नई दिल्ली
BJP अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी के 'खून की दलाली' वाले बयान पर करारा हमला बोला है। शाह ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष का ये बयान सेना और देश की जनता का अपमान हैै और दलाली तो कांग्रेस के मूल में है।
शाह ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,'राहुल का 'खून की दलाली' वाला बयान सीमा लांघने वाला है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। राहुल के शब्द सेना की वीरता का अपमान हैं।' शाह ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक में दलाली वाली बात कहां से आ गई? शाह के मुताबिक, 'सर्जिकल स्ट्राइक कोई ऐसी घटना नहीं थी जिसके बारे में दलाली जैसे शब्द निकलने चाहिए। सेना के जवानों का खून क्या दलाली की चीज है? ये बयान कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाती है।'
पढ़ें: आलू की खेती पर फोकस करें राहुल: शाह
हालांकि अमित शाह ने ये भी संकेत दिए कि आगामी विधानसभा चुनाव में BJP इसे चुनावी मुद्दा भी बना सकती है। शाह ने कहा,' सेना की वीरता के प्रयासों को जनता के बीच ले जाना होगा ताकि सेना का मनोबल बढ़े। सेना की हौसला अफजाई हर राजनीतिक दल की जिम्मेदारी है।'
पढ़ें: राहुल गांधी बोले खून की दलाली कर रहे हैं PM
BJP अध्यक्ष ने कहा,' किस बात की दलाली? कोयला घोटाले से लेकर 2 जी और बोफोर्स घोटाले तक में किसने ली दलाली? दरअसल कांग्रेस नेतृत्व के मूल विचार में ही खोट है।' उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब सेना की आवश्यकताओं की अनदेखी की गई थी। लेकिन अब जबकि सेना ने सीमा के पार जाकर आतंकियों के लॉन्चपैड को ध्वस्त कर दिया है तो कांग्रेस उल्टे आरोप लगा रही है। शाह ने कहा,'पूरा देश सेना के जवान के पीछे खड़ा है। हम भारत विरोधी बयानों पर नहीं बल्कि सेना के बुलेट पर भरोसा करते हैं। मौजूदा सरकार राजनीतिक ढृढ इच्छाशक्ति के साथ सेना के पीछे खड़ी है।' सर्जिकल स्ट्राइक के राजनीतिकरण के आरोप पर शाह ने कहा,' कांग्रेस हम पर ये आरोप न लगाए क्योंकि सर्जिकल स्ट्राइक की घटना के बारे में खुद सेना के DGMO ने जानकारी दी। इस बारे में सरकार ने कुछ नहीं बोला।'
पढ़ें: केजरीवाल ने राहुल को क्या कहा
शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी हमला करते हुए कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पर उनका सबूत मांगना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था। शाह के मुताबिक, 'केजरीवाल के इस बयान के बाद पाकिस्तान सोशल मीडिया में केजरीवाल का बयान ट्रेंड करने लगा था। किसी को भी सेना की वीरता पर शक नहीं करनी चाहिए।'
BJP अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी के 'खून की दलाली' वाले बयान पर करारा हमला बोला है। शाह ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष का ये बयान सेना और देश की जनता का अपमान हैै और दलाली तो कांग्रेस के मूल में है।
शाह ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,'राहुल का 'खून की दलाली' वाला बयान सीमा लांघने वाला है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। राहुल के शब्द सेना की वीरता का अपमान हैं।' शाह ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक में दलाली वाली बात कहां से आ गई? शाह के मुताबिक, 'सर्जिकल स्ट्राइक कोई ऐसी घटना नहीं थी जिसके बारे में दलाली जैसे शब्द निकलने चाहिए। सेना के जवानों का खून क्या दलाली की चीज है? ये बयान कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाती है।'
पढ़ें: आलू की खेती पर फोकस करें राहुल: शाह
हालांकि अमित शाह ने ये भी संकेत दिए कि आगामी विधानसभा चुनाव में BJP इसे चुनावी मुद्दा भी बना सकती है। शाह ने कहा,' सेना की वीरता के प्रयासों को जनता के बीच ले जाना होगा ताकि सेना का मनोबल बढ़े। सेना की हौसला अफजाई हर राजनीतिक दल की जिम्मेदारी है।'
पढ़ें: राहुल गांधी बोले खून की दलाली कर रहे हैं PM
BJP अध्यक्ष ने कहा,' किस बात की दलाली? कोयला घोटाले से लेकर 2 जी और बोफोर्स घोटाले तक में किसने ली दलाली? दरअसल कांग्रेस नेतृत्व के मूल विचार में ही खोट है।' उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब सेना की आवश्यकताओं की अनदेखी की गई थी। लेकिन अब जबकि सेना ने सीमा के पार जाकर आतंकियों के लॉन्चपैड को ध्वस्त कर दिया है तो कांग्रेस उल्टे आरोप लगा रही है। शाह ने कहा,'पूरा देश सेना के जवान के पीछे खड़ा है। हम भारत विरोधी बयानों पर नहीं बल्कि सेना के बुलेट पर भरोसा करते हैं। मौजूदा सरकार राजनीतिक ढृढ इच्छाशक्ति के साथ सेना के पीछे खड़ी है।' सर्जिकल स्ट्राइक के राजनीतिकरण के आरोप पर शाह ने कहा,' कांग्रेस हम पर ये आरोप न लगाए क्योंकि सर्जिकल स्ट्राइक की घटना के बारे में खुद सेना के DGMO ने जानकारी दी। इस बारे में सरकार ने कुछ नहीं बोला।'
पढ़ें: केजरीवाल ने राहुल को क्या कहा
शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी हमला करते हुए कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पर उनका सबूत मांगना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था। शाह के मुताबिक, 'केजरीवाल के इस बयान के बाद पाकिस्तान सोशल मीडिया में केजरीवाल का बयान ट्रेंड करने लगा था। किसी को भी सेना की वीरता पर शक नहीं करनी चाहिए।'