ऐपशहर

'यदि मैं रोना शुरू कर दूं तो मुझे माफ करें', सुप्रीम कोर्ट के जज एमआर शाह हुए भावुक

जस्टिस एमआर शाह का जन्म 16 मई, 1958 को हुआ था। उन्होंने सिविल, आपराधिक, संवैधानिक सहित कई मामलों में गुजरात हाई कोर्ट में प्रैक्टिस की। उन्हें 7 मार्च, 2004 को गुजरात हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। 12 अगस्त, 2018 को पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त किया गया। नवंबर 2018 को वह सुप्रीम कोर्ट में आए।

Edited byपंकज सिंह | आईएएनएस 15 May 2023, 2:33 pm
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एमआर शाह की सोमवार को आखिरी बार बेंच पर बैठने के दौरान आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने अपने विदाई भाषण के दौरान राज कपूर की फिल्म 'मेरा नाम जोकर' के एक गाने का जिक्र किया। भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति शाह और न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा ने कहा जस्टिस शाह के साथ बेंच पर बैठना खुशी की बात थी। हमने कई आपराधिक मामले, जीएसटी पर नए कानून को संभाला और वह हमेशा चुनौती के लिए तैयार रहते थे।
नवभारतटाइम्स.कॉम Supreme Court judge MR Shah


न्यायमूर्ति शाह ने कहा मैं एक नारियल की तरह हूं यदि मैं रोना शुरू कर दूं तो कृपया मुझे माफ करें। सभी (बार के सदस्यों) का तहे दिल से धन्यवाद। जस्टिस शाह ने कहा कि मैं रिटायर व्यक्ति नहीं हूं। मैं एक नई पारी शुरू करूंगा और मैं इस पारी के लिए (ईश्वर से) अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करता हूं। इसके बाद उन्होंने राज कपूर की फिल्म 'मेरा नाम जोकर' की कुछ पंक्तियां पढ़ीं, कल खेल में हम हो ना हों। गर्दिश में तारे रहेंगे सदा.., और फिर उनकी आंखों में आंसू आ गए।

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि उन्होंने न्यायमूर्ति शाह को एक वकील और एक जज दोनों के रूप में देखा है और वह बहुत मेहनती व्यक्ति हैं और एक बहुत ही साहसी इंसान हैं जो नीचे नहीं झुकते, एक क्षमता जो अब गायब हो रही है। मेहता ने कहा, लेकिन लॉर्डशिप ने अपने परिवार के साथ गंभीर अन्याय किया है। आपने जितने फैसले लिखे हैं, वे इस बात की गवाही देते हैं कि आपके परिवार को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है और मुआवजे की बारी अब उनकी होगी।
लेखक के बारे में
पंकज सिंह
नवभारत टाइम्स डिजिटल में असिस्टेंट न्यूज एडिटर। पत्रकारिता में आज समाज, ईटीवी भारत, आज तक के बाद अब टाइम्स इंटरनेट के साथ सफर जारी है। पत्रकारिता में 16 साल का अनुभव। राजनीति की खबरों के साथ ही खेल की खबरों में रुचि। लगातार कुछ अलग और बेहतर करने के साथ सीखने की कोशिश जारी है।... और पढ़ें

अगला लेख

Indiaकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर