ऐपशहर

भारत एक राष्ट्र नहीं, केरोसीन में पूरा देश... राहुल गांधी की स्‍पीच से सोशल मीड‍िया पर लोगों का फूटा गुस्‍सा

राहुल गांधी ने विदेशी मंच पर कई घरेलू मसले उठाए हैं। यह बात लोगों का कतई रास नहीं आई है। उन्‍होंने माइक्रोब्‍लॉग‍िंंग साइट ट्व‍िटर पर कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष को निशाने पर लिया है। राहुल गांधी की स्‍पीच को उन्‍होंने खतरनाक करार दिया है। राहुल गांधी ने ऐसी कई बातें की हैं जो वो देश में करते रहे हैं।

Curated byअमित शुक्‍ला | नवभारतटाइम्स.कॉम 21 May 2022, 6:38 pm
Rahul Gandhi speech in Britain: कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ब्रिटेन दौरे पर हैं। थिंकटैंक 'ब्रिज इंडिया' की ओर से आयोजित 'आइडियाज फॉर इंडिया' सम्मेलन में वह कुछ ऐसा बोले जिससे ट्विटर पर उनके खिलाफ लोगों का गुस्‍सा फूट पड़ा। राहुल गांधी ने विदेशी मंच पर भारत की छवि खराब करने वाले कई मसले उठाए। इसने लोगों को नाराज किया। जिन चीजों को लेकर भारत में ही उनकी काफी किरकिरी हो चुकी है, उन्‍होंने दोबारा विदेशी मंच पर वो बातें कीं। मसलन, उन्‍होंने कहा कि भारत राष्‍ट्र नहीं बल्कि यूनियन ऑफ स्‍टेट (Union of State) है। कुछ दिन पहले संसद में भी उन्‍होंने यह बयान दिया था। इसे लेकर काफी हंगामा हुआ था। उन्‍होंने देश की घरेलू राजनीति का जिक्र कर कहा कि बीजेपी का काम आवाजें दबाना है। पूरे देश में केरोसीन फैला है। बस आग लगाने के लिए चिंगारी की जरूरत है। राहुल के बयान के एक-एक हिस्‍से पर लोगों ने उन्‍हें निशाने पर लिया।

भारत राष्‍ट्र नहीं बल्कि यूनियन ऑफ स्‍टेट
राहुल गांधी ने वार्ता सत्र में कहा कि संविधान के अनुसार, भारत राष्‍ट्र नहीं है। इसके बजाय इसे राज्यों के संघ के रूप में वर्णित किया गया है। यह बात राहुल पहले भी कर चुके हैं। एक यूजर ने लिखा - 'राहुल जी क्‍या आप भारत को राष्ट्र के रूप में नहीं देखते हैं? कहीं आप इटली का संवधिान तो नहीं देख रहे हैं? देख लीजिए भारत का प्रिएंबल...'




लेखक संक्रांत सानू ने लिखा, 'यह पूरी तरह से झूठ है, राहुल गांधी लगता है कि अमेरिकी इतिहास पढ़ रहे हैं। राज्य 'एक साथ नहीं आए।' स्वतंत्रता के बाद राज्यों को बार-बार पुनर्गठित किया गया और उनकी कोई निश्चित पहचान नहीं थी। भारत एक सिविलाइजेशनल एंटिटी है जो हजारों साल पुरानी है।'



एक यूजर ने लिखा- 'इन लोगों को अपनी कहानी सीधी करने की जरूरत है। पहले एक कॉमेडियन कुछ बकवास लिखता है जिसे 'आइडिया ऑफ इंडिया' कहा जाता है, फिर दूसरा कॉमेडियन कहता है कि 2 भारत हैं, फिर एक और कहता है कि कोई भारत नहीं है - सिर्फ राज्यों का एक संघ। आगे क्या?




चिंगारी वाले बयान पर भी लोगों ने लगाई क्‍लास
लेखक आनंद रंगनाथन ने कहा, 'राहुल गांधी के भाषण का सबसे चिंताजनक हिस्सा उनका यह मूर्खतापूर्ण दावा नहीं था कि भारत एक राष्ट्र नहीं है। अलबत्‍ता, उनका यह दावा था कि देश अब मिट्टी के तेल में डूबा हुआ है, आपको बस एक चिंगारी चाहिए। वह क्या योजना बना रहे हैं? यह आदमी खतरनाक है।'



क्‍या-क्‍या बोले राहुल गांधी?
राहुल ने मौजूदा शासन पर देश को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। कहा कि कांग्रेस की विचारधारा इससे लड़ने के लिए तैयार है। वह बोले, 'कृपया समझें, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का काम शोर मचाना और आवाजें दबाना है। जबकि, हम सुनते हैं। ये दो अलग चीजें हैं, ये दो अलग डिजाइन हैं।'

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने चेताया कि पूरे देश में केरोसीन (मिट्टी का तेल) फैला हुआ है और आग लगाने के लिए बस एक चिंगारी की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'एक कार्यकर्ता से कहा जाता है कि आप यह कहेंगे और कुछ नहीं। यह कार्यकर्ता लोगों के गले के नीचे खास तरह के विचारों को उतारने के लिए तैयार किया गया है, फिर चाहे वह कम्युनिस्ट विचारधारा हो या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सोच।'
लेखक के बारे में
अमित शुक्‍ला
पत्रकारिता और जनसंचार में पीएचडी की। टाइम्‍स इंटरनेट में रहते हुए नवभारतटाइम्‍स डॉट कॉम से पहले इकनॉमिकटाइम्‍स डॉट कॉम में सेवाएं दीं। पत्रकारिता में 15 साल से ज्‍यादा का अनुभव। फिलहाल नवभारत टाइम्स डॉट कॉम में असिस्‍टेंट न्‍यूज एडिटर के रूप में कार्यरत। टीवी टुडे नेटवर्क, दैनिक जागरण, डीएलए जैसे मीडिया संस्‍थानों के अलावा शैक्षणिक संस्थानों के साथ भी काम किया। इनमें शिमला यूनिवर्सिटी- एजीयू, टेक वन स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (नोएडा) शामिल हैं। लिंग्विस्‍ट के तौर पर भी पहचान बनाई। मार्वल कॉमिक्स ग्रुप, सौम्या ट्रांसलेटर्स, ब्रह्मम नेट सॉल्यूशन, सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी और लिंगुअल कंसल्टेंसी सर्विसेज समेत कई अन्य भाषा समाधान प्रदान करने वाले संगठनों के साथ फ्रीलांस काम किया। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। देश-विदेश के साथ बिजनस खबरों में खास दिलचस्‍पी।... और पढ़ें

अगला लेख

Indiaकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर