नयी दिल्ली, 25 अप्रैल :भाषा: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण :एनएचएआई: ने आज उच्चतम न्यायालय को बताया कि गाजियाबाद में 24 . 5 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का काम इसलिए रोका गया कि अदालत के आदेश के बावजूद उत्तरप्रदेश पुलिस ने उन्हें सुरक्षा नहीं दी। एनएचएआई ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने उत्तरप्रदेश के पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया था कि काम के लिए सुरक्षा मुहैया कराने के मुद्दे पर गौर करें लेकिन कुछ नहीं हुआ। निर्माण स्थल पर किसान धरना प्रदर्शन कर रहे थे। 135 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे गाजियाबाद, फरीदाबाद, गौतमबुद्ध नगर :ग्रेटर नोएडा: और पलवल के बीच सिग्नल मुक्त संपर्क मार्ग है। सोलीसीटर जनरल रणजीत कुमार ने एनएचएआई के हलफनामे का विरोध किया और कहा कि एनएचएआई और सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों के बीच हाल में हुई बैठक में प्राधिकरण ने कहा कि उन्होंने उत्तरप्रदेश के पुलिस प्रमुख के समक्ष मामले को उठाया है जिन्होंने सहयोग का आश्वासन दिया है। एनएचएआई के वकील ने न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ से कहा कि गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक :एसएसपी: को समन किया जाना चाहिए और पूछा जाना चाहिए कि निर्माण स्थल पर अधिकारियों और कामगारों को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई। वकील ने कहा कि उन्होंने उच्चतम न्यायालय से कहा था कि काम मार्च 2018 तक पूरा हो जाएगा लेकिन प्रदर्शन के कारण निर्माण कार्य रोकना पड़ा। इस पर पीठ ने कहा, हमने डीजीपी से आग्रह किया कि मामले पर गौर करें। अगर डीजीपी इसे करने में सक्षम नहीं हैं तो एसएसपी क्या कर सकते हैं? हरियाणा के सोनीपत जिले में जमीन सौंपने सहित एनएचएआई की तरफ से उठाए गए अन्य मुद्दों पर सोलीसीटर जनरल ने कहा कि उनके द्वारा दायर हलफनामे में इन पहलुओं का ध्यान रखा गया है। एनएचएआई के वकील ने जब हरियाणा सरकार द्वारा जमीन सौंपने का मुद्दा उठाया तो पीठ ने कहा, क्या यह हमारा काम है? हरियाणा को इसके लिए कहना हमारा काम नहीं है।
एनएचएआई ने उच्चतम न्यायालय से कहा : सुरक्षा की कमी के कारण एक्सप्रेसवे का काम रोका गया
नयी दिल्ली, 25 अप्रैल :भाषा: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण :एनएचएआई: ने आज उच्चतम न्यायालय को बताया कि गाजियाबाद में 24 . 5 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का काम इसलिए रोका गया कि अदालत के आदेश के बावजूद उत्तरप्रदेश पुलिस ने उन्हें सुरक्षा नहीं दी।
नवभारतटाइम्स.कॉम 25 Apr 2017, 9:55 pm