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ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल प्रक्षेपण पर पीएम मोदी ने दी बधाई, जानिए क्या हैं मिसाइल की खूबियां

पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (brahmos supersonic cruise missile) ने सफल परीक्षण लॉन्च के साथ एक और उपलब्धि हासिल की है, जो ऑपरेशनल क्षमताओं और अतिरिक्त स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करती है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 30 Sep 2020, 10:08 pm

हाइलाइट्स

  • ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण पर पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों और डीआरडीओ को दी बधाई
  • पीएम ने कहा कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ने सफल परीक्षण लॉन्च के साथ एक और उपलब्धि हासिल की
  • ओडिशा के बालासोर में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण,मारक क्षमता 400 किमी से ज्यादा

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नवभारतटाइम्स.कॉम पीएम मोदी ने दी बधाई
पीएम मोदी ने दी बधाई
नई दिल्ली
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों, इंजिनियरों और डीआरडीओ को बधाई दी। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ने सफल परीक्षण लॉन्च के साथ एक और उपलब्धि हासिल की है, जो ऑपरेशनल क्षमताओं और अतिरिक्त स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करती है।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कई स्वदेशी विशिष्टताओं से लैस इस मिसाइल को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है। शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘स्वदेश निर्मित ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण पर भारत को डीआरडीओ पर बहुत गर्व है। यह अत्याधुनिक मिसाइल भारत की रक्षा क्षमता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प का गवाह है।’


400 किमी है मिसाइल की मारक क्षमता
बता दें कि ओडिशा के बालासोर में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का बुधवार को सफल प्रायोगिक परीक्षण किया गया। इस मिसाइल की मारक क्षमता 400 किलोमीटर से ज्यादा है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सूत्रों ने बताया कि यहां पास में चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) से अत्याधुनिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया जो सफल रहा। डीआरडीओ के एक अधिकारी ने बताया कि परीक्षण के दौरान सभी मानक प्राप्त कर लिए गए। प्रयोगिक परीक्षण पूर्वाह्न 10 बजकर 45 मिनट पर किया गया।

समुद्र से भी दागा जा सकता है
डीआरडीओ के एक अधिकारी ने बताया कि मिसाइल को समुद्र, जमीन और लड़ाकू विमानों से भी दागा जा सकता है। मिसाइल के पहले विस्तारित संस्करण का सफल परीक्षण 11 मार्च 2017 को किया गया था, जिसकी मारक क्षमता 450 किलोमीटर थी। तीस सितंबर 2019 को चांदीपुर स्थित आईटीआर से कम दूरी की मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल के जमीनी संस्करण का सफल परीक्षण किया गया था।

दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल

डीआरडीओ और रूस के प्रमुख एरोस्पेस उपक्रम एनपीओएम द्वारा संयुक्त रूप से विकसित ब्राह्मोस मिसाइल 'मध्यम रेंज की रेमजेट सुपरसोनिक क्रूज' मिसाइल है, जिसे पनडुब्बियों, युद्धपोतों, लड़ाकू विमानों तथा जमीन से दागा जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि यह मिसाइल पहले से ही भारतीय थलसेना, नौसेना और वायुसेना के पास है। इसे दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल माना जाता है।

समाचार एजेंसी भाषा से मिले इनपुट के साथ

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