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IS मॉड्यूल: 'अबु हुजैफा' इस तरह ऑनलाइन बनाता था भारतीय युवाओं को निशाना

आतंकवादी संगठन का यह मॉड्यूल साउथ-ईस्ट एशिया के युवाओं को आईएस में शामिल करने के लिए बरगलाता था। इस हैंडल का नाम सुरक्षा एजेंसियों की जांच में कई बार सामने आया।

टाइम्स न्यूज नेटवर्क 28 Dec 2018, 8:02 am

हाइलाइट्स

  • आतंकी संगठन आईएस के नए मॉड्यूल का राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने किया खुलासा
  • यह मॉड्यूल दक्षिण-पूर्व एशिया के युवाओं को आईएस में शामिल करने के लिए बरगलाता था
  • अबु हुजैफा अल बाकिस्तानी है ऑनलाइन हैंडल,सुरक्षा एजेंसियों की जांच में कई बार आया सामने
  • एनआईए ने दिल्ली और यूपी में 16 जगहों पर एक साथ की थी छापेमारी, 5 को किया गिरफ्तार
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राज शेखर, नई दिल्ली
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के जिस नए मॉड्यूल का खुलासा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने किया है, उसे 'अबु हुजैफा अल बाकिस्तानी' के नाम से ऑनलाइन कंट्रोल किया जा रहा था। इसे अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से संचालित किया जा रहा था जिसके निशाने पर कई भारतीय युवा थे। सूत्रों ने बताया कि यह मॉड्यूल दक्षिण-पूर्व एशिया के युवाओं को आईएस में शामिल करने के लिए बरगलाता था।
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सूत्रों ने बताया कि फेसबुक पर संपर्क होने के बाद युवाओं को ग्रुप में जोड़ा जाता और टेलीग्राम व थ्रीमा के जरिए चैटिंग की जाती। इंटेलिजेंस एजेंसी के एक सूत्र ने कहा कि इस हैंडल की जांच पर जानकारी मिली है कि इसे पाकिस्तान के नागरिक द्वारा संचालित किया जा रहा था जिसे काफी बेहतर ट्रेनिंग दी गई और संभवत: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के सहारे पर यह युवाओं को जोड़ रहा था।

सू्त्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अबु हुजैफा हैंडल सुरक्षा एजेंसियों की जांच में कई बार सामने आया। तेलंगाना पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट की जांच में भी इस हैंडल का पता चला जिसके आधार पर छापेमारी से पहले काफी अहम जानकारी मिली।

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एक अधिकारी ने बताया कि पिछले साल से यह हैंडल काफी ऐक्टिव हो गया था। इंडियन मुजाहिदीन से बगावत कर बाद में आईएस के खोरासन मॉड्यूल में शामिल होने वाला शफी अरमार इस हैंडल को संचालित कर रहा था। वह भारतीय युवाओं को आईएस में शामिल करने के लिए मदद करने का काम करता था।

माना जाता है कि कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले अरमार को पिछले साल सीरिया में मार दिया गया। उसने करीब 1000 युवाओं को आईएस में शामिल होने के लिए जोर दिया जिनमें से ज्यादातर दक्षिण एशिया के थे। उसका भाई सुल्तान अरमार 2 साल पहले ड्रोन स्ट्राइक में मारा गया था। एक अधिकारी ने दावा किया कि सोहैल मुफ्ती को इसलिए चुना गया क्योंकि वह हथियारों के काम में पहले शामिल रहा था।

बता दें कि एनआईए की ओर से बुधवार को आईएस के इस नए मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-इस्लाम का खुलासा किया गया। इसके लिए एनआईए ने दिल्ली और यूपी में 16 जगहों पर एक साथ छापे मारे। मिली जानकारी के मुताबिक, यह मॉड्यूल उत्तर भारत खासकर राजधानी को दहलाने की प्लानिंग कर रहा था। छापे के बाद 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और इनके पास से विस्फोटक भी बरामद किया गया।

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