पुलिस उपायुक्त (ग्रेटर नोएडा) अमित कुमार ने बताया कि पुलिस ने भड़ाना के विरूद्ध कार्रवाई करने के लिए उन कथित वीडियो का संज्ञान लिया है, जो सोशल मीडिया पर सामने आये हैं तथा पुलिस ने स्थानीय चुनाव अधिकारी भी इसकी जानकारी दी है।
वीडियो में नजर आ रहा है कि जब भड़ाना जेवर निर्वाचन क्षेत्र के दनकौर के अस्तौली गांव में गये थे, तब उनके साथ समर्थकों की भारी भीड़ थी।
महामारी के मद्देनजर चुनाव आयोग ने रैलियों पर रोक लगा दी है और अधिकतम 10 लोगों के साथ घर- घर जाकर चुनाव प्रचार करने की अनुमति दी है।
बताया जा रहा है कि यह वीडियो 26 जनवरी का है, जिसमें दिख रहा है कि प्रचार के दौरान समर्थकों पर कथित तौर पर नोट बरसाये जा रहे हैं।
कुमार ने कहा, ‘‘ वीडियो में, भड़ाना चुनाव के लिए भीड़ के साथ प्रचार करते हुए नजर आ रहे हैं। प्रथम दृष्टया यह आदर्श आचार संहिता एवं कोविड-19 नियमों का उल्लंघन दर्शाता है। दनकौर थाने के प्रभारी ने 26 जनवरी को ही जेवर के निर्वाचन अधिकारी को इस मामले की जानकारी दी थी। ’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘ जेवर के निर्वाचन अधिकारी ने इस संबंध में नोटिस जारी किया और आगे की कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
गुर्जर नेता भड़ाना (64) चार बार लोकसभा सदस्य रहे हैं। वह फिलहाल मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। हाल में ही वह भाजपा छोड़कर रालोद में शामिल हो गये। रालोद ने उन्हें गौतमबुद्धनगर जिले के जेवर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर 10 फरवरी को मतदान है।