नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित एक सम्मेलन में आतंकवाद की निंदा की गई और केंद्र और राज्य सरकारों से भीड़ हत्या के खिलाफ कानून बनाने की मांग की गई। ‘अमन और एकता सम्मेलन’ में अन्य धर्मों के धर्मगुरुओं ने भी हिस्सा लिया। जमीयत उलेमा-ए- हिंद (महमूद मदनी गुट) के अध्यक्ष मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी ने अपने संबोधन में इस्लामी विद्वान और जमीयत के पूर्व अध्यक्ष मौलाना हुसैन अहमद मदनी के समग्र राष्ट्रवाद के विचार का हवाला दिया और कहा कि सभी भारतीय एक देश की नुमाइंदगी करते हैं। जमीयत की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि एक संयुक्त घोषणा पत्र में केंद्र और राज्य सरकारों से भीड़ हत्या (मॉब लिचिंग) के खिलाफ कानून बनाने की मांग की गई है। साथ में अपराधियों और ऐसी घटनाओं को रोकने में ‘लापरवाही’ बतरने वाले पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त सजा की देने की मांग की। जमीयत महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि संगठन ने देश में जिला और शहर स्तर पर ‘जमीयत सद्भावना मंच’ बनाने का निर्णय किया है, ताकि विभिन्न मजहबों, जातीयों और नस्लों के लोगों के बीच दोस्ती कायम हो सके। सम्मेलन में एक प्रस्ताव किया गया है जिसमें कहा गया है कि इस्लाम को लेकर गलतफहमियां हैं और झूठ फैलाया जाता है और इसी वजह से इस्लाम को आतंकवाद, कट्टरपंथ और लैंगिग नाइंसाफी के साथ जोड़ा जाता है। इसमें कहा गया कि कि सभी तरह का आतंकवाद निंदनीय है और किसी की जान लेना इस्लाम के बुनियादी सिद्धांतों के खिलाफ है। इस सम्मेलन में परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद, जैन आचार्य लोकेश मुनी, ज्ञानी रणजीत सिंह और आर्कबिशप अनिल जोसेफ थॉमस ने भी हिस्सा लिया था।
मुस्लिम विद्वानों ने भीड़ हत्या के खिलाफ कानून बनाने की मांग की
नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित एक सम्मेलन में आतंकवाद की निंदा की गई और केंद्र और राज्य सरकारों से भीड़ हत्या के खिलाफ कानून बनाने की मांग की गई। ‘अमन और एकता सम्मेलन’ में अन्य धर्मों के धर्मगुरुओं ने भी हिस्सा लिया। जमीयत उलेमा-ए- हिंद (महमूद मदनी गुट) के अध्यक्ष मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी ने अपने संबोधन में इस्लामी विद्वान और जमीयत के पूर्व अध्यक्ष मौलाना हुसैन अहमद मदनी के समग्र राष्ट्रवाद के विचार का हवाला दिया और कहा कि सभी भारतीय एक देश की नुमाइंदगी करते हैं। जमीयत की ओर
भाषा 5 Aug 2019, 9:35 pm