नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हथियार जब्ती मामले में आतंकवादी संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (खापलांग) के तीन सदस्यों के खिलाफ दीमापुर की एक विशेष अदालत में सोमवार को आरोप-पत्र दायर किया। एजेंसी ने यहां एक बयान में कहा कि एनआईए की तरफ से गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान प्रतिबंधित संगठन के स्वयंभू मेजर जनरल यंगांग कोनयक और उसके साथियों अहोन लोंगफोंग और होंगो कोनयक के तौर पर की गई है। यह मामला सबसे पहले जून 2019 में नगालैंड के मोन पुलिस थाने में दर्ज किया गया था और बाद में गुवाहाटी की एनआईए शाखा कार्यालाय में फिर से पंजीकृत कराया गया। एनआईए के अधिकारियों ने विस्तार से इस मामले के बारे में बताया कि आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और अपराध साबित करने वाली सामग्री मिली थी। एनआईए ने दावा किया था कि जांच के दौरान जुटाए गए सबूत दिखाते हैं कि आरोपी वसूली, अपहरण और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के लिए पैसा जुटाने जैसी अवैध गतिविधियों में शामिल थे। आरोपियों को असम राइफल्स ने टोटक चिंगन्यू गांव के पास से गिरफ्तार किया और बाद में एनआईए को सौंप दिया। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (भादंसं) के विभिन्न प्रावधानों और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत आरोप-पत्र दायर किया गया है।
एनआईए ने एनएससीएन (के) के तीन सदस्यों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया
नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हथियार जब्ती मामले में आतंकवादी संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (खापलांग) के तीन सदस्यों के खिलाफ दीमापुर की एक विशेष अदालत में सोमवार को आरोप-पत्र दायर किया। एजेंसी ने यहां एक बयान में कहा कि एनआईए की तरफ से गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान प्रतिबंधित संगठन के स्वयंभू मेजर जनरल यंगांग कोनयक और उसके साथियों अहोन लोंगफोंग और होंगो कोनयक के तौर पर की गई है। यह मामला सबसे पहले जून 2019 में नगालैंड के मोन पुलिस थाने में दर्ज किया गया था और बाद में गुवाहाटी
भाषा 9 Dec 2019, 8:55 pm