नयी दिल्ली, 16 जनवरी (भाषा) विदेशमंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क और हंगरी के समकक्षों से मुलाकात की और उनके साथ द्विपक्षीय वार्ता की। ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मारिज पायने ने भारत के प्रतिष्ठित वैश्विक सम्मेलन रायसीन डायलॉग से इतर जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान जयशंकर और पायने ने द्विपक्षीय संबंधों में हुए विकास को रेखांकित किया और दोनों देशों के बीच आपसी समझ के आधार पर रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए आतंकवाद बड़ा खतरा है और आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ का मुकाबला करने के लिए अंतररष्ट्रीय साझेदारी पर जोर दिया। विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘ ऑस्ट्रेलिया ने बताया कि भारत उसे उच्च गुणवत्ता वाले खनिज संसाधनों का स्थिर और भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता मान सकता है... इस संबंध में दोनों देशों ने मौजूदा संसाधन साझेदारी के विविधिकरण पर सहमति जताई है।” जयशंकर ने हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सियार्तो से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय एवं वैश्विक मामलों पर चर्चा की। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ इस सवांद में पहली बार आने के लिए हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सियार्तो का स्वागत। आज सुबह हमारे संबंधों और वैश्चिक मामलों पर बेहतरीन चर्चा हुई। रायसीना डायलॉग में उनका योगदान सराहनीय है।’’ जयशंकर ने डेनमार्क के विदेश मंत्री जेप्पे कोफोड से भी मुलाकात की और हरित रणनीतिक साझेदारी की संभावनाओं पर चर्चा की।
जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क और हंगरी के विदेश मंत्रियों से बातचीत की
नयी दिल्ली, 16 जनवरी (भाषा) विदेशमंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क और हंगरी के समकक्षों से मुलाकात की और उनके साथ द्विपक्षीय वार्ता की। ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मारिज पायने ने भारत के प्रतिष्ठित वैश्विक सम्मेलन रायसीन डायलॉग से इतर जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान जयशंकर और पायने ने द्विपक्षीय संबंधों में हुए विकास को रेखांकित किया और दोनों देशों के बीच आपसी समझ के आधार पर रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए आतंकवाद बड़ा खतरा है और आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ का मुकाबला करने के
भाषा 16 Jan 2020, 11:15 pm