विस/पीटीआई, नई दिल्ली
500 और 1000 के नोट बंद होने से परेशान लाखों लोगों की भीड़ शुक्रवार को देशभर में बैंकों और एटीएम पर उमड़ पड़ी। हालांकि बहुत से लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ा क्योंकि बहुत से एटीएम पैसे देने में नाकाम रहे। नोट बदलने की अफरातफरी और जद्दोजहद में महाराष्ट्र और केरल में दो लोगों की जान चली गई। कई जगहों से मारपीट और तोड़फोड़ की भी खबरें हैं। दिल्ली के राणा प्रताप मार्ग स्थित एक बैंक के बाहर भीड़ बेकाबू हो गई। गेट तोड़ दिए गए। चार बैंककर्मी जख्मी हो गए।
सरकार ने ऐलान किया था कि शुक्रवार से एटीएम से लोग 2000 रुपये तक निकाल सकेंगे। बहुत से एटीएम तो काम ही नहीं कर रहे थे। जो चालू थे, वहां सुबह से ही लंबी-लंबी लाइनें लग गईं। कुछ ही घंटों में एटीएम में नोट खत्म हो गए। बैंकों में पुराने नोट बदलवाने और नए नोट लेने के लिए उमड़े लोगों को भी कई जगह बेहद परेशानी हुई। कहीं बैंकों के सर्वर डाउन होने पर लोगों को खाली हाथ लौटा दिया गया। बहुत से लोगों को नोट मिले, लेकिन घंटों तक लाइन में लगने के बाद। मुंबई में 73 साल के विश्वनाथ वर्तक नोट बदलने को लाइन में लगे थे कि अचानक गिर गए। अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। केरल में बिजली कर्मचारी उन्नी (48 वर्ष) 5 लाख रुपये जमा करने बैंक गए, लेकिन बिल्डिंग के दूसरे माले से गिरने से उनकी मौत हो गई।