गगनयान: भीषण ठंड, जान का खतरा...जानें, देश की खातिर किन चुनौतियों से जूझ रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्री
रूस के गैगरिन रिसर्च ऐंड टेस्ट कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को इस गोपनीय ट्रेनिंग के दौरान जान तक को भी जोखिम में डालना पड़ रहा है। आइए जानते हैं कि देश से करीब 4 हजार किलोमीटर दूर भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को किन-किन चुनौतियों से लोहा लेना पड़ रहा है...
नवभारतटाइम्स.कॉम | 17 Feb 2020, 3:45 pm
मास्को
भारतीय वायुसेना के 4 जांबाज पायलट देश की प्रतिष्ठा से जुड़े महत्वाकांक्षी मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन 'गगनयान' को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए रूस में बेहद कड़ा प्रशिक्षण ले रहे हैं। रूस के गैगरिन रिसर्च ऐंड टेस्ट कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को इस गोपनीय ट्रेनिंग के दौरान जान तक को भी जोखिम में डालना पड़ रहा है। आइए जानते हैं कि देश से करीब 4 हजार किलोमीटर दूर भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को किन-किन चुनौतियों से लोहा लेना पड़ रहा है...
भारतीय वायुसेना के 4 जांबाज पायलट देश की प्रतिष्ठा से जुड़े महत्वाकांक्षी मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन 'गगनयान' को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए रूस में बेहद कड़ा प्रशिक्षण ले रहे हैं। रूस के गैगरिन रिसर्च ऐंड टेस्ट कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को इस गोपनीय ट्रेनिंग के दौरान जान तक को भी जोखिम में डालना पड़ रहा है। आइए जानते हैं कि देश से करीब 4 हजार किलोमीटर दूर भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को किन-किन चुनौतियों से लोहा लेना पड़ रहा है...
पांच साल का कोर्स एक साल में
भारत की जरूरत के हिसाब से प्रशिक्षण
अब रूसी भाषा सीख रहे भारतीय यात्री
भीषण ठंड में जंगल में अकेले रह रहे यात्री
भारतीय यात्रियों के लिए रूसी खाना बना चुनौती
भारतीय यात्रियों के लिए भाषा ही नहीं खाना भी चुनौती बना हुआ है। अंतरिक्षयात्रियों और उनका प्रशिक्षण देखने आए अतिथियों को रूसी खाने में सिद्धहस्त होना पड़ रहा है। रूसी खाना भारतीय खाने से काफी अलग है। भारतीय यात्रियों के इस संकट का समाधान निकालने के लिए ट्रेनिंग सेंटर के कुक अपने अतिथियों की पसंद के हिसाब से खाना बना रहे हैं। यहां तक कि शाकाहारी खाना भी अतिथियों को दिया जा रहा है। भारतीय यात्रियों की धार्मिक भावनाओं को देखते हुए खाने के आइटम से बीफ को हटा लिया गया है।