयोजित की जाए। इसलिए, मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं कि जैसे ही आप मैदान में (बुराड़ी) पहुंचेंगे, केंद्र सरकार आपके साथ चर्चा के लिए तैयार है।
- अमित शाह, गृह मंत्री

जल्द बातचीत को तैयार है सरकार...
शाह ने आगे कहा कि 3 दिसंबर को चर्चा के लिए आपको कृषि मंत्री जी ने निमंत्रण पत्र भेजा है। भारत सरकार आपकी हर समस्या और हर मांग पर विचार विमर्श करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अगर किसान चाहते हैं कि भारत सरकार जल्द बात करे, 3 दिसंबर से पहले बात करे, तो मेरा आपको आश्वासन है कि जैसे ही आप निर्धारित स्थान पर स्थानांतरित हो जाते हैं, उसके दूसरे ही दिन भारत सरकार आपकी समस्याओं और मांगों पर बातचीत के लिए तैयार है।

नहीं थम रहा किसानों का गुस्सा
एक तरफ, केंद्र सरकार ने किसानों (Farmers Protest Latest Update) को बातचीत का ऑफर दे दिया है लेकिन शनिवार देर रात तक किसानों की नाराजगी दूर होती नहीं दिखी। हरियाणा के जींद से किसानों का दिल्ली की ओर कूच करना शनिवार को भी जारी रहा। शुक्रवार देर शाम से ही पंजाब के किसान दिल्ली की ओर रवाना होने शुरू हो गए थे लेकिन काफी किसान किनाना से लेकर पौली गांव तक बन रहे चार लेन मार्ग पर रुके हुए थे। इस बीच, किसानों ने मांग की है कि वे जंतर-मंतर पर पर ही अनशन करेंगे और सरकार उनको वहां जाने की इजाजत दे।

दिल्ली बॉर्डर पर जमे हैं ज्यादातर किसान
दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान जमे हैं, शनिवार दिन में उनकी संख्या बढ़ती गई क्योंकि काफी संख्या में किसान यहां और पहुंच गए और सैकड़ों किसान महानगर के बुराड़ी मैदान में इकट्ठे हुए और नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया। ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत शुक्रवार को जहां किसानों और पुलिस के बीच जोरदार संघर्ष हुआ जिसमें पुलिस ने किसानों पर पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले दागे वहीं किसानों ने अवरोधकों को तोड़ डाला और पथराव किया, वहीं शनिवार को शांति बनी रही। लेकिन महानगर के बाहर हजारों की संख्या में किसानों के जमे होने के कारण तनाव बना रहा।

बुराड़ी के निरंकारी मैदान में जाने को तैयार नहीं
स्पष्ट रूपरेखा नहीं होने के बावजूद पंजाब के 30 संगठनों सहित कई समूहों के किसानों का संकल्प स्पष्ट है और उनमें से कुछ का कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता है तब तक वे यहां से नहीं हटेंगे और कुछ किसानों का कहना है कि वे सुनिश्चित करेंगे कि उनकी आवाज सुनी जाए। ये मुख्यत: पंजाब और हरियाणा के किसान हैं लेकिन मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और राजस्थान के किसान भी यहां आए हुए हैं। सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान ट्रकों, ट्रैक्टरों और अन्य वाहनों में पहुंचे हैं और पानी की बौछारों तथा आंसू गैस के गोले का सामना करते हुए तीन दिनों से वहां जमे हुए हैं। काफी संख्या में पुलिसकर्मियों के पहुंचने के बावजूद कई किसानों का कहना है कि वे बुराड़ी के संत निरंकारी मैदान में नहीं जाएंगे जहां उन्हें शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अनुमति दी गई है।

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