श्रीनगर
हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद से कश्मीर में तनाव की स्थिति बनी हुई है। सोमवार को पुलवामा में पीडीपी विधायक मोहम्मद खलील बंद की गाड़ी पर पत्थरों से हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। विधायक पुलवामा में अपने क्षेत्र के दौरे के बाद गांव से लौट रहे थे। उसी दौरान उनकी गाड़ी पर पत्थरों से हमला किया गया।
दक्षिणी कश्मीर में तनाव की स्थिति को देखते हुए क्षेत्र के कई जिलों में 11 दिन से कर्फ्यू लगा है। पत्थरबाजी में घायल पीडीपी विधायक बंद को श्रीनगर के आर्मी अस्पताल ले जाया गया। वहां, उनका हाल जानने के लिए खुद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी पहुंची। इससे पहले कश्मीर में तनाव की स्थिति लगातार बनी हुई है और हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
हिंसा की घटनाओं में अबत तक 41 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। शुक्रवार को प्रदर्शनकारी भीड़ ने मुखबिरी के शक में उस घर को भी जला दिया था, जहां बुरहान वानी का एनकाउंटर हुआ था। अलगाववादियों द्वारा बुलाए बंद के मद्देनजर सोमवार को लगातार 11वें दिन भी कर्फ्यू जारी है, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि रविवार पहला दिन था जब किसी भी तरह की हिंसक वारदात में कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ। घाटी में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से ही नौ जुलाई से हिंसा का माहौल है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘एक हिंसक भीड़ ने रविवार को बांदीपोरा जिले के सदरकोट क्षेत्र में राष्ट्रीय राइफल्स के शिविर पर हमला कर दिया। सैनिकों को आत्मरक्षा के लिए गोलियां चलानी पड़ी। इस घटना में चार प्रदर्शनकारी घायल हो गए। कुछ स्थानों पर पत्थर फेंकने की घटनाओं को छोड़कर रविवार को घाटी में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति शांत रही।’
पढ़ें: कश्मीर हिंसा में 41 की मौत
पिछले 10 दिनों से घाटी में हो रहे प्रदर्शनों में 40 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। प्रशासन ने आधिकारिक तौर से पुष्टि की है कि समाचार पत्रों के मालिकों से 19 जुलाई तक समाचार पत्रों का प्रकाशन नहीं करने को कहा गया है। हालांकि, केबल टेलिविजन सेवाएं बहाल हो गई हैं। घाटी में सभी मोबाइल फोन सेवाएं, इंटरनेट और अन्य सेवाएं ठप्प पड़ी हैं। भारत संचार निगम लि. (बीएसएनएल) के पोस्ट-पेड सेल फोन पर सीमित कॉल सेवा दी जा रही है।
घाटी में सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 24 जुलाई तक बंद हैं। राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) के नौकरी साक्षात्कारों को भी स्थगित कर दिया गया है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग लगभग सप्ताह भर से बंद होने से घाटी में जरूरी सामानों की कमी हो गई है। कश्मीर के बारामूला और जम्मू के बनिहाल के बीच रेल सेवाएं सोमवार को 11वें दिन भी स्थगित हैं।
(ANI से इनपुट के साथ)
हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद से कश्मीर में तनाव की स्थिति बनी हुई है। सोमवार को पुलवामा में पीडीपी विधायक मोहम्मद खलील बंद की गाड़ी पर पत्थरों से हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। विधायक पुलवामा में अपने क्षेत्र के दौरे के बाद गांव से लौट रहे थे। उसी दौरान उनकी गाड़ी पर पत्थरों से हमला किया गया।
दक्षिणी कश्मीर में तनाव की स्थिति को देखते हुए क्षेत्र के कई जिलों में 11 दिन से कर्फ्यू लगा है। पत्थरबाजी में घायल पीडीपी विधायक बंद को श्रीनगर के आर्मी अस्पताल ले जाया गया। वहां, उनका हाल जानने के लिए खुद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी पहुंची। इससे पहले कश्मीर में तनाव की स्थिति लगातार बनी हुई है और हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
हिंसा की घटनाओं में अबत तक 41 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। शुक्रवार को प्रदर्शनकारी भीड़ ने मुखबिरी के शक में उस घर को भी जला दिया था, जहां बुरहान वानी का एनकाउंटर हुआ था। अलगाववादियों द्वारा बुलाए बंद के मद्देनजर सोमवार को लगातार 11वें दिन भी कर्फ्यू जारी है, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि रविवार पहला दिन था जब किसी भी तरह की हिंसक वारदात में कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ। घाटी में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से ही नौ जुलाई से हिंसा का माहौल है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘एक हिंसक भीड़ ने रविवार को बांदीपोरा जिले के सदरकोट क्षेत्र में राष्ट्रीय राइफल्स के शिविर पर हमला कर दिया। सैनिकों को आत्मरक्षा के लिए गोलियां चलानी पड़ी। इस घटना में चार प्रदर्शनकारी घायल हो गए। कुछ स्थानों पर पत्थर फेंकने की घटनाओं को छोड़कर रविवार को घाटी में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति शांत रही।’
पढ़ें: कश्मीर हिंसा में 41 की मौत
पिछले 10 दिनों से घाटी में हो रहे प्रदर्शनों में 40 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। प्रशासन ने आधिकारिक तौर से पुष्टि की है कि समाचार पत्रों के मालिकों से 19 जुलाई तक समाचार पत्रों का प्रकाशन नहीं करने को कहा गया है। हालांकि, केबल टेलिविजन सेवाएं बहाल हो गई हैं। घाटी में सभी मोबाइल फोन सेवाएं, इंटरनेट और अन्य सेवाएं ठप्प पड़ी हैं। भारत संचार निगम लि. (बीएसएनएल) के पोस्ट-पेड सेल फोन पर सीमित कॉल सेवा दी जा रही है।
घाटी में सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 24 जुलाई तक बंद हैं। राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) के नौकरी साक्षात्कारों को भी स्थगित कर दिया गया है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग लगभग सप्ताह भर से बंद होने से घाटी में जरूरी सामानों की कमी हो गई है। कश्मीर के बारामूला और जम्मू के बनिहाल के बीच रेल सेवाएं सोमवार को 11वें दिन भी स्थगित हैं।
(ANI से इनपुट के साथ)