नई दिल्ली
पठानकोट एयरबेस पर हमले के मामले की जांच के लिए पाकिस्तान का पांच सदस्यीय संयुक्त जांच दल (JIT) रविवार को यहां पहुंच गया जिसमें ISI का एक अधिकारी शामिल है। किसी आतंकी मामले की जांच के लिए पाकिस्तान के दल की यह इस तरह की पहली भारत यात्रा है। जांच दल अब तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा की गई जांच का विश्लेषण भी करेगा। NIA और पाकिस्तानी उच्चायोग के अफसरों ने टीम का स्वागत किया।
JIT हमले के मामले में जांच के लिए मंगलवार को पठानकोट जाएगी। पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने 2 जनवरी को वायु सेना के स्टेशन पर हमला किया था। जांच दल पाकिस्तान से विशेष विमान में यहां पहुंचा है। पंजाब आतंकवाद निरोधक विभाग के प्रमुख मुहम्मद ताहिर राय टीम की अगुवाई कर रहे हैं जिसमें IB के उपमहानिदेशक लाहौर, मुहम्मद अजीम अरशद, सैन्य खुफिया विभाग के लेफ्टिनेंट कर्नल इरफान मिर्जा, ISI के लेफ्टिनेंट कर्नल तनवीर अहमद और गुजरांवाला में पदस्थ जांच अधिकारी शाहिद तनवीर शामिल हैं।
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पाकिस्तान ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के दौरान मामले के कुछ गवाहों से जिरह के लिए एक न्यायिक आयोग को भेजा था। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि रविवार को यहां पहुंचा संयुक्त जांच दल कल सुबह NIA मुख्यालय जाएगा जहां उन्हें NIA का दल अब तक हुई जांच के बारे में 90 मिनट का प्रस्तुतिकरण देगा। उनके सामने उन साक्ष्यों का प्रस्तुतिकरण भी दिया जाएगा जो दिखाते हैं कि आतंकी हमले की योजना सीमापार पाकिस्तान में बनाई गई थी। हमले में सात सुरक्षाकर्मी मारे गये थे।
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सूत्रों ने कहा कि दोपहर के भोजन के बाद के सत्र में अगर पाकिस्तानी दल को संशय दूर करने के लिए NIA जांचकर्ताओं के सामने कोई सवाल उठाना है तो वह उन्हें रखेगा। मंगलवार की सुबह वे विशेष विमान से पठानकोट रवाना हो जाएंगे। वायु सेना स्टेशन को NIA इस तरह से बैरिकेड कर देगा कि इसके सभी संवेदनशील स्थानों की झलक नहीं मिल सके और NIA की टीम पाक दल को पठानकोट के वायु सेना स्टेशन की उन कुछ जगहों को दिखाएगी जहां जहां जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से सुरक्षा बलों की 80 घंटे तक मुठभेड़ चली थी।
भारत की पाकिस्तानी जांच दल को पठानकोट हमले के सभी गवाहों से रूबरू कराने की योजना है लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड या BSF के जवानों से उसका सामना कराने की कोई योजना नहीं है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी दल को सहयोग परस्पर आदान-प्रदान पर आधारित होगा और उसे उम्मीद है कि भारतीय टीम को बाद में पाकिस्तान यात्रा की इजाजत दी जाएगी।
पठानकोट एयरबेस पर हमले के मामले की जांच के लिए पाकिस्तान का पांच सदस्यीय संयुक्त जांच दल (JIT) रविवार को यहां पहुंच गया जिसमें ISI का एक अधिकारी शामिल है। किसी आतंकी मामले की जांच के लिए पाकिस्तान के दल की यह इस तरह की पहली भारत यात्रा है। जांच दल अब तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा की गई जांच का विश्लेषण भी करेगा। NIA और पाकिस्तानी उच्चायोग के अफसरों ने टीम का स्वागत किया।
JIT हमले के मामले में जांच के लिए मंगलवार को पठानकोट जाएगी। पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने 2 जनवरी को वायु सेना के स्टेशन पर हमला किया था। जांच दल पाकिस्तान से विशेष विमान में यहां पहुंचा है। पंजाब आतंकवाद निरोधक विभाग के प्रमुख मुहम्मद ताहिर राय टीम की अगुवाई कर रहे हैं जिसमें IB के उपमहानिदेशक लाहौर, मुहम्मद अजीम अरशद, सैन्य खुफिया विभाग के लेफ्टिनेंट कर्नल इरफान मिर्जा, ISI के लेफ्टिनेंट कर्नल तनवीर अहमद और गुजरांवाला में पदस्थ जांच अधिकारी शाहिद तनवीर शामिल हैं।
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पाकिस्तान ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के दौरान मामले के कुछ गवाहों से जिरह के लिए एक न्यायिक आयोग को भेजा था। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि रविवार को यहां पहुंचा संयुक्त जांच दल कल सुबह NIA मुख्यालय जाएगा जहां उन्हें NIA का दल अब तक हुई जांच के बारे में 90 मिनट का प्रस्तुतिकरण देगा। उनके सामने उन साक्ष्यों का प्रस्तुतिकरण भी दिया जाएगा जो दिखाते हैं कि आतंकी हमले की योजना सीमापार पाकिस्तान में बनाई गई थी। हमले में सात सुरक्षाकर्मी मारे गये थे।
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भारत की पाकिस्तानी जांच दल को पठानकोट हमले के सभी गवाहों से रूबरू कराने की योजना है लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड या BSF के जवानों से उसका सामना कराने की कोई योजना नहीं है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी दल को सहयोग परस्पर आदान-प्रदान पर आधारित होगा और उसे उम्मीद है कि भारतीय टीम को बाद में पाकिस्तान यात्रा की इजाजत दी जाएगी।